Web  hindi.cri.cn
भारतीय पैवेलियन
2010-08-20 16:11:11

शांगहाई एक्सपो हर रोज की तरह आज भी शानदार ढंग से जारी है। एक्सपो में 18 अगस्त को भारतीय राष्ट्रीय दिवस मनाया गया। आज हम भारत पैवेलियन के बारे में विस्तार से प्रकाश डालेंगे। बैटर सिटी बैटर लाईफ यानी बेहतर शहर, बेहतर जीवन की थीम के साथ-साथ भारतीय पैवेलियन की विशेषता सिटीज आफ हारमनी है। जो पैवेलियन के बाहर से ही नजर आने लगती है। जैसा कि हम जानते हैं कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है, जहां 22 भाषाएं और सैंकड़ों बोलियां बोली जाती हैं। हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध आदि धर्मों के लोग भारत में रहते हैं। इन सभी बातों को ध्यान रखकर भारतीय पैवेलियन का निर्माण किया गया है।भारतीय पैवेलियन को तैयार करने में डिजायन, इंजीनियरिंग, आर्किटैक्चर व सोच को बेहतरीन ढंग से दर्शाया गया है, जो कि शहरों के विकास में अहम भूमिका निभाते हैं। पैवेलियन में प्राचीन पंच तत्व जो कि जीवन के मूल आधार माने जाते हैं, उस पर विशेष ध्यान दिया गया है। एक स्वस्थ शहरी जीवन के लिए भी हवा, पानी, आग, पृथ्वी का विशेष स्थान होता है। पैवेलियन के बाहर पानी का फव्वारा इस बात का प्रतीक है कि पानी जीवन के लिए कितना महत्वपूर्ण होता है। प्राचीन समय से ही भारत समेत पूरी दुनिया में पानी काफी अहम रहा है। भारत की बात करें तो यह लोगों की आस्था से भी जुड़ा हुआ है। भारत की नदियां, गंगा, यमुना, सरस्वती, गोदावरी, सिंधु को सदियों को संरक्षित व पूजने का काम होता रहा है। वहीं टैराकोटा बुद्ध के पूर्व निर्वाण यानी जतका की कहानी बयान करता है। ये सभी चीजें गुंबद के ऊपरी हिस्से पर दर्शायी गयी हैं।जैसे कि एयर व सोलर पैनल सूर्य से ऊर्जा खींचते हैं।प्रवेश व गुंबद आकाश की ओर खुला हुआ है और दूसरे ग्रह में पहुंचता है।

दोस्तो भारतीय पैवेलियन भूतकाल, वर्तमान व भविष्य का मिला जुला रूप है। जिसमें भारत की प्राचीन संस्कृति, इतिहास, हैरिटेज. कला व क्राफ्ट के साथ-साथ डिजायन व सजावट और आधुनिक तकनीकों के इस्तेमाल की कहानी बयान करता है।

गुंबद अनेकता में एकता को प्रतिबिंबित करता है।भारतीय संस्कृति की विविधता पैवेलियन में प्रवेश करने से ही नजर आने लगती है। प्रवेश एरिया जीवन वृक्ष की कल्पना को दिखाता है, यह वृक्ष गुजरात के अहमदाबाद में सिद्धि सैयद मस्जिद से प्रेरित है।

वहीं पैवेलियन की बाहरी दीवारें, जातक कहानियों का प्रदर्शन करती हैं। ये कहानियां बुद्ध के निर्वाण पूर्व, पशु, पक्षी, और मानव जीवन पर आधारित हैं। जो कि बुद्ध साहित्य व परंपरा में महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं। पैवेलियन में टैराकोटा को तैयार करने वाले कलाकार, पश्चिम बंगाल के हैं, जहां मध्यकाल में कई टैराकोटा मंदिर भी थे। ईंट व पत्थर का फर्श वाराणसी में रामपुर महल से प्रेरणा लेकर बनाया गया है, वाराणसी दुनिया की सबसे प्राचीन शहरों में से एक मानी जाती है।इतना ही इसका धार्मिक लिहाज से भी काफी महत्व है, जो कि गंगा नदी के किनारे भारत की केद्रीय धार्मिक स्थल है। यह अपने सिल्क व हथकरघा उद्योग के लिए भी प्रसिद्ध है।

इसके अलावा भारतीय पैवेलियन के भीतर एक छोटा सा एम्पीथिएटर है, जो भारत की विविध संसकृति व परंपरा का नजारा पेश करता है। इसके अलावा प्लाजा का खुला स्थान और दोनों ओर दुकानों के साथ-साथ दो रेस्टोरेंट भी हैं। दुकानों में दर्शक कॉटन,सिल्क, ऊनी शॉल व पत्थर की नक्काशी वाली आकृतियों के अलावा पेंटिंग आभूषण आदि की जमकर खरीददारी कर रहे हैं।

भारतीय भोजन का स्वाद भी पैवेलियन में आने वाले दर्शक लेना नहीं भूल रहे। भारतीय मसालों व विविध व्यंजनों की खुशबू बाहर से ही आने लगती है। जिसमें सब्जियां, अनाज, फल व अन्य पोषक तत्वों को मिलाया जाता है।

इस तरह भारतीय पैवेलियन आधुनिकता व प्राचीन संस्कृति का एक अच्छा उदाहरण लोगों के सामने पेश कर रहा है। वैसे भारतीय पैवेलियन में प्रतिदिन दर्शकों की तादाद बढ़ती ही जा रही है, हम उम्मीद करते हैं आने वाले दिनों में इसमें और इजाफा होगा।

संदर्भ आलेख
आप की राय लिखें
सूचनापट्ट
• वेबसाइट का नया संस्करण आएगा
• ऑनलाइन खेल :रेलगाड़ी से ल्हासा तक यात्रा
• दस सर्वश्रेष्ठ श्रोता क्लबों का चयन
विस्तृत>>
श्रोता क्लब
• विशेष पुरस्कार विजेता की चीन यात्रा (दूसरा भाग)
विस्तृत>>
मत सर्वेक्षण
निम्न लिखित भारतीय नृत्यों में से आप को कौन कौन सा पसंद है?
कत्थक
मणिपुरी
भरत नाट्यम
ओड़िसी
लोक नृत्य
बॉलिवूड डांस


  
Stop Play
© China Radio International.CRI. All Rights Reserved.
16A Shijingshan Road, Beijing, China. 100040