यह चाइना रेडियो इंटरनेशनल है। श्रोता दोस्तो, न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम में, मैं हेमा कृपलानी आप सब का हार्दिक स्वागत करती हूँ। श्रोताओ, अब हमारा कार्यक्रम सी.आर.आई की वेबसाइट पर भी उपलब्ध है। जैसा कि आप जानते हैं कि हर सप्ताह इस कार्यक्रम में हम आपको महिलाओं से जुड़े हुए विभिन्न पहलुओं के बारे में जानकारी देंगे। चीन की जीवन शैली से लेकर, सेहत-सौंदर्य की चर्चा से, शाँपिंग, सैर-सपाटा, सजावट, पाक-कला इत्यादि के साथ-साथ हम आपको मौका मिलने पर एक महिला अतिथि के साथ हुआ हमारा वार्तालाप भी आपको सुनाएँगे जिससे आपको यहाँ के जीवन के बारे में और अधिक जानने को मिले। साल 2010 खत्म हुआ और अपने साथ ले गये कुछ खट्टी कुछ मीठी यादें। कुछ अच्छे लम्हे तो कुछ बुरे। कभी आँसू बहे तो कभी खिली मुस्कान। हर जाने वाला पल आने वाले लम्हों की उम्मीद दे जाता है। हर खत्म होने वाला साल आने वाले साल के लिए भर देता है आँखों में कई रंगीन सपने, नया जोश, उत्साह और उमंग।नया साल हमें फिर से अपने काम में, अपने लक्ष्य प्राप्ति में नई स्फूर्ति, और पूरे जोश के साथ लग जाने की प्रेरणा देता है। हम सब दिल से कामना करते हैं कि नया साल पिछले साल से अच्छा साबित हो हमारे लिए, हमारे परिवार की सुख-शांति, समृद्धि,स्वास्थ्य के लिए। हर जगह खुशहाली हो, शांति हो, ईश्वर की कृपा हम सब पर सदा बनी रहे। चलिए, इसी मंगल कामना के साथ हम इस साल का अपना पहला कार्यक्रम आरंभ करते हैं।
चीन-भारत मैत्री, वन चा पाओ ने भारत में किशोरों को कैलीग्राफी द्वारा बताया
भारत की यात्रा पर गए चीनी प्रधानमंत्री वन चा पाओ ने भारत में छात्रों को चीनी सुलेख सिखाया और चीन-भारत मैत्री का संदेश दिया।
काली स्याही में एक ब्रश को भिगो कर, वेन ने सफेद कागज़ के एक टुकड़े पर चीनी अक्षरों में लिखा "चीन-भारत मैत्री" और वही अक्षर एक बोर्ड पर फिर से लिखे।
चीन में शांगहाई के जिनयुआन हाई स्कूल के साथ एक विनिमय कार्यक्रम के अंतर्गत वीडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा चीनी छात्रों को योगा सीखाया जाता है और उनके भारतीय साथियों को चाइनीस कैलीग्राफी सीखाई जाती है।
प्रधानमंत्री वेन ने कहा कि दिल से दिल की बात समझने के लिए और दोस्ती के लिए एक पुल बनाने के लिए भाषा एक महत्वपूर्ण उपकरण है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें खुशी हुई यह जानकर कि अगले साल से भारत के माध्यमिक स्कूलों में चीनी भाषा सिखाने की योजना बनाई जा रही है।
वेन ने कहा कि उन्होंने स्कूल की यात्रा ऐसे समय में की जब चीनी भाषा में भारतीय लोगों की रुचि बढ़ रही है और दोनों देश दो उभरती अर्थव्यवस्थाओं के रूप में आगे बढ़ रहे हैं और अपने संबंधों को घनिष्ठ बना रहे हैं। भारतीय केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने अपने 11,000 संबद्ध स्कूलों में एक विदेशी भाषा के रूप में अगले साल चीनी भाषा शुरू करने की योजना की घोषणा की है।
