दोस्तो, शांगहाई विश्व मेले के उदघाटन समारोह में भाग लेने वाले मलावी के राष्ट्रपति बिनगू वा मुटारिका ने 1 मई को हमारे संवाददाता को दिए विशेष इन्टरव्यू में कहा कि शांगहाई विश्व मेले ने अफ़्रीकी देशों को चीन को समझने और चीन तथा विश्व के अन्य देशों से सीखने का एक अच्छा मौका दिया है। मलावी समेत अफ़्रीकी देश विश्व मेले के सुअवसर पर अपनी प्रदर्शनियों को अच्छी तरह से दिखाएंगे, और अन्य देशों के साथ आर्थिक व सांस्कृतिक आदान-प्रदान मजबूत करेंगे। अब लीजिये सुनिये इस बारे में एक रिपोर्ट।
विश्व मेले के उद्यान में स्थित अफ़्रीकी संयुक्त भवन में 42 अफ्रीकी देशों व अफ़्रीकी संघ को अपने अपने स्थान होते हैं। इस वर्ष अफ़्रीकी संघ के वर्तमान अध्यक्ष देश के रुप में मलावी भी उन में से एक है। राष्ट्रपति मुटारिका ने इन्टरव्यू में शांगहाई विश्व मेले को अफ़्रीका के भावी विकास से संपर्क के तौर पर बताया। उन्होंने कहा कि शांगहाई विश्व मेले ने अफ़्रीकी देशों के लिये अपनी विशेषता दिखाने का एक अच्छा मौका दिया है। साथ ही वे भी विश्व मेले द्वारा चीनी बाजारों को अच्छी तरह से समझेंगे, और चीन के साथ व्यापार व पूंजी-निवेश में सहयोग का विकास करेंगे।
उन्होंने कहा कि यहां आना अफ़्रीकी देशों के लिये सीखने की एक प्रक्रिया है। क्योंकि हमने पहली बार बड़े पैमाने पर इस तरह के अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम में भाग लिया है। हम दूसरे देशों की प्रदर्शनी देखेंगे और उनसे सीखेंगे। उदाहरण के लिये उनके उत्पादन, पैकेज, गुणवत्ता, व बाजार का प्रबंध आदि। इस दृष्टि से हम खूब अनुभव सीखेंगे। साथ ही हम इस मौके पर अफ़्रीकी उपजों का प्रसार-प्रचार भी करेंगे। हमने माल की गुणवत्ता को उन्नत करने का फैसला किया है। इसके अलावा हम विश्व बाजार से आयातित माल का स्रोत भी ढूंढ़ेंगे। हमने शांगहाई विश्व मेले को अफ़्रीकी महाद्वीप, खासतौर पर मालावी के लिये खुलेपन का एक मौका माना है।
मुटारिका ने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि मैंने शांगहाई विश्व मेले का उदघाटन समारोह देखा। उसी रात को प्रस्तुत रंगबिरंगे कार्यक्रमों व आतिशबाजियों ने उनपर गहरी छाप छोड़ी। उनके ख्याल से चीनी जनता का अदम्य चरित्र प्रशंसनीय है। इस चरित्र से चीनी जनता विभिन्न मुश्किलों व चुनौतियों का सामना करने के साथ साथ विश्व मेले का आयोजन भी कर सकती हैं।
उन्होंने कहा कि चीन द्वारा आयोजित विश्व मेला हमारे विकासशील देशों के लिये एक प्रोत्साहन है। ऑलंपिक के आयोजन से पहले चीन में प्राकृतिक आपदा आयी। हाल ही में भूकंप तथा अन्य कुछ चुनौतियां भी चीन के सामने आये हैं। लेकिन चीन ने उन मुश्किलों को दूर करके विश्व मेले का आयोजन सफलता के साथ किया है।
मालावी अफ्रीका के दक्षिण पूर्वी में स्थित है। देश की जनसंख्या लगभग 1 करोड़ 20 लाख है। मालावी गणराज्य ने वर्ष 2007 के दिसंबर में चीन लोक गणराज्य के साथ राजनयिक संबंध की स्थापना की है। राष्ट्रपति मुटारिका ने राजनयिक संबंध की स्थापना के बाद द्विपक्षीय संबंधों के विकास का उच्च मूल्यांकन किया।
उन्होंने कहा कि मेरे ख्याल से चीन व मालावी के बीच राजनयिक संबंध की स्थापना मलावी के लिये एक बहुत अच्छी बात है। पेइचिंग के साथ राजनयिक संबंध रखना मेरे द्वारा किया गया सबसे अच्छा फैसला है। क्योंकि राजनयिक संबंध की स्थापना के बाद चीन सरकार ने मलावी के विकास के लिये बहुत काम किये हैं। इसलिये चीन-मालावी संबंध बहुत महत्वपूर्ण है। हमारे विचार में चीन मालावी का सब से अच्छा मित्र है। मालावी की जनता भी दोनों देशों के संबंधों के विकास पर संतुष्ट हैं।
इन्टरव्यू के अंत में मुटारिका ने कहा कि भविषय में मालावी व चीन के बीच आर्थिक व सांस्कृतिक आदान-प्रदान दिन-ब-दिन बढ़ जाएगा। शांगहाई विश्व मेला जैसी बड़ी गतिविधियों का आयोजन ज़रूर दोनों देशों के संबंधों को और विकसित करने के लिये महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगे।
(चंद्रिमा)