यह चाइना रेडियो इंटरनेशनल है। श्रोता दोस्तो, हर सप्ताह की तरह आज भी न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम में, मैं हेमा कृपलानी आप सब का हार्दिक स्वागत करती हूँ। श्रोताओं, पिछले दिनों पेइचिंग में विश्व महिला शिखर सम्मेलन आयोजित हुआ था। इस सम्मेलन में महिलाओं की आर्थिक स्वतंत्रता पर ज़ोर दिया गया तथा अपना व्यापार शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया गया जिससे समाज में उनकी स्थिति और अधिक मज़बूत हो। शिखर सम्मेलन के विषय में एक लेख प्रकाशित हुआ जिसके बारे में मैं आपको बताना चाहती हूँ। लेख का विषय है.................
स्वतंत्र रोजगार शुरू करने पर महिलाओं का आत्मविश्वास दृढ़ हुआ
21वीं सदी में ज़्यादा से ज़्यादा महिलाओं ने अपना रोज़गार शुरू किया है। जिससे उन्हें समाज में नया स्थान और अपना लक्ष्य हासिल करने का अवसर भी मिला है। पेइचिंग में आयोजित 2010 पेइचिंग विश्व महिला शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाली महिलाओं ने कहा कि अपना रोजगार शुरू करने से महिलाओं का आत्मविश्वास दृढ़ हुआ है व आर्थिक स्वतंत्रता भी मिलती हैं।
21 मई को जब दोपहर के भोज के समय प्रस्तुतकर्ता ने उपस्थित महिलाओं में से पूछा कि, कितनी महिलाएँ अपनी कंपनी चला रही हैं,जवाब में बहुत महिलाओं ने अपने हाथ उठाये। एक अमेरिकी महिला रोस, एम.आर नामक कंपनी का संचालन कर रही है, जो कि इंटरनेट संबंधित व्यवसाय है। आम तौर पर पुरूष इस क्षेत्र का नेतृत्व करते हैं। परन्तु कई साल तक प्रयास करने के बाद उन्हें इसमें सफलता मिली है। साथ ही उनकी कंपनी प्रगति कर रही है, विकास कर रही है। इस शिखर सम्मेलन की अतिथि के नाते, रोस ने श्रोताओं को अपना अनुभव बताया।
मुझे लोगों को अपनी कंपनी शुरू करने के, पिछले 18 सालों के अनुभव बताना पसंद है। और कैसे मैंने अपनी महिला सहेलियों व बहनों को सफलता प्राप्त करने के लिये उनकी मदद की है। वे मेहनत से काम करके अपने जीवन की गुणवत्ता बढ़ाती हैं। मेरे सामने सबसे बड़ी समस्या है कि इस क्षेत्र में, जो हमेशा से पुरूष प्रधान ही रहा है, अपने लिए मार्ग कैसे ढ़ूढ़ सकती हूं। बहुत लोगों ने मुझसे पूछा कि आप क्यों इस क्षेत्र में हैं? तो मैं उन्हें बताती हूँ कि कैसे मैंने इन चुनौतियों को दूर किया है। मैं आदान-प्रदान पर ध्यान रखती हूं। अत्मविश्वास के साथ मैं अपने उत्पादों को पेश करती हूँ, उन पर भरोसा करती हूं।
पुरूषों की तुलना में रोजगार शुरू करने में महिलाओं के समक्ष ज़्यादा कठिनाइयां व बाधाएँ आती हैं। विश्व महिला शिखर सम्मेलन की अध्यक्षा अरेन नटिविदद ने कहा कि सरकार को रोज़गार शुरू करने वाली महिलाओं की सहायता करनी चाहिये। अलग-अलग समस्याओं में से पूंजी संबधित मुद्दे महिलाओं को सबसे ज़्यादा परेशान करते हैं।
अधिकांश महिलाओं को ऐसी गारंटी नहीं मिल सकती,जिससे वे बैंक से ऋण हासिल कर सकती हैं। उन्होंने भी अच्छे उद्योगों की स्थापना की है, हालांकि उनके उद्योगों का पैमाना थोड़ा-सा छोटा है। बैंक छोटे उद्योगों में कोई रुचि नहीं रखते। इसीलिये मेरा ख्याल है कि सरकार उनका व्याज कम कर सकेंगी, ताकि ऋण लेने पर उनका बोझ कम हो सके।
