Web  hindi.cri.cn
10-12-09
2010-12-09 15:45:32

यह चाइना रेडियो इंटरनेशनल है। श्रोता दोस्तो, न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम में, मैं हेमा कृपलानी आप सब का हार्दिक स्वागत करती हूँ।आज मैं आपसे एक पहेली पूछती हूँ, ऐसी कौन-सी चीज़ है जो हम सब की लिस्ट में शामिल है, हम सब अपने जीवन में इसकी चाह रखते हैं, इसकी कामना करते हैं हम नहीं बूझ पाए, कोई बात नहीं मैं इस सवाल का जवाब देती हूँ। तो वह चीज़ है..सुख और संतुष्टि। जी हाँ, हम सब अपने जीवन में सुख और संतुष्टि की कामना करते हैं। इसलिए हमारा काम, व्यवसाय, विचार यहाँ तक की हमारी भावनाएँ भी इस लक्ष्य को पाने के लिए हमेशा लगी रहती हैं, प्रयासरत रहती हैं। जीवन को सुखी, स्वस्थ और संतुष्ट बनाने के लिए सब अपने-अपने स्तर पर प्रयास करते हैं, इन्हीं प्रयासों में खुद को व्यस्त रखना या अपने शौक को पूरा करना भी आता है। लेकिन कई बार बहुत ज्यादा काम या बार-बार वही पुराना काम व न्यू चैलेंजिंग काम का अभाव और कभी-कभी बिल्कुल कोई काम न होना, हमें टेंशन दे सकता है। और यहाँ से शुरूआत होती है बोरीयत शब्द की। अगर आप लगातार एक जैसा काम करते हुए, या कोई काम न करते हुए बोर हो रहे हैं तो संभल जाइए यह आपकी हेल्थ के लिए खतरनाक हो सकता है। और यहाँ व्यस्तता का अर्थ सिर्फ 'कुछ भी करके' अपना समय काटना नहीं है, बल्कि अपने समय का सदुपयोग करना है।कई बार हम समय, श्रम और धन तीनों का व्यय तो करते हैं, लेकिन उसका प्रतिफल शून्य होता है, जो हमें कुछ देर की खुशी तो देता है, लेकिन स्थायी तौर पर दुख और टेंशन का कारण बनता है जैसे - निंदा करना, चुगली करना, गोसिपिंग, या ज़रुरत से ज्यादा टी.वी.देखना, केवल टाइम पास करने के लिए फोन पर बतियाते रहना आदि। खासकर वे महिलाएँ जो घर पर रहती हैं, जिन पर बच्चों की देखभाल का बोझ नहीं होता, केवल घर का रोज़मर्रा का एक जैसा काम करना वे शायद इन परेशानियों का ज्यादा सामना करती हैं।

इन सभी कार्यों में व्यक्ति कहीं शारीरिक तो कहीं मानसिक रूप से व्यस्त तो रहता है, लेकिन इस व्यस्तता से उसे कोई सकारात्मक परिणाम नहीं मिलते हैं। और हम फिर बोर होने लगते हैं।अब बात करते हैं बोर होने के नुकसान के बारे में।

1. आँखें बुझी-बुझी लगती है।

2. लगातार बोर होते रहने से जीवन में ठंडापन आ जाता है, इससे चेहरे की स्कीन अपनी चमक खोने लगती है।

3. छोटी-छोटी बीमारियाँ शरीर में घर बनाने लगती हैं।

4. जीवन में किसी प्रकार की कोई उत्सुकता न होने के कारण चि‍ड़चिड़ापन होने लगता है और जीवन में ठहराव-सा आ जाता है।

5. भूख कम लगती है। कुछ खाने-पीने की इच्छा नहीं होती या तो भूख न लगने पर भी हर समय व्यक्ति कुछ-न-कुछ खाता रहता है।

6. बोर होने के बावजूद कुछ करने की इच्छा ही नहीं होती।

इसका मतलब यह है कि हमें सकारात्मक व्यस्तता की जरूरत है।

आज के मार्डन समय में भौतिकता और सुख सुविधा ने हमें उनका आदी बना दिया है और हम उनके बिना कोई काम मानो कर ही नहीं सकते।आज हर कोई कम से कम प्रयास और समय में सफलता और उपलब्धि पाना चाहता है। ऐसा हो भी जाता है, लेकिन बचे हुए समय और ऊर्जा में वे खुद को बेहतर बनाने के प्रयास नहीं करते हैं औऱ यहीं से शुरू होता है तनाव और स्वास्थ्य का क्षय।

