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11-03-01
2011-03-04 15:50:45

यह चाइना रेडियो इंटरनेशनल है। श्रोता दोस्तों, न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम में, मैं हेमा कृपलानी आप सब का हार्दिक स्वागत करती हूँ। श्रोताओ, यहाँ चीन में नववर्ष के दौरान हमें कुछ दिनों की छुट्टियाँ मिली और यहाँ बीजिंग में देखने के लिए और करने के लिए इतना कुछ है कि हम सब को छुट्टियों का बेसब्री से इंतज़ार रहता है कि कब हमें छुट्टियाँ मिलें और हम यहाँ जाएँ, यह देखे-वह देखे, वहाँ घूमे वगैरह-वगैरह।तो आज मैं आपको वर्चयुअल टूअर पर ले चलती हूँ लुंगछिंगश्या बर्फ मूर्तिकला कला महोत्सव,बीजिंग से गाड़ी द्वारा वहां पहुंचने में डेढ़ घंटे का समय लगता है।यहाँ के लोगों ने कड़ाके की सर्दियों की नीरस रातों को बीजिंगवासियों के लिए सर्दियों के वंडरलेंड में परिवर्तित कर दिया है। प्रदर्शन पर अल्पकालिक प्रस्तरप्रतिमाएं पूरी तरह से नजदीक के जलाशय में जमी बर्फ से बनाई गई हैं। स्वच्छ और पारदर्शी बर्फ शाम को अद्भुत तरह से चमकती है। बर्फ से बने ड्रेगन, बर्फ से बने मशरूम, एक विशाल बर्फ से बनी चीनी बिसात, एक बर्फ की भूलभुलैया और यहाँ तक कि 101 डालमेशियन्स अपनी पलकें झपकाते हुए प्रदर्शित किए गए हैं।यदि ये सब आप को रोमांचित नहीं करता तो आपके लिए इस बर्फ पार्क में तोबोगन राइड भी है जहाँ आप बर्फ में स्लाइड करते हुए ऊपर से नीचे की ओर ठिठुरते हुए नीचे आते हैं। ये सब देखने के बाद हमने प्रवेश किया एक विशाल तंबू में जहाँ बड़े-बड़े बर्फ संरचनाओं के चारों ओर मानव आकार की मूर्तियां बनी हुईं मानो तारामंडल की कक्षा में ये मूर्तियां चक्कर लगा रही हो। सबसे ज्यादा इस बर्फ के त्योहार में जो लुभावना है वह है हाथ से बनी नक्काशीदार मूर्तियाँ। पशुओं, पक्षियों, समुद्री जीवों और पौराणिक प्राणियों सहित सभी यहाँ चित्रित हैं।विशाल महल, किले, पेड़, पहाड़ सब कुछ बर्फ से बना, हाथ की सफाई का, कला का, कल्पना का अद्भुत प्रदर्शन। हम इन किलों,महलों में प्रवेश कर, जानवरों के मुँह में बैठकर, बर्फ से बने झूलों पर, सरकपट्टी पर बैठ फोटो खींच रहे थे। रात के समय इन में जलती बत्तियों को देख हैरानी हो रही थी कि कैसे बर्फ में रोशनी की जा सकती है।सफेद-सफेद बर्फ, पारदर्शी आइस की मूर्तियां और उनके बीच ठिठुरते लोग, पूरा बदन मोटे-मोटे गर्म कपड़ों से ढके होने के बावजूद हाथ-पैर सुन्न पड़ गए थे। लेकिन किसी चीज़ की परवाह न करते हुए लोग लुत्फ ले रहे थे लुंगछिंगश्या बर्फ मूर्तिकला कला महोत्सव का।

