शांगहाई में वाकई काफी गर्मी पड़ रही है, लेकिन लोगों में एक्सपो देखने का इतना उत्साह है कि वे घंटों लाईन लगाकर पैवेलियनों में पहुंच रहे हैं। एक्सपो की थीम बेहतर शहर बेहतर जीवन यानी बैटर सिटी बैटर लाईफ का संदेश हर देश के पैवेलियन व क्षेत्र में नजर आ रहा है।
आज सुबह हमने एक्सपो एरिया में पहुंचकर सबसे पहले भारत पैवेलियन की ओर रुख किया। 18 अगस्त को होने वाले भारत दिवस के लिए वहां पर तैयारी जारी है। पैवेलियन के निदेशक समेत तमाम कर्मचारी इस काम में जुटे हुए हैं। भारतीय भवन बाहर से ही अपनी एक अलग पहचान दर्शाता है। प्राचीन सांची स्तूप पर आधारित बांस के विशाल गुंबद व अन्य भारतीय पारंपिक चीजों को करीब से जानने के लिए दर्शक भारी तादाद में पहुंच रहे हैं। उनमें बालीवुड के कलाकारों के साथ-साथ हस्तशिल्प और भारतीय शैली के चित्रों को लेकर काफी रुचि दिखाई दी। पैवेलयिन में परंपरागत अंदाज में सजे-धजे मॉडल भी लोगों के आकर्षण का केंद्र हैं। एक तरफ कोने में हाथी की मूर्ति सजाई गई है, उसके साथ फोटो खींचने के लिए दर्शक लालायित हो रहे हैं। बाहर भले ही तापमान 37 डिग्री हो लेकिन पैवेलियन में पहुंचते ही लोगों को सुकून मिल जाता है। इसके अलावा भारतीय पैवेलियन के अंदर लगी दुकानों में भी लोग जमकर खरीददारी कर रहे हैं। उनमें वस्त्रों से लेकर सजावट की चीजें व मूर्तियां भी शामिल हैं। अगर भारतीय लजीज व्यंजनों की बात न की जाय तो एक्सपो का भ्रमण कुछ फीका पड़ जाएगा। चीनी लोगों को भारतीय रेस्टोरेंट में चिकन करी, नान, दाल व अन्य खाने का स्वाद चखने का मौका भी मिल रहा है।
भारत के नजदीक ही नेपाल पैवेलियन है।हमने नेपाल भवन के अंदर जाने का भी मन बनाया। अपने ऐतिहासिक व सांस्कृतिक गौरव के लिए जाना जाने वाला हिमालयी देश के पैवेलियन को भी काफी अच्छी तरह से सजाया गया है। उसकी खासियत प्राचीन मंदिर के रूप में दिखाई पड़ रही है।
चीन के विभिन्न प्रांतों से लोग एक्सपो देखने पहुंच रहे हैं। इसमें हर वर्गं व उम्र के लोग शामिल हैं। बच्चे तो उत्साहित हैं ही लेकिन बूढ़े-बुजुर्गों का उत्साह भी कम नहीं है। जबकि गर्मियों की छुट्टियों के चलते स्कूली छात्र-छात्राओ की भारी भीड़ है, वे इस शानदार मौके के हर पल का आनंद उठा रहे हैं। इतना ही नहीं, उनमें एक्सपो पासपोर्ट पर विभिन्न देशों की मुहर लगाने का भी खूब क्रेज है। हर पैवेलियन के अंदर ऐसे ही स्टाल पर युवाओं की भीड देखी जा सकती है। दोस्तो शांगहाई एक्सपो में शामिल होने का मुझे दूसरी बार अवसर मिला है, लेकिन अभी भी मुझमें काफी चीजें जानने व समझने की रुचि है। क्योंकि एक्सपो का नजारा देखने लायक है।एक वार आप यदि परिसर में प्रवेश कर जाए तो बाहर आने का मन नहीं करता। वैसे पैवेलियनों के भीतर जाने के लिए इतनी लंबी लाईनें लगी हैं कि देखते ही बनता है। पिछली बार जितनी भीड़ थी आजकल उससे भी अधिक लोग एक्सपो में दिखाई दे रहे हैं। भारत व नेपाल पैवेलियनों के बाद हम थाईलैंड भवन पहुंचे, जहां परांपरग थाई शैली की चीजें दिल को भाने वाली थी। उसके बाद फोर डी में एक छोटी फिल्म ने बहुत रोमांचित कर दिया। जबकि अन्य कलाकारी भी देखने लायक थी। कुल मिलाकर पहले दिन के अनुभव से यही कह सकता हूं कि शांगहाई एक्सपो वाकई शानदार चल रहा है। दोस्तो अगर आपको भी यहां आने का मौका मिले तो एक्सपो में जरुर आएं। शांगहाई डायरी के साथ हम फिर हाजिर होंगे...अब इजाजत दीजिए नमस्काऱ......