सकारात्मक व्यस्तता को यदि श्रेष्ठ जीवन की अभिव्यक्ति कहा जाए तो गलत नहीं होगा। इसके तहत हर व्यक्ति को अपने रोजमर्रा के काम के बाद मिलने वाले समय का सदुपयोग करना चाहिए। देखें कि क्या करके आप अपने जीवन में सकारात्मकता ला सकते हैं –

1. दिनचर्या को नियमित करें, ताकि ये न लगे कि दिन भर फुर्सत ही फुर्सत है।

2. दिन की शुरुआत सुबह की सैर से करें।

3. कोशिश करके अपने काम आप खुद ही करें।

4. टी.वी के अलावा मनोरंजन के लिए खेलकूद को भी प्राथमिकता दें। यह न सोचें कि अब इस उम्र में हम क्या खेलकूद करते हुए अच्छे लगेंगे। करके देखिए आप को बहुत अच्छा लगेगा।

5. अपनी हॉबी या रुचि के काम को बढ़ावा दें। वो चाहे जो हो और कैसा भी हो। क्रि‍एटि‍व कामों में इंट्रेस्‍ट लें।

6. दूसरों के लि‍ए कुछ करें।

7. बागबानी करें।

8. अच्छी किताबें पढ़े जैसे आध्यात्मिक और साहित्यिक किताबों को पढ़कर आपको जानने और सीखने को बहुत कुछ मिलेगा।

9. अगर अब आप यह सोच रहे हैं कि कौन किताबें लाए, कहाँ से लाएँ या क्या करना। एक बार ये टिप्स आजमा कर देखें। शायद आपको अच्छा लगे।

सकारात्मक व्यस्तता में हर वे काम शामिल हैं जो आपको संतुष्ट भी करें और सार्थकता का एहसास भी कराएँ। सकारात्मक जीवनचर्या को अपनाएँ और देखें कि जीवन कैसे अर्थ पाता है और बोरीयत नाम का शब्द आपके जीवन से हमेशा के लिए फुर्र हो जाएगा।

अब समय है, फैशन की दुनिया पर नज़र डालने का।

दोस्तो, यहाँ बीजिंग में ठंड दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। बाहर निकलने से पहले ढेर सारे गर्म कपड़े, स्वेटर, जैकेट पहनने पड़ते हैं। लेकिन यह साल का बेस्ट फैशन टाइम भी होता है। आज हम बात करते हैं, मफलर, स्टोल्स की,वूलन मिक्स से बने स्टोल्स । आजकल बाज़ार में विभिन्न रंगों में उपलब्ध होने के कारण लड़कि‍यों में इसकी खरीदारी जोरों पर चल रही है।सर्दी में अपने चेहरे को ठंडी हवा और बेजान होने से बचाने के लिए लड़कि‍याँ इन स्टॉल्स, मफलर को पहनना पंसद कर रही हैं। स्टॉल्स, मफलर की खासियत यह है कि यह हर प्रकार की ड्रेस पर युवतियों के व्यक्तित्व को अलग लुक देता है। यहाँ आजकल चौड़े ऊनी, वूलन मिक्स से बने मफलर बाज़ार में छाए हुए हैं। इन की खासियत यह है कि ये दोनों तरफ से सिले हुए रहते हैं, इन्हें गले में हार की तरह दो बार घुमा कर डाला जाता है और यह गले और गर्दन को पूरी तरह ढक देता है। इतना चौड़ा होता है कि इससे मुहँ भी ढक जाता है। इसकी कीमत भी ज्यादा नहीं है।ये स्टोल्स विभिन्न कलर्स व डिजाइंस में मौजूद हैं जो कि युवतियों को बेहद पसंद आ रही हैं। हर रंग में उपलब्ध होने के कारण इन मफलरों को युवतियाँ अपने ड्रेस की मैचिंग या फिर अपनी पसंद के हिसाब से खरीद रही हैं। कई लोग इन्हें अपनी ड्रेस के कलर के अपोजिट कंट्रास्ट रूप में भी डालना पसंद करते हैं। गले में सजने वाले ये स्टॉल काफी कंर्फटेबल होते हैं। इसकी खासियत है कि ये पहनने में बेहद मुलायम व सिल्की टच लिए होते हैं। और दिखने में बेहद खूबसूरत लगती हैं। इसलिए आजकल बीजिंग के बाज़ार में छाए हुए हैं। सबसे ज़रुरी बात यह है कि चीनी लोग मानते हैं कि सर्दियों में गले को बचाना, उसे ढक कर रखना बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि हमारे शरीर की कई नाजुक नसें गले से जुड़ी होती हैं इसलिए सर्दियों में गले को बचाना ज़रुरी है।

अब मैं आप को एक बढ़िया टिप देने जा रही हूँ , महिलाओं को लुभाने के लिए, यह खबर मैंने एक अखबार में पढ़ी थी जिसे मैं आप सब के साथ शेयर करना चाहती हूँ। अगर आप भी महिलाओं को लुभाना चाहते हैं तो...