वास्तव में कलात्मक प्रतिभा के धनी लोग हार्बिन वालों,जो हिममूर्तियां बनाने में बहुत मशहूर हैं, को भी मात दे सकते हैं। आप जानते हैं यह बड़ी आश्चर्य की बात हैं कि लुंगछिंगश्या बर्फ नक्काशी यहाँ 20 साल से आयोजित की जा रही है। "जीवाश्म" केकड़ों, मछली को बर्फ के ब्लॉक में जमा कर रखा हुए है, जो वसंत ऋतु के दौरान एक स्थानीय रेस्तरां में परोसे जाने की प्रतीक्षा में हैं।इस बर्फ पार्क का जो सबसे खूबसूरत प्राकृतिक दृश्य है वह है पास के बांध से जो पानी नीचे गिरते समय जम गया है वह वही जमा हुआ है। करीब 20 मीटर लंबी पानी की तेज़ धारा बर्फ बन गई।पानी और मानव-बुद्धि का संगम वाला जो दृश्य देखने को मिलता है उससे सुखद जीवन का सद्भाव झलकता है। यहाँ तक जाना और इसके सौंदर्य को देखना चरमोत्कर्ष है। रात के समय सफेद-सफेद बर्फ और जगमग करती रंग-बिरंगी बत्तियाँ उस वीरान-सुनसान जगह को इतना आकर्षक बना देती हैं कि बस देखते ही बनता है। इसके साथ-साथ नववर्ष के दौरान बीजिंग में टेंपल फेयर लगते हैं एक तरह के मेले जहाँ पारंपरिक भोजन के साथ-साथ लोकगीत-संगीत, कला, कलात्मक वस्तुओं का प्रदर्शन किया जाता है। कहा जाता है यदि बीजिंग में रहकर आपने टेंपल फेयर नहीं देखा तो समझिए कि आपने बहुत कुछ मिस कर दिया और असली चीन के दर्शन नहीं किए आपने।

अभी हम नववर्ष की छुट्टियों का मज़ा ले ही रहे थे कि आ गया दिलों को जोड़ता, प्यार के इज़हार का त्योहार, प्रेमियों का त्योहार – वेलन्टाइन्स डे। हालांकि, अगस्त में चीन का अपना वेलन्टाइन्स डे यानि छी शी मनाया जाता है लेकिन पश्चिमी सभ्यता के चलते यहाँ के लोग वेलन्टाइन्स डे भी उसी जोश, उमंग और उल्लास से मनाते हैं जैसे अन्य त्योहार। कहा जाता है कि चीन में लोग मज़ा-मस्ती, पार्टी करने के बहाने ढूँढ़ते हैं। डबल पैक का मज़ा लिया जाता है यहाँ, दो नववर्ष, दो वेलन्टाइन्स डे। आप जान गए होंगे मेरा मतलब। हाँ, और अगर मैंने आपको यह बात नहीं बताई तो मेरी बात अधूरी रह जाएगी।वेलन्टाइन्स डे का नाम सुनकर लोग यह कहते हैं कि भई ये तो युवा पीढ़ी का त्योहार है, जी हाँ, इतने बड़े पैमाने पर मनाया जाने वाला दिन त्योहार के नाम से पहचाने और कहलाया जाने लगा है अब। खैर, हम बात करते हैं उनकी जो कहते हैं, कि ये यंग लोगों या बच्चों के लिए हैं तो यहाँ मैं आपको बताना चाहूँगी कि चीन में तो ऐसा देखकर बिल्कुल नहीं लगता। हुआ यूँ कि मैं रात के करीब 8 बजे दफ्तर से निकली और सबवे स्टेशन जा रही थी कि मैंने एक बुजुर्ग सज्जन को देखा जो करीब 65-70 वर्ष के होंगे, वे सड़क पर गुलाब बेचने वाली से गुलाब खरीद रहे थे। हाँ, वैसे वेलन्टाइन्स डे पर गुलाब के फूल की डिमांड कुछ ज्यादा ही बढ़ जाती है। देखा मैं बार-बार मुद्दे की बात से हट जाती हूँ, खैर, बुजुर्ग सज्जन फूल खरीद कर आगे-आगे चल पड़े और मैं उनके पीछे-पीछे, मेरा इरादा उनका पीछा करना कतई नहीं था,वे भी सबवे स्टेशन की तरफ जा रहे थे। सामने से अंकल जी की वेलन्टाइन यानि आंटी जी आ रही थी जो उन्हीं की उम्र की थी। अंकल जी को गुलाब हाथ में देख आंटी जी जो शर्माईं आय हाय, वाह क्या सीन था।अपने हाथ में फूल लिए आंटी जी ने अंकल जी को हग किया और दोनों के चेहरे पर जो मिलियन डॉलर स्माइल खिल गई उसका मैं कैसे बयान करुँ मेरे पास शब्द ही नहीं हैं। दोनों एक-दूसरे का हाथ पकड़े, बातें करते-करते चले गए। वैसे एक बात बताऊँ यह सब देखने के लिए मैंने अपनी चाल थोड़ी धीमी कर ली थी। वरना मैं इन लव-बर्डस के प्यार भरे लम्हें को देख न पाती। उन्हें देख मुझे बहुत अच्छा लगा और एक बार फिर एहसास हुआ कि प्यार का इज़हार करने में उम्र को आड़े न आने दीजिए, यदि किसी से प्यार करते हैं तो उन्हें ज़रुर बता दीजिए। क्योंकि दिल तो बच्चा है जी, थोड़ा कच्चा है जी। मेरी बात सुन अब आप ज़रुर सहमत होंगे कि ये वेलन्टाइन्स डे सिर्फ यंग लोगों के लिए नहीं बल्कि यंग एट हार्ट यानि दिल से यंग लोगों के लिए भी है। अगर आप अपनी या अपने वेलन्टाइन से इस वेलन्टाइन्स डे पर प्यार का इज़हार नहीं कर पाए तो डोंट वरी अभी भी देर नहीं हुई है, आज ही बता दीजिए उनसे कि वे आपके लिए आपके जीवन में क्या मायने रखते हैं। इसका एक और फायदा होगा, बताऊँ क्या, अब तो गुलाब का फूल भी सस्ते दाम में मिलेगा। और साथ-साथ यदि आप अपने वेलन्टाइन को हमारे जरिए बताना चाहते हैं कि आप उन्हें कितना चाहते हैं या चाहती हैं तो हमें लिख भेजिए उनका नाम और आपका मेसेज हम अपने कार्यक्रम में आपका मेसेज उन्हें पढ़कर सुनाएंगे और यदि आप अपनी कोई दिल छू लेने वाली कहानी हमारे साथ बाँटना चाहते हैं तो प्लीज़ देर मत कीजिए लिख भेजने में, हमें आपके ई-मेलस का बेसब्री से इंतज़ार रहता है।

