इस साल के जुलाई माह की केवल चिलचिलाती गर्मी अब शांगहाई शहर की विशेषता नहीं रह जाती है। क्योंकि शांगहाई विश्व मेले के प्रति लोगों के उत्साह में कोई सीमा नहीं रही। ग्रीष्मोवकाश में चीन के विभिन्न भागों से माता-पिता अपने बच्चों को साथ लेकर शांगहाई विश्व मेले के विशाल मंच को देखने के लिए आए हैं। इस समय का विश्व मेला परिसर अचानक से बच्चों के क्रिङास्थल के रूप में बदल गया है। ये बच्चे कभी आश्चर्यचकित होकर नए नए रूपाकार के मंडप की तरफ भागते दिखते हैं तो कभी मेले प्रांगण के स्वादिष्ट व्यंजन का मजा लेते हुए दिखाई देते हैं, कभी मेले के शुभंकर के साथ फोटो खिंचवाते हुए नजर आते हैं तो कभी अपने विदेशी दोस्तों के साथ मशगूल दिखते हैं। जर्मनी के भवन में बच्चे तो मालिक जैसे बन बैठे हैं। अलग-अलग देशों से आए बच्चे, यहाँ पर अपने तरीके के बेहतर जीवन की कल्पना पेश करते हैं।
यह प्रचलित चीनी लोकगीत जैस्मीन का फूल हानोवर बाल कोरस ग्रुप द्वारा जर्मनी के लोअर सैक्सोनी पैवेलियन को दिया गया विशेष उपहार है। इस ग्रुप को पूरे यूरोप में बैलोक के समय का संगीत पेश करने वाला सबसे श्रेष्ठ बैंड का नाम दिया गया है। इधर कुछ समय में इस बैंड ने कई अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार जीते हैं। माना कि शांगहाई के मौसम में इस समय बहुत उमस है, लेकिन इस बाल ग्रुप ने अपने उत्साह से भरे गीतों से लोगों का मन मोह लिया है। क्योंकि वे जानते हैं कि वे लोग वर्ष 2000 में आयोजित विश्व मेले के मेजबान हानोवर का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। शांगहाई में इन्हों ने अपने दस सालों की उपलब्धियों को दिखाया है।
इस कोरस ग्रुप के अलावा, जर्मनी भवन के सामने हरे टीशर्ट में सजे-धजे सोलह-सतरह साल के स्कूली बच्चे दिखाई देते हैं। ये सभी बच्चे जर्मनी के हानोवर के गेटे मिडिल स्कूल और शांगहाई के वू आई मिडिल स्कूल के छात्र हैं। दोनों स्कूलों के छात्र, दर्शकों को अपने हाथों से बनाए फोटो एलबम उपकरण के बारे में बताने में व्यस्त हैं। यह एलबम उपकरण दुनिया की सबसे विकसित तकनीक के उपयोग से बना है। दर्शक इस एलबम के फोटो को छूकर शहर में होने वाले कार्यक्रमों की जानकारी ले सकते हैं। शांगहाई के वू आई के हाई स्कूल के दूसरे वर्ष के छात्र ने दर्शकों को इसका परिचय देते हुए कहा ,
हमारे इस कार्यक्रम की शुरूआत वर्ष 2005 में हुई थी। हमारे कार्यक्रम का नाम शांग-ओवर है जो कि शांगहाई के शागं और हानोवर के ओवर से लिया गया है, जो कि हमारे कार्यक्रम के थीम को भी दिखाता है। यहाँ पर हमारे पास बहुत सारे फोटो हैं, जिनमें आधे शांगहाई के हैं और आधे हानोवर के हैं। इस कार्यक्रम के जरिए हम चीनी और पश्चिमी संस्कृति की तुलना करते हैं। साथ ही उनकी अच्छी बातों को सीखते हैं और वे भी हमारी अच्छाईयों को सीख सकते हैं। पर्यावरण संरक्षण के साथ साथ कम कार्बन उत्सर्जन में भी देश को योगदान देते हैं क्योंकि आने वाले समय में शहरों के मालिक हमलोग ही हैं।
इस फोटो एलबम उपकरण के द्वारा, बच्चे अपने सपने के शहर की रचना कर सकते हैं। इसके अलावा, इनलोगों ने इस उपकरण के द्वारा चीन और जर्मनी के पारिवारिक जीवन की विभिन्नताओं को दिखाया है, जिनमें घरों की स्थिति, उर्जा की खपत, कचरे की सफाई, शौकिया जीवन और खानपान शामिल है। जर्मनी के हानोवर के गेटे विद्यालय के छात्र डैनियल जावो एलबम उपकरण के प्रयोग के साथ-साथ दर्शकों को इसका परिचय भी दे रह हैं।
उदाहरण के लिए, यहाँ पर क्लिक कीजिए और आपको जर्मनी के विशेष व्यंजन दिखाई देंगे। इसे इस तरह से दबाने पर यह फोटो बड़ा हो जाता है, इसे अपने अनुसार छोटा-बड़ा भी किया जा सकता है। इस तरह से यह खानपान वाला थीम पूरा हुआ। अगर हम इस फोटो को दो बार क्लिक करेंगे तो यहाँ पर चीनी विशेषता वाला खानपान सामने आएगा। इसके बाद, हम अपने अनुसार फोटो को छोटा-बड़ा करके शहर के फोटो में सेट कर सकते हैं। इस तरह से छात्र अपने रूचि के अनुसार इस यंत्र की मदद से अपने मनपसंद शहर की रचना कर सकते हैं। साथ ही, छात्र चीन और हानोवर के विभिन्न रूपों को भी देख सकते हैं। वू आई स्कूल के छात्र को हानोवर शहर के कचरे की सफाई व्यवस्था सबसे ज्यादा पसंद है।
मैंने खुद कचरे के विभिन्न विभाजन प्रकारों को देखा है। उदाहरण के लिए, हवाई अड्डे के अलावा और भी जगहों पर, बहुत बङे-बड़े कचरे के डब्बे को रखा जाता है, जिन्हें विभिन्न प्रकारों में बाँटा गया है जैसे- कागज वाला, प्लास्टिक वाला आदि। बहुत बारिकी से कचरों का विभाजन किया गया है।
बच्चे आने वाले समय के मालिक हैं। अगर उनका जीवन खुशहाल है तो ही उसे बेहतर जीवन कहा जा सकता है। बेहतर शहर बेहतर जीवन ने हमें बेहतर जीवन के खोज के लिए सतत प्रयास को प्रेरित किया है।