"सीबीएसई द्वारा पाठ्यक्रम में चीनी भाषा का परिचय एक बहुत ही सार्थक कदम है और हमारे दोस्ताना आदान-प्रदान को मजबूत बढ़ावा मिलेगा" श्री वेन ने कहा।
उन्होंने छात्रों को मेहनत से पढ़ाई करने के लिए प्रोत्साहित किया और भविष्य में चीन-भारत मैत्री के लिए स्वतंत्र प्रतिनिधियों के रूप में सेवा करें।
जब एक छात्र ने उनसे पूछा कि क्या वे टैगोर के बारे में जानते हैं, प्रधानमंत्री वेन ने कहा कि एक महान कवि, जिन्होंने 1924 में चीन का दौरा किया और शंघाई में काफी लंबा समय बिताया, चीन में हर कोई उन्हें जानता है। ल्यांग छी छाओ, बिंग शिन और श्वी ज़िमो सहित कई चीनी साहित्यिक दिग्गजों की पुरानी पीढ़ी, टैगोर से बहुत प्रभावित थे।
उन्होंने कहा कि भारतीय राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने मई 2010 में चीन का दौरा किया और शंघाई में टैगोर की एक प्रतिमा का अनावरण किया।
एक 14 वर्षीय छात्र ने कहा "चीन के प्रधानमंत्री के साथ हमारा अनुभव बहुत अच्छा था। वे हमारे मित्र बन गए और हमसे बहुत सारी बातें कीं।
श्री वेन ने स्कूल को चीनी भाषा सिखाने के लिए किताबें, श्रव्य और दृश्य सामग्री प्रदान की जो बहुत मददगार साबित होंगी।
केला : फल एक, गुण अनेक
केला नेचरल फूड है। इसमें एनर्जी बहुत ज्यादा होती है, इसलिए आप अपनी डाइट में केला जरूर शामिल करें। अगर आपको लगता है कि आपके ब्रेकफास्ट में पौष्टिक चीजें शामिल नहीं हैं, तो आप केला लें। यह विटामिन व मिनरल्स की कमी पूरी करेगा।
केले में थाइमिन, रिबोफ्लेविन, नियासिन और फॉलिक एसिड के रूप में विटामिन ए और विटामिन बी पर्याप्त मात्रा में मौजूद होता है। इसके अलावा केला ऊर्जा का सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है। सुबह नाश्ते में यदि एक केला खा लिया जाए तो लंच तक भूख लगने की संभावना नहीं रहती।
दो छोटे केलों में फाइबर की मात्रा एक ब्रेड के बराबर होती है? यह ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल करता है? केला लो ब्लड कॉलेस्ट्रोल में फायदेमंद है। दरअसल केले में विटामिन सी, विटामिन ए, पौटेशियम और विटामिन बी6 होता है। केला मैग्नेशियम का अच्छा स्त्रोत है, इसलिए यह बहुत जल्दी पच जाता है और आपके मेटाबॉलिज्म को दुरुस्त रखता है।
फाइबर लोअर ब्लड कॉलेस्ट्रोल को कंट्रोल करने में कारगर है। समझ सकते हैं कि केला कितना गुणकारी है। अगर आप खेल से जुड़े हुए हैं, तो आप केला डाइट में जरूर शामिल करें। वर्कआउट करने के बाद आपकी बॉडी में एनर्जी की कमी हो जाती है। ऐसी स्थिति में केला ही ऐसा फल है, जो आपकी बॉडी में एनर्जी को फिर से लौटाता है।
प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को सबसे ज्यादा विटामिन व मिनरल्स की आवश्यकता होती है। गर्भवती महिलाओं को सलाह है कि अपनी डाइट में केला अवश्य शामिल करें। यह बॉडी को धीरे-धीरे ऊर्जा देता है और आसानी से डाइजेस्ट भी हो जाता है।आप केले को स्नैक्स के तौर पर ले सकते हैं। अगर आपको ऊबकाई आती है, तो आप रोजाना केला खाएँ। इसमें विटामिन सी, बी6 और फाइबर होता है, जो बुढ़ापे में जरूरी है।