तब तक हम यहाँ चीन में अभी तक फेस्टीव सीजन का मज़ा ले रहे हैं। नववर्ष, वेलन्टाइन्स डे उसके बाद लालटेन उत्सव और उसके बाद, हम........कैलेंडर देखना पड़ेगा। वैसे यदि कैलेंडर में केवल छुट्टियाँ हो तो........................................................

श्रोताओं, आपको हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम का यह अड़तालीसवा क्रम कैसा लगा। हम आशा करते हैं कि आपको पसंद आया होगा। आप अपनी राय व सुझाव हमें ज़रूर लिख कर भेजें,या फोन पर बताएँ ताकि हमें इस कार्यक्रम को और भी बेहतर बनाने में मदद मिल सकें। क्योंकि हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम आप से है, आप के लिए है, आप पर है। समय सारे घाव भर देता है। कभी-कभी हमें जिसकी ज़रुरत होती है, वह है सिर्फ समय। इसी विचार के साथ हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम यहीं समाप्त होता है। आप नोट करें हमारा ई-मेल पताः hindi@cri.com.cn । आप हमें इस पते पर पत्र भी लिख कर भेज सकते हैं। हमारा पता हैः हिन्दी विभाग, चाइना रेडियो इंटरनेशनल, पी .ओ. बॉक्स 4216, सी .आर .आई.—7, पेइचिंग, चीन , पिन कोड 100040 । हमारा नई दिल्ली का पता हैः सी .आर .आई ब्यूरो, फस्ट फ्लॉर, A—6/4 वसंत विहार, नई दिल्ली, 110057 । श्रोताओं, हमें ज़रूर लिखयेगा। अच्छा, इसी के साथ मैं हेमा कृपलानी आप से विदा लेती हूँ इस वादे के साथ कि अगले हफ्ते फिर मिलेंगे।

तब तक प्रसन्न रहें, स्वस्थ रहें। नमस्कार।

संदर्भ आलेख
11-03-01
v 半边天(固定栏目) 2010-04-15 16:24:34
半边天
v 半边天(固定栏目) 2010-04-15 16:24:34
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