कुछ देशों में कानून पारित हो चुके हैं,जिनसे महिलाओं को ज़्यादा विकास के मौके मिल सकते हैं। कुछ देशों में रोजगार शुरू करने के लिये महिलाओं को रोजगार संबंधित प्रशिक्षण और कम रकम वाले ऋण भी दिये जाते हैं। पेइचिंग महिला संघ की उप-अध्यक्षा ल्यूयींग ने कहा कि पेइचिंग में रोजगार शुरू करने वाली महिलाओं के सामने बेहतर रणनीति व आर्थिक वातावरण जारी हैं।
पेइचिंग में रोजगार शुरू करने पर महिलाओं को बहुत सुविधाएं मिल सकती हैं। इन सालों में पेइचिंग महिला संघ ने 1 करोड़ 50 लाख य्वान व्याज़ समेत ऋण दिया, जिससे 50 करोड़ य्वान वाला निवेश किया जाता है। साथ ही रोजगार शुरू करने पर महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिये 59 विकास संस्थाओं की स्थापना की गयी है। इन संस्थाओं में से कुछ श्रेष्ठ महिलाएं उभर कर आयी हैं। दूसरी ओर अपने आस-पास के आदर्शों को देखकर, अपने समान महिलाओं को आगे बढ़ता देखकर ज़्यादा से ज़्यादा महिलाएं रोज़गार शुरू करने लगी हैं।
श्रोताओं, आप भी सहमत होंगे कि आज के माहौल में महिलाओं
के लिए आर्थिक रुप से स्वतंत्र होना अनिवार्य है। इससे न केवल परिवार की आय में वृद्धि होती है, महिलाएं अपने अतिरिक्त समय का बेहतर तरीके से उपयोग करती हैं। उन्हें अपने टेलन्ट दिखाने का मौका मिलता है, शिक्षा का बेहतर रुप से उपयोग होता है और सबसे बढ़ी बात उनका आत्मविश्वास बढ़ता है।
चलिए, कार्यक्रम में आगे बढ़ते हुए..........
सेहत-सौंदर्य के भाग में आज हम बालों के विषय में बात करेंगे। बाल मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं—तैलिय,रूखे और सामान्य। सिर की त्वचा के नीचे सेबेशियस ग्रंथियाँ होती हैं, जिनमें सीबम नाम का तत्व बनता है। बालों की प्राकृतिक चमक शरीर में बननेवाले सीबम की मात्रा पर भी निर्भर करती है। सीबम के कम या ज्यादा बनने से बाल रूखे या तैलिय होते हैं। बालों का प्रकार व्यक्ति के खानपान, जीन्स और उसके स्वास्थ्य से निश्चित होता है। हर तरह के बालों की देखभाल का तरीका अलग होता है।
हम आज बालों से जुड़ी जिस समस्या के बारे में चर्चा करने वाले हैं, उससे कई लोगों को आजकल सामना करना पड़ रहा है। जितने जतन करो सब व्यर्थ साबित होते हैं। मैं बात कर रही हूँ—रूसी की। त्वचा में कोशिकाओं के टूटने और बनने की प्रक्रिया निरंतर चलती रहती है। यही प्रक्रिया सिर की त्वचा में भी होती है। ये मृत कोशिकाएँ अपने आप झड़ जाती हैं। जब त्वचा की कोशिकाएँ जरूरत से ज्यादा नष्ट होने लगती हैं, तो यह रूसी नाम के रोग की शक्ल ले लेता है। रूसी स्वस्थ बालों की सबसे बड़ी शत्रु होती है। रूसी से बालों की जड़ें न केवल कमज़ोर होती हैं, बल्कि इससे त्वचा संबंधी अनेक रोग भी हो सकते हैं। खानपान में अनियमितता, पोषण की कमी, हारमोन के असंतुलन और कभी-कभी संक्रमण से तो कभी बदलते मौसम के कारण भी रूसी की समस्या हो जाती है। रूसी भी दो प्रकार की होती है, तैलिय रूसी और सुखी रूसी। यह चाहे कैसी भी हो हमें शर्मिंदा ही करती है। आज हम आपको इससे छुटकारा पाने के लिए कुछ घरेलू नुस्खे बताएँगे। इन्हें अपनाकर देखें। आज का पहला नुस्खा है ...
