गत 24 मई को शांगहाई विश्व मेले में रिपब्लिक ऑफ मान्टेंनिग्रो के राष्ट्रीय मंडप के उद्धाटन का दिवस था।यह मंडप बार-बार स्थगित होने के बाद आखिरकार लोगों के सामने आ ही गया। मई की 23 तारीख को हमारे संवाददाता ने शांगहाई विश्व मेले के मान्टेंनिग्रो के प्रतिनिधि से साक्षात्कार किया। उन्होनें कहा कि इस विश्व मेले में सफलतापूर्वक भाग लेना हमारे देश के लिए भविष्य में इस तरह के मेले में भाग लेने की एक शुरूआत बन गई है।उन्होंने शांगहाई विश्व मेले का उच्च मूल्यांकन किया।
इस बार हमारे देश ने 105 सालों के बाद दूसरी बार विश्व मेले में भाग लिया है।पिछली बार हमने 1905 में बेलजियम में आयोजित इस तरह के मेले में भाग लिया था। शांगहाई विश्व मेला हमारे देश के लिए ऐसी एक नयी शुरूआत है,जिस के आधार पर हम सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकते हैं और हमें सब से बड़ा उत्साह प्राप्त हुआ है।चालू शांगहाई विश्व मेला एक अदभुत मेला है और अपने 150 साल पुराने इतिहास में सबसे विशाल मेला भी है।
उन्होनें पाँच दफा" उत्तम "शब्द का प्रयोग कर इस मेले में मान्टेंनिग्रो की भागीदारी की भूमिका पर जोर दिया।
यह विश्व के सबसे बङे देशों में से एक देश चीन में विश्व के सबसे छोटे देशों में से एक मान्टेंनिग्रो की भागीदारी है। हमारा अनुमान हैं कि 6 महिने तक चलने वाले इस मेले में सबसे ज्यादा दर्शकों यानी दस लाख दर्शक आएंगे। यह संख्या अपने आप में मान्टेंनिग्रो के लिए बहुत ज्यादा है। शांगहाई विश्व मेला मान्टेंनिग्रो की भावी विश्व मेलों में हिस्सेदारी की एक नयी शुरूआत है।
उन्होनें यह भी कहा कि न केवल वित्त और दर्शक के मामले में बल्कि विश्व मेले के उद्यान के क्षेत्रफल के मामले में भी शांगहाई विश्व मेला एक रिकार्ड है,जिसे तोड़ना मुश्किल है। पेइचिंग ओलंपिक से लेकर शांगहाई विश्व मेले तक चीनी जनता ने असाधारण काम कर दिखाया है।
पोलैंड की संस्कृति की जान-संगीत व चित्रकला
22 मई को शांगहाई विश्व मेले में पोलैंड के राष्ट्रीय मंडप का दिवस मनाने कि लिए पौलैंड के पियानोवादक एवा पोबलोका, म्यूजिक कंडक्टर हर्डजिन चच्यांग के सिम्फोनी औक्स्ट्रा के साथ मिलकर शांगहाई वृहद नाटक भवन में पोलिश संगीत कार्यक्रम पेश किया। इस में पौलैंड के मशहूर संगीतकार चोपिन की संगीत-रचनाओं के अलावा प्रसिद्ध फिल्मों के गीत भी पेश किए गए। शांगहाई विश्व मेला इस कार्यक्रम के आयोजक में से एक है। पोलैंड के राष्ट्रीय मंडप के अधिकारी श्रीमती अन्ना ब्रोवेल ने कहा
कला मानव जाति की आम भाषा है।मैं मानती हूँ कि संगीत और फिल्म मानव जाति की बाधारहित भाषा है। संगीत और फिल्म हमारे अंतर्मन को प्रकट करने वाला माध्यम हैं। इस साल फ्रेडरिक चोपिन की 200वाँ जयंती मनाई जाती है। चोपिन का संगीत स्वभावतः पोलैंड के राष्ट्रीय मंडप में होने वाले आयोजनों में एक का मुख्य विषय बना है। 22 मई को तड़के शांगहाई वृहद नाटक भवन में आयोजित कार्यक्रम के अलावा, हॉलैंड के राष्ट्रीय मंडप में भी चोपिन के संगीत पर एक भव्य समारोह आयोजिता किया गया। अन्ना ब्रोवेल ने कहा कि मैं आशा करती हूँ कि चोपिन के संगीत के माध्यम से पोलैंड की और चीन की जनता के बीच मौजूद दूरी को कम किया जाएगा और विश्व के सभी देशों के लोग पोलैंड के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करें।
चीन में पोलैंड के दूतावास के कला और संस्कृति विभाग के काँसिलर मेसिज गासा ने उसी दिन संगीत कार्यक्रम समाप्त होने के बाद साक्षात्कार में कहा कि इस तरह का सांस्कृतिक आदान-प्रदान दोनों देशों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। पोलैंड और चीन और व्यापक तौर पर सांस्कृतिक आदान-प्रदान करेंगे।
मैं मानती हूँ कि पोलैंड और चीन के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान बहुत आवश्यक है। पोलैंड और चीन के नागरिकों के बीच बहुत सारी समानताएँ हैं, विशेषकर उन्हें संगीत में समाने रूचि होती है। हम चीन में एक पोलिश कला कॉलेज की स्थापना करने की सोच रहे हैं। इससे एक तरफ जहाँ चीनी लोगों में पोलिश संस्कृति को लोकप्रिय बनाया जाएगा, उन्हें न केवल संगीत बल्कि नाट्य, नृत्य, नाटक, ऑपेरा आदी सीखने का भी अवसर मिलेगा। दूसरी तरफ चीनी कलाकारों को भी सांस्कृतिक आदान-प्रदान करने के लिए पोलैंड जाने का मौका दिया जाएगा।