23 मार्च को मीरपुर में क्रिकेट विश्व कप के पहले क्वार्टर फाइनल मैच में पाकिस्तान ने वेस्टइंडिज को 10 विकेट से हराकर सेमीफाईनल में प्रवेश कर गया है। इस जीत के साथ ही पाकिस्तान विश्व कप का प्रबल दावेदार बन गया है।
वेस्टइंडिज ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया लेकिन शायद वेस्टइंडिज का पता नहीं था कि पाकिस्तान किस रणनीति के साथ मैच में उतरा था। वेस्टइंडिज की शुरूआत अच्छी नहीं रही और 14 रन के स्कोर पर क्रिस गेल अपना विकेट हफीज को दे बैठे। गेल का विकेट गिरने के साथ ही ऐसा लगा जैसे विकेट की झड़ी लग गई हो। बल्लेबाज तो विकेट पर रूकने का नाम ही नहीं ले रहे थे। वेस्टइंडिज के तीन विकेट मात्र 16 रनों पर ही पैवेलियन लौट गये थे।
वेस्टइंडिज की टीम काफी दबाव में खेल रही थी। वहीं पाकिस्तान लगातार विकेट लेकर उनपर दबाव को लगातार बनाए हुए था। टीम के तीन विकेट गिरने के बाद चंद्रपॉल और सरवन ने पारी संभालने की कोशिश जरूर की लेकिन टीम के लिए रन नहीं जुटा सके। वेस्टइंडिज की तरफ से चंद्रपॉल(44), सरवन(24) और केमार रोच(14) के अलावा कोई भी बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा भी पार नहीं कर सका। टीम ने जैसै-तैसे 43.3 ओवरों में 112 रन बनाए।
पाकिस्तान की तरफ से शाहीद अफरीदी ने सबसे अधिक 4 विकेट लिए। अफरीदी अभी तक इस विश्व कप में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ी हैं। हफीज और अजमल ने भी 2-2 विकेट झटके।
पाकिस्तान की टीम 112 रनों के जबाव में खेलते हुए 20.2 ओवरों में ही बिना किसी नुकसान के लक्ष्य को पार कर लिया। हफीज ने शानदार 61 और अकमल ने 41 रनों का योगदान देकर टीम को 10 विकेट से जीत दिलवाया। हफीज को मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया।
इस जीत के साथ ही पाकिस्तान ने वेस्टइंडिज के साथ पुराना हिसाब चुकता कर लिया है। 1979 में वेस्टइंडिज ने पाकिस्तान को विश्व कप के सेमीफाइनल में 43 रन से और 1983 के सेमीफाइनल में 8 विकेट से हराया था। वहीं 1992 के विश्व कप में पाकिस्तानी टीम ग्रुप मैच में वेस्टइंडिज से 10 विकेट से हार गई थी।