श्रोता दोस्तों, आज हम शांगहाई विश्व मेला कार्यक्रम शुरू करेंगे। पवन आप लोगों का स्वागत करता है। अच्छा, अब हम विश्व मेले के बारे में एक रिपोर्ट सुनें ।
सन् 2010 के 1 मई को चीन के शांगहाई विश्व मेला आयोजित होना शुरु हुआ है। इस विश्व मेले में आप लोगों को पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में विभिन्न नई तकनीक और हरित जीवन दिखाया जाएगा । इन में वर्षा के पानी का उपयोग, सौर ऊर्जा तकनीक, नदी का पानी से तापमान का नियंत्रण आदि शामिल है। हमारे सी.आर.आई की संवाददाता ली श्यौ पिंग ने हाल में विश्व मेले की यात्रा की। आज हमारी इस रिपोर्ट में आप लोगों को विश्व मेले के विभिन्न देशों के संग्रहालयों में सब से विकसित और हरित तकनीक का परिचय दिया जाएगा। अच्छा, लीजिए, सुनिए, नई तकनीक से शांगहाई विश्व मेले के संग्रहालयों को और हरित बनाया गया।
शांगहाई विश्व मेले के संग्रहालय क्षेत्रों में विभिन्न देशों के संग्रहालयों का निर्माण करने के लिए पर्यावरण संरक्षण की बहुत सी नई तकनीकों का उपयोग किया गया है। कुछ संग्रहालयों में परंपरागत उपायों से निर्मित प्राकृतिक सामग्री का इस्तेमाल किया गया। अन्य संग्रहालयों में नई तकनीक का उपयोग करके इमारतों को श्वास लेने योग्य बनाया गया । अच्छा, हम एक साथ इन संग्रहालयों को देखेंगे।
शांगहाई विश्व मेले में भारत का संग्रहालय भारतीय परंपरागत उपाय से बनाया गया है। वह बांस से निर्मित है। इमारत के ऊपर वृक्षारोपण किया गया है। गर्मी में यहां गर्मी नहीं लगेगी। भारत संग्रहालय के प्रबंधक रोजे ने कहा
हमारा भारत संग्रहालय चीन के चांग शी से खरीदे गए बांसों से बनाया गया है। यह विश्व में सब से बड़ा बांसों का बना मकान है। इस संग्रहालय के ऊपर पवन ऊर्जा व सौर ऊर्जा पैनल हैं जिस से पूरे संग्रहालय में हरित ऊर्जा मिलेगी। इस संग्रहालय में वर्षा के पानी के संचयन की व्यवस्था भी है। यह संग्रहालय पूरी तरह हरित ऊर्जा और प्रदूषण बिना है।
श्री रोजे ने कहा कि शांगहाई विश्व मेले के उद्धाटन के समय मौसम गर्म होगा। लेकिन इस संग्रहालय में ठंडक रहेगी ।
जापानी लोगों ने विश्व मेले के जापानी संग्रहालय के डिज़ाइन में बहुत नई तकनीक का उपयोग किया है। बाहर से देखें तो जापानी संग्रालय बहुत सुंदर लगता है। इस का रंग बैंगनी है और आकार अंडाकार है। इसलिए शांगहाई विश्व मेले में जापानी संग्रालय को बैंगनी अंडाकार द्वीप भी कहा जा रहा है। रात को जापानी संग्रहालय के रंग बदल जाते हैं, सौर ऊर्जा पैनल बिजली देने के साथ-साथ प्रकाश भी देते हैं। जापानी संग्रहालय के प्रधान श्री एहारा नोरियोशी ने संवाददाता से कहा
हमारे जापानी संग्रहालय में पर्यावरण संरक्षण व कम उत्सर्जन तकनीक अपनाई गई है। इस से सौर, पवन और वर्षा का इस्तेमाल किया जा सकता है और उत्सर्जन में कमी लाई जा सकती है। पर्यटक हमारे संग्रहालय में सन् 2020 में भविष्य के शहर की स्थिति देख सकेंगे। पवन पदों की सहायता से उस समय सब शहर कम उत्सर्जन वाले होंगे।
यह जापान द्वारा डिजाइन की गई विशेष तकनीक है। इमारत के फर्श पर पवन पद स्थिर हैं। ये पद सौर ऊर्जा का इस्तेमाल करके हवा का वेंटिलेशन करते हैं।