1. शैंपू से सिर धोने के बाद एक कप सिरके को तीन कप गरम पानी में मिलाकर बालों में डालें। इससे बालों में चमक भी आएगी।
2. दूसरा नुस्खा-- जैतून के तेल को ज़रा-सा गरम करके सिर की मालिश करें। फिर एक घंटे बाद सिर धो लें। अगर आप जैतून के तेल युक्त शैंपू का प्रयोग करते हैं तो ज़्यादा लाभ मिलेगा।
3. तीसरा नुस्खा—एक कप दही में नमक मिलाकर बिलोएं। इससे बालों को मल कर धोएँ। रूसी दूर हो जाएगी।
4. चौथा नुस्खा—खट्टे दही को बालों की जड़ों में लगाएँ और करीब एक घंटे के लिए छोड़ दें। फिर शैंपू करें। नियमित तौर पर ऐसा करने से रूसी से छुटकारा मिल जाएगा।
5. पाँचवा नुस्खा-- 1 चम्मच दही में आधा चम्मच नीबू का रस मिलाकर सिर पर 15-20 मिनट तक लगाएं। फिर शैंपू करें।
यदि आपको रूसी है तो कुछ बातों का अवश्य ध्यान रखें जिससे और अधिक न फैले। इसके लिए साफ-सफाई का खासतौर पर ख्याल रखें। अपना तौलिया, कंघा, तकिया-गिलाफ आदि अलग रखें। इनकी सफाई पर खासतौर से ध्यान दें। जब भी बाल धोएँ, अपना कंघा व ब्रश एक मग गरम पानी में कोई एंटीसेप्टिक जैसे डेटॉल डाल कर रख दें। यदि समस्या बहुत गंभीर हो तो डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
हम आशा करते हैं कि इन घरेलू नुस्खों को अपनाकर आपको अवश्य लाभ होगा। अगर रूसी से छुटकारा पाने के घरेलू नुस्खे आपके पास भी हो तो हमें अवश्य बताएँ। हम आपके द्वारा भेजे गए उपायों को अपने कार्यक्रम में अवश्य शामिल करेंगे और श्रोताओं को उनके बारे में बताएँगे।
श्रोताओं, आज सुबह घर में काम करते समय मेरी नज़र एक कागज़ पर पड़ी जिस पर लिखा था—अच्छा मौका आपको भाग्यशाली नहीं बनाता। मेरी जिज्ञासा बढ़ी और मैं वह लेख पढ़ने बैठ गई। उसमें लिखा था कि सच तो यह है कि, भाग्य आप के लिए या आप के खिलाफ कुछ नहीं करता। भाग्य कोई संयोग की बात नहीं है, बल्कि यह तो नए अनुभव, दृढ़ता और कड़ी मेहनत के साथ-साथ सकारात्मक सोच रखना और उसके अनुसार काम करना भाग्य निर्धारित करता है।
अगर आप अच्छी किस्मत चाहते हैं तो अपने बुरे वक्त के दौर से धैर्य व संयम के साथ आगे बढ़कर उस तक पहुँचे। हमममममम....कोशिश जारी है पर जितना सरल पढ़ना व सुनना है उतना कठिन है अमल करना।
श्रोताओ, आपको हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम का यह आठवा क्रम कैसा लगा। हम आशा करते हैं कि आपको पसंद आया होगा। आप अपनी राय व सुझाव हमें ज़रूर लिख कर भेजें, ताकि हमें इस कार्यक्रम को और भी बेहतर बनाने में मदद मिल सकें। क्योंकि हमारा न्यूशिंग
स्पेशल कार्यक्रम आप से है, आप के लिए है, आप पर है। वाल्टर एंडरसन ने कहा है------- हमारे जीवन में सुधार केवल जोखिम उठाने पर होता है — सबसे पहला और सबसे कठिन जोखिम है, स्वयं के साथ ईमानदार होना । इसी सुविचार के साथ हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम यहीं समाप्त होता है। आप नोट करें हमारा ई-मेल पताः hindi@cri.com.cn । आप हमें इस पते पर पत्र भी लिख कर भेज सकते हैं। हमारा पता हैः हिन्दी विभाग, चाइना रेडियो इंटरनेशनल, पी .ओ. बॉक्स 4216, सी .आर .आई.—7, पेइचिंग, चीन , पिन कोड 100040 । हमारा नई दिल्ली का पता हैः सी .आर .आई ब्यूरो, फस्ट फ्लॉर, A—6/4 वसंत विहार, नई दिल्ली, 110057 । श्रोताओ, हमें ज़रूर लिखयेगा। अच्छा, इसी के साथ मैं हेमा कृपलानी आप से विदा लेती हूँ इस वादे के साथ कि अगले हफ्ते गुरूवार को फिर मिलेंगे।
तब तक प्रसन्न रहें, स्वस्थ रहें। नमस्कार