यह चाइना रेडियो इंटरनेशनल है। श्रोता दोस्तो, न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम में मैं हेमा कृपलानी आप सब का हार्दिक स्वागत करती हूँ। श्रोता दोस्तो, हम सब को जिज्ञासा रहती है, दूसरों की संस्कृति, रीति-रिवाज़ के बारे में जानने की। हम कहीं के भी पर्यटक स्थलों, त्योहारों, वहाँ के लोगों के खान-पान, वेशभूषा के बारे में पढ़ कर, सुन कर जान सकते हैं। पर जब बात होती है, भारत के अलावा विदेशों की तो हमारी जिज्ञासा(क्युरिओसिटी) और भी बढ़ जाती है यह जानने के लिए कि उनके परिवार कैसे होते हैं, क्या उनके पारिवारिक मूल्य भी हम से मिलते-जुलते हैं, उनके यहाँ विवाह कैसे होते थे और अब कैसे होते हैं। क्या परिवार में बेटे और बेटी के साथ व्यवहार में अंतर किया जाता था, शिक्षा के स्तर में कोई अंतर था। आज के आधुनिक समय में क्या बदलाव हो रहे हैं। तो चलिए आज हम जानने की कोशिश करते हैं कि चीनी परिवारों के बारे में और यह जानने के लिए आज हमारे बीच मौजूद हैं हम सब की प्यारी चाओ दीदी, श्याओयांग जी और हमारे विभाग की युवा साथी लीली। हमें कल जो बीत गया चीन में, आज जैसा है और आने वाले समय में बदलती सोच से हमारा परिचय कराएँगी।
चाओ दीदी, श्याओयांग जी और हमारे विभाग की युवा साथी लीली के साथ बातचीत।
आप सब का एक बार फिर से बहुत-बहुत धन्यवाद। उम्मीद करती हूँ कि हमारे श्रोताओं को आज के कार्यक्रम से मिली जानकारी पाकर अच्छा लगा होगा। आप हमें अपने पत्रों द्वारा यह ज़रूर बताएँ। श्रोताओं के साथ-साथ मुझे भी बहुत कुछ जानने को, सीखने को मिलता है।
श्रोताओं, आपको हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम का यह तैंतीसवा क्रम कैसा लगा। हम आशा करते हैं कि आपको पसंद आया होगा। आप अपनी राय व सुझाव हमें ज़रूर लिख कर भेजें, ताकि हमें इस कार्यक्रम को और भी बेहतर बनाने में मदद मिल सकें। क्योंकि हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम आप से है, आप के लिए है, आप पर है। आप नोट करें हमारा ई-मेल पताः hindi@cri.com.cn । आप हमें इस पते पर पत्र भी लिख कर भेज सकते हैं। हमारा पता हैः हिन्दी विभाग, चाइना रेडियो इंटरनेशनल, पी .ओ. बॉक्स 4216, सी .आर .आई.—7, पेइचिंग, चीन , पिन कोड 100040 । हमारा नई दिल्ली का पता हैः सी .आर .आई ब्यूरो, फस्ट फ्लॉर, A—6/4 वसंत विहार, नई दिल्ली, 110057 । श्रोताओं, हमें ज़रूर लिखयेगा। अच्छा, इसी के साथ मैं हेमा कृपलानी आप से विदा लेती हूँ इस वादे के साथ कि अगले हफ्ते फिर मिलेंगे।
तब तक प्रसन्न रहें, स्वस्थ रहें। नमस्कार