शांगहाई के स्थाई उप महापौर यांग श्योंग ने कहा कि शांगहाई विश्व मेले में विभिन्न संग्रहालय हैं। इन में विभिन्न देशों के संग्रहालय, संयुक्त संग्रहालय, कारोबार संग्रहालय आदि हैं। विश्व मेले के इतिहास में इन संग्रहालयों की संख्या सब से अधिक है। 200 से ज्यादा देश व अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने विश्व मेले की प्रदर्शनी में भाग लिया है। बहुसंख्यक संग्रहालयों में नई पर्यावरण संरक्षण तकनीक इस्तेमाल की गई है।
ये इमारतें शांगहाई विश्व मेले के अच्छा शहर, अच्छा जीवन के विषय से मेल खाती हैं। इन में बहुत नए पर्यावरण संरक्षण, हरित, कम कार्बन निर्माण तकनीक इस्तेमाल की गई है। हम ने कम उत्सर्जन के क्षेत्र में बहुत कोशिश की है। हमारे चीनी संग्रहालय, विश्व संस्कृति केंद्र, विश्व मेला केंद्र और विषय संग्रहालयों में 4.5 मैगावाट सौर ऊर्जा पैनल बनाए गए हैं। संग्रहालय के क्षेत्र में 1 लाख वर्ग मीटर घास मैदान है। यह भी कहा जा सकता है कि शांगहाई विश्व मेले के संग्रहालय क्षेत्र में एक तिहाई क्षेत्र घास मैदान है।
चीन के शांगहाई में जुलाई और अगस्त का मौसम बहुत गर्म होता है। लेकिन शांगहाई विश्व मेले की यात्रा करने वाले पर्यटकों को गर्मी की चिंता करने की जरूरत नहीं है। संग्रहालय क्षेत्रों में फुहारों की एक तकनीक इस्तेमाल की गई है। संवाददाता जापानी संग्रहालय व ऑस्ट्रेलिया संग्रहालय के बाहर तो शरद जैसा लगता है। लोगों के ऊपर से फुहार दी जाती है। छोटी सा वर्षा जैसा माहौल होता है। लेकिन कपड़े गीले नहीं होते।
शांगहाई विश्व मेले के संग्रहालय क्षेत्र में आप स्वच्छ ऊर्जा गाडी़ भी देख सकते हैं। इस से संग्रहालय क्षेत्र में यातायात से शून्य उत्सर्जन होता है। क्षेत्र में 4 जी की नए संचार तकनीक का इस्तेमाल भी किया गया है। आप के हाथ में विश्व मेले के टिकट भी नई तकनीक की है।
शांगहाई की बहुत ऊर्जा बचत उत्पादन कंपनियों ने भी इस मौके पर शांगहाई विश्व मेले में अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया है। उद्योग क्षेत्र के मैनेजर श्री जांग क्वो शिन ने कहा कि विश्व मेले में बहुत सी ऊर्जा बचत उत्पादन कंपनियों ने विकास के मौके प्राप्त किए हैं।
हम ने ऊर्जा बचत की तकनीक का विश्व मेले में प्रचार किया। अब विश्व मेले के विभिन्न संग्रहालयों में ऊर्जा बचत और कम उत्सर्जन की तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। हम इस मंच से बहुत नए उत्पाद बनाएंगे। हम विश्व मेले के मौके पर बहुत कार्यक्रम पेश कर सकेंगे।
ऊर्जा बचत क्षेत्र के विशेषज्ञों ने शांगहाई विश्व मेले का उच्च मूल्यांकन किया। इस विश्व मेले के प्रचार से लोगों के मन में ऊर्जा बचत और पर्यावरण संरक्षण की इच्छा भी मजबूत होगी। अमरीका के स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में ऊर्जा क्षेत्र का अध्ययन करने वाले उप प्राध्यापक सुश्री जेन वुडवर्ड ने कहा
मेरे विचार में शांगहाई विश्व मेला लोगों में ऊर्जा बचत की भावना का प्रचार कर सकेगा। विश्व मेले के संग्रहालय क्षेत्रों में लोग बहुत पर्यावरण संरक्षण के उदाहरण देख सकते हैं। उपभोक्तओं में उन्हें देखकर उत्साह है। लोगों को यह बात समझ में आ गई है कि ऊर्जा बचत विश्व जलवायु परिवर्तन की चुनौती का सामना करने का अच्छा उपाय है।
अच्छा श्रोता दोस्तो, आज का शांगहाई विश्व मेला कार्यक्रम यहीं समाप्त होता है। अब पवन को आज्ञा दें, नमस्कार । (पवन)