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10-09-16
2010-09-16 15:05:25

यह चाइना रेडियो इंटरनेशनल है। श्रोता दोस्तो, हर सप्ताह की तरह आज भी न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम में, मैं हेमा कृपलानी आप सब का हार्दिक स्वागत करती हूँ। श्रोताओं, पूरी उम्मीद करती हूँ, कि आपको न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम पसंद आ रहा होगा। हम न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम में महिलाओं से जुड़े हुए विभिन्न पहलुओं के बारे में ढेर सारी बातें करते हैं। जिनसे हम सब कहीं-न-कहीं जुडे़ हुए हैं। यहाँ चीन में क्या-क्या होता है, इन सब की जानकारी हम आपको देते रहते हैं। जिससे आपको यहाँ के जीवन के बारे में और अधिक जानने को मिले।

श्रोताओ, चीन-भारत मैत्री संघ द्वारा आयोजित 2010 चीनी अंतरराष्ट्रीय योग सम्मेलन 27 अगस्त को पेइचिंग में उद्घाटित हुआ और तीन दिन तक चला। चीन व भारत से आए योग का समर्थन करने वाले विभिन्न तबकों के कुल 300 से ज्यादा प्रतिनिधियों ने सम्मेलन में भाग लिया। उद्घाटन समारोह में योगाभ्यास,परोपकार नीलामी एवं फेशन-शो आदि गतिविधियों का आयोजन भी किया गया। इस दौरान, योग प्रतियोगिता एवं योग संगोष्ठी का आयोजन भी किया गया था, जिस से व्यापक योग प्रेमियों को एक अंतरराष्ट्रीय आदान-प्रदान का मंच मिला। इस के साथ-साथ, सम्मेलन में फिल्म व चित्र प्रदर्शनी का आयोजन भी हुआ, जिससे भारतीय संस्कृति के प्रति चीनी जनता की समझ और गहरी हो सके।

योग यहाँ भारत से आया है, जिस का 5000 वर्षों से ज्यादा लम्बा इतिहास है। योग भारतीय संस्कृति का प्रतिबिंब है। लोगों के जीवन स्तर के उन्नत होने के साथ-साथ, स्वास्थ्य के तत्व को जोड़ने वाले योग को धीरे-धीरे चीनी लोगों की मान्यता मिल रही है और वह यहाँ लोकप्रिय बन रहा है। अगर हम केवल बीजींग की बात करें तो यहाँ कई योग संस्थाएँ, संघ तथा कक्षाएँ हैं जिनमें हज़ारों चीनी लोग योगा सीख रहें हैं तथा होने वाले फायदे जान रहे हैं। उसे देख हर दिन योगा सीखने वालों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। इस अंतरराष्ट्रीय योग सम्मेलन में ताईवान से योगा सीखने वाली महिलाओं ने अपने योगासनों का प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में उनके नेता ने बाकायदा ओम् के उच्चारण से योगासन करना आरंभ किया।(आवाज़) उसके बाद हमें उनसे बात करने का मौका मिला तो उन्होंने बताया कि वे 30 साल से योगा सिखा रही हैं तथा उनके संघ में 10,000 से ज्यादा लोग योगा सीख रहे हैं। लेकिन ताईवान में एक करोड़ से ज्यादा लोग योगासनों का अभ्यास कर रहे हैं।(आवाज़) आप को यह सुनकर हैरानी होगी की जिन महिलाओं ने योगासनों का प्रदर्शन किया उन सब की आयु 50 से ऊपर थी लेकिन कोई भी महिला 30 वर्ष से ज्यादा की नहीं लग रही थीं।(आवाज़) अभी आपने जो आवाज़ सुनी इन महिला की उम्र 62 साल है, वे दादी-नानी हैं मगर उन्हें देख कोई नहीं कह सकता कि वे 62 साल की हैं, उन्होंने ऋषिकेश जाकर योगा सीखा है और कई वर्षों से इसका अभ्यास कर रही हैं। मेरी आँखें फटी-की फटी रह गईं जब मैंने इन्हें कठिन-से-कठिन आसन आसानी से करते हुए देखा और इनकी उम्र के बारे में जाना।

दोस्तो,एक बात तो है फायदे बहुत हैं योगा के खासकर आजकल के समय में जहाँ इतना तनाव, अवसाद, प्रदूषण, बीमारियाँ बढ़ रही हैं, वहाँ योगा हमारा काफी हद तक इनसे बचाव करता है। आजकल कई योगा संघ, कक्षाएँ जगह-जगह खुल रही हैं मगर हमें सावधानी से इनका चुनाव करना चाहिए। जितनी क्षमता हो उतना आसानी से बिना अपने आप को तकलीफ दिए आसन करने चाहिए। कहीं ऐसा न हो कि दूसरों की देखा-देखी में आप खुद को नुकसान पहुँचाए।

