यह चाइना रेडियो इंटरनेशनल है। श्रोता दोस्तों, न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम में, मैं हेमा कृपलानी आप सब का हार्दिक स्वागत करती हूँ। सुपरवुमन के नाम से पहचान होने लगी है आजकल महिलाओं की। घर-परिवार, बच्चों की जिम्मेदारियों के साथ-साथ दफ्तर में डेडलाइस पर काम करना, प्रोजेक्ट पूरा करना, समाज में, रिश्तेदारों के साथ व्यावहारिक रहना, बच्चों की बढ़ती डिमांडस को पूरा करना, सबकी सेहत का ध्यान रखना वगैरह वगैरह। सुबह से शाम तक रोबोट की तरह भाग-दौड़ करना। ये हैं सुपरवुमन भारत की जिसे आप रोज़ देखते हैं, मिलते हैं। लेकिन चीन की सुपरवुमन कैसी होती हैं, क्या चुनौतियाँ हैं उनके सामने क्योंकि यहाँ तो महिलाएँ ही अधिकतर सब जगह, सब क्षेत्रों में काम करती हुई नज़र आती हैं। उन्हें सारा दिन काम पर देख हैरानी होती है कैसे, कब और कितना समय दें पाती होंगी ये अपने परिवार को। तो चलिए ऐसे और कई सवालों का जवाब जानने के लिए आज हमने अपने स्टूडियो में आमंत्रित किया है आप सब की पसंदीदा सपना जी और चंद्रिमा जी को। सपना जी और चंद्रिमा जी से बातचीत
श्रोताओं, आपको हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम का यह इकयावनवा क्रम कैसा लगा। हम आशा करते हैं कि आपको पसंद आया होगा। आप अपनी राय व सुझाव हमें ज़रूर लिख कर भेजें,या फोन पर बताएँ ताकि हमें इस कार्यक्रम को और भी बेहतर बनाने में मदद मिल सकें। क्योंकि हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम आप से है, आप के लिए है, आप पर है। आज से अपनी एक बुरी आदत छोड़कर एक अच्छी अपनाएँ। इसी विचार के साथ हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम यहीं समाप्त होता है। आप नोट करें हमारा ई-मेल पताः hindi@cri.com.cn । आप हमें इस पते पर पत्र भी लिख कर भेज सकते हैं। हमारा पता हैः हिन्दी विभाग, चाइना रेडियो इंटरनेशनल, पी .ओ. बॉक्स 4216, सी .आर .आई.—7, पेइचिंग, चीन , पिन कोड 100040 । हमारा नई दिल्ली का पता हैः सी .आर .आई ब्यूरो, फस्ट फ्लॉर, A—6/4 वसंत विहार, नई दिल्ली, 110057 । श्रोताओं, हमें ज़रूर लिखयेगा। अच्छा, इसी के साथ मैं हेमा कृपलानी आप से विदा लेती हूँ इस वादे के साथ कि अगले हफ्ते फिर मिलेंगे।
तब तक प्रसन्न रहें, स्वस्थ रहें। नमस्कार