केले के खास गुण
जिन लोगों को ब्लड प्रेशर की समस्या होती है, उन्हें केले का नियमित रूप से सेवन करना चाहिए।
केले का शेक पेट को ठंडक पहुँचाता है। यह ब्लड में शुगर के लेवल को भी नियंत्रित करता है।
केले में काफी मात्रा में फाइबर पाया जाता है। यह पाचन क्रिया में मदद करता है।
अल्सर के मरीजों के लिए केले का सेवन फायदेमंद है।
केले में आयरन भरपूर मात्रा में होता है। इससे खून में हिमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है। इसलिए एनिमिया से पीडित रोगियों को केला जरूर खाना चाहिए।
केला तनाव को कम करने में भी मदद करता है। केले में ट्राइप्टोफान नामक एमिनो एसिड होता है, जो मूड को रिलैक्स करता है।
सर्दियों में सेहत सँवारे सूखे मेवे
अधिकांशतः यही समझा जाता है कि मेवों में वसा की मात्रा अधिक होती है अतः इनका सेवन हानिकारक होता है। माना कि मेवों में वसा अधिक होता है लेकिन ये हानिकारक कतई नहीं होते हैं।वास्तव में मेवों में पॉली सेचुरेटेड वसा होती है जो बुरे कोलेस्ट्रॉल को कम करती है। अभी-अभी हुए वैज्ञानिक शोधों से पता चला है कि मेवों में हृदय तथा अन्य असाध्य रोगों से सुरक्षा प्रदान करने की शक्ति होती है।
मेवों में हम बादाम, काजू, पिस्ता, अखरोट तथा मूँगफली को मुख्य रूप से शामिल करते हैं। मेवों से जुड़े तथ्य यह हैं कि इनमें वसा की मात्रा अधिक होती है अतः ये अधिक कैलोरी प्रदान करते हैं इसलिए इनका सेवन कम मात्रा में ही करना चाहिए। मेवों को तलने या भूनने से उनके गुण नष्ट हो जाते हैं इसलिए इनका इस्तेमाल बिना तले करें। इसके अलावा इनमें नमक मिलाकर प्रयोग करने से इनकी कैलोरी की मात्रा बढ़ती है इसलिए इन्हें फीका ही प्रयोग करें।
श्रोताओ, आपको हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम का यह चालीसवा क्रम कैसा लगा। हम आशा करते हैं कि आपको पसंद आया होगा। आप अपनी राय व सुझाव हमें ज़रूर लिख कर भेजें,या फोन पर बताएँ ताकि हमें इस कार्यक्रम को और भी बेहतर बनाने में मदद मिल सकें। क्योंकि हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम आप से है, आप के लिए है, आप पर है। जीवन में कभी समझौता करना पड़े तो कतराइगा नहीं, क्योंकि झुकता वही है जिसमें जान होती है, अकड़ मुरदों की पहचान होती है। इसी विचार के साथ हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम यहीं समाप्त होता है। आप नोट करें हमारा ई-मेल पताः hindi@cri.com.cn । आप हमें इस पते पर पत्र भी लिख कर भेज सकते हैं। हमारा पता हैः हिन्दी विभाग, चाइना रेडियो इंटरनेशनल, पी .ओ. बॉक्स 4216, सी .आर .आई.—7, पेइचिंग, चीन , पिन कोड 100040 । हमारा नई दिल्ली का पता हैः सी .आर .आई ब्यूरो, फस्ट फ्लॉर, A—6/4 वसंत विहार, नई दिल्ली, 110057 । श्रोताओं, हमें ज़रूर लिखयेगा। अच्छा, इसी के साथ मैं हेमा कृपलानी आप से विदा लेती हूँ इस वादे के साथ कि अगले हफ्ते फिर मिलेंगे।
तब तक प्रसन्न रहें, स्वस्थ रहें। नमस्कार