योग सालहकारों के अनुसार योगा कोई भी, किसी भी उम्र में कर सकता है, जितनी कम आयु में शुरु किया जाए उतना बढ़ती उम्र में लाभदायक सिद्ध होगा। शरीर चुस्त-दुरूस्त-तंदुरूस्त रहेगा, लचीला बना रहेगा। आजकल तो योगा पैकेज का चलन भी शुरु हो गया है यानि 5 से 6 आसन 20 से 25 मिनट तक के लिए। जिनके पास समय की कमी है, वे लोग भी यदि नित्य नियम अनुसार इनका अभ्यास करें तो सेहत के लिए फायदेमंद साबित होगा। अब हम आपको कुछ टिप्स बताते हैं- जिनका व्यायाम करते समय अवश्य ध्यान रखना चाहिए।

1. कोई भी एक्सरसाइज करने से पूर्व डॉक्टर की राय ले लें।

2. व्यायाम किसी कुशल प्रशिक्षक की देखरेख में करें।

3. किसी व्यायाम से विपरीत प्रभाव पड़े तो उसे बंद कर दें।

4. व्यायाम की गति आरामदेह रखें।

5. व्यायाम के लिए खुली हवादार जगह चुनें।

6. शरीर को अधिक ना थकाएँ, जब तक शरीर आरामदायक स्थिति में व्यायाम कर सकें तभी तक करें।

7. एक्सरसाइज के तुरंत बाद कुछ ना खाएँ लेकिन शरीर के रिलैक्स होने पर पसंदीदा एनर्जी वाला ज्यूस अवश्य पिएँ।

8. एक्सरसाइज के बाद सोने के बारे में तो भूलकर ना सोचें क्योंकि इससे मोटापा बढ़ सकता है।

तो श्रोताओ, आप भी अपनी सेहत का ध्यान रखें। शरीर की छोटी-मोटी परेशानी को कभी हल्के में न लें, यह सोचकर कि अपने आप ठीक हो जाएगा। घर-गृहस्थी के काम में, दफ्तर के काम में इतने मग्न न हो कि आपको अपनी सेहत का ख्याल रखने का भी समय न मिलें। अंग्रेज़ी में एक कहावत है, आपने भी सुनी होगी- हेल्थ इस वेल्थ तो अपनी वेल्थ का रखिए ख्याल और लिख डालिए हमें पत्र यह बताने के लिए कि आप अपनी सेहत का ध्यान किस प्रकार रखते हैं। आपकी अच्छी सेहत के टिप्स हम अपने श्रोताओं को बताएँगे ताकि उनको भी इससे लाभ मिलें।

श्रोताओ, आपको हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम का यह चौबीसवां क्रम कैसा लगा। हम आशा करते हैं कि आपको पसंद आया होगा। आप अपनी राय व सुझाव हमें ज़रूर लिख कर भेजें, ताकि हमें इस कार्यक्रम को और भी बेहतर बनाने में मदद मिल सकें। क्योंकि हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम आप से है, आप के लिए है, आप पर है। जीवन में कामयाब होने के लिए तीन फैक्टरियाँ लगाइए-दिमाग में आइस फैक्टरी, जुबान पर सुगर फैक्टरी और दिल में लव फैक्टरी। इसी विचार के साथ हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम यहीं समाप्त होता है। आप नोट करें हमारा ई-मेल पताः hindi@cri.com.cn । आप हमें इस पते पर पत्र भी लिख कर भेज सकते हैं। हमारा पता हैः हिन्दी विभाग, चाइना रेडियो इंटरनेशनल, पी .ओ. बॉक्स 4216, सी .आर .आई.—7, पेइचिंग, चीन , पिन कोड 100040 । हमारा नई दिल्ली का पता हैः सी .आर .आई ब्यूरो, फस्ट फ्लॉर, A—6/4 वसंत विहार, नई दिल्ली, 110057 । श्रोताओ, हमें ज़रूर लिखयेगा। अच्छा, इसी के साथ मैं हेमा कृपलानी आप से विदा लेती हूँ इस वादे के साथ कि अगले हफ्ते फिर मिलेंगे।

तब तक प्रसन्न रहें, स्वस्थ रहें। नमस्कार

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