अगर किसी व्यक्ति को महिला को लुभाना है तो उसे लाल रंग के कपड़े पहनने चाहिए। कम से कम एक अध्ययन तो यही बताता है।

जर्मन शोधकर्ताओं के अनुसार लाल रंग महिलाओं के लिए आकषर्ण ही नहीं है बल्कि यह खेल में प्रदर्शन में भी इजाफा करता है। किसी अन्य रंग की अपेक्षा लाल रंग पहने पुरुष महिलाओं को अधिक स्मार्ट और अटरेक्टिव लगते हैं।

टेलीग्राफ ने म्यूनिख विश्वविद्यालय और रोसेस्ट विश्वविद्यालयों के शोधकर्ताओं के दल के प्रमुख एंड्रयू इलियट के हवाले से कहा कि अध्ययन में महिलाओं को लाल रंग और नीले रंग की टी-शर्ट पहने व्यक्तियों के फोटो दिखाए गए। अधिकतर ने लाल रंग की टी-शर्ट वाले व्यक्ति को अधिक आकर्षक और हैसियत वाला बताया। अध्ययन की रिपोर्ट जर्नल ऑफ एक्सपेरिमेंटल साइक्लोजी में प्रकाशित हुई है। तो अब आप जान गए होंगे कि आपको महिलाओं को लुभाने के लिए क्या करना है।

श्रोताओ, आपको हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम का यह छत्तीसवा क्रम कैसा लगा। हम आशा करते हैं कि आपको पसंद आया होगा। आप अपनी राय व सुझाव हमें ज़रूर लिख कर भेजें,या फोन पर बताएँ ताकि हमें इस कार्यक्रम को और भी बेहतर बनाने में मदद मिल सकें। क्योंकि हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम आप से है, आप के लिए है, आप पर है। सुख और संतुष्टि हमारे अंदर छिपी है, जिसे हम बाहरी संसार में खोजते हैं, अपने अंतरमन में झाकिए वह वहीं मिलेगी। इसी विचार के साथ हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम यहीं समाप्त होता है। आप नोट करें हमारा ई-मेल पताः hindi@cri.com.cn । आप हमें इस पते पर पत्र भी लिख कर भेज सकते हैं। हमारा पता हैः हिन्दी विभाग, चाइना रेडियो इंटरनेशनल, पी .ओ. बॉक्स 4216, सी .आर .आई.—7, पेइचिंग, चीन,पिन कोड 100040 । हमारा नई दिल्ली का पता हैः सी .आर .आई ब्यूरो, फस्ट फ्लॉर, A—6/4 वसंत विहार, नई दिल्ली, 110057 । श्रोताओं, हमें ज़रूर लिखयेगा। अच्छा, इसी के साथ मैं हेमा कृपलानी आप से विदा लेती हूँ इस वादे के साथ कि अगले हफ्ते फिर मिलेंगे।

तब तक प्रसन्न रहें, स्वस्थ रहें। नमस्कार

संदर्भ आलेख
आप की राय लिखें
सूचनापट्ट
• वेबसाइट का नया संस्करण आएगा
• ऑनलाइन खेल :रेलगाड़ी से ल्हासा तक यात्रा
• दस सर्वश्रेष्ठ श्रोता क्लबों का चयन
विस्तृत>>
श्रोता क्लब
• विशेष पुरस्कार विजेता की चीन यात्रा (दूसरा भाग)
विस्तृत>>
मत सर्वेक्षण
निम्न लिखित भारतीय नृत्यों में से आप को कौन कौन सा पसंद है?
कत्थक
मणिपुरी
भरत नाट्यम
ओड़िसी
लोक नृत्य
बॉलिवूड डांस


  
Stop Play
© China Radio International.CRI. All Rights Reserved.
16A Shijingshan Road, Beijing, China. 100040