श्रोता दोस्तों, आज हम शांगहाई विश्व मेला कार्यक्रम शुरू करेंगे। पवन आप लोगों का स्वागत करता है। अच्छा, पहले विश्व मेले के बारे में एक खबर सुनें ।
शांगहाई विश्व मेले के पार्क को औपचारिक रूप से खुले हुए एक सप्ताह हो गया है । प्रारंभिक प्रशिक्षण, व्यावहारिक काम और अच्छी तैयारी के बाद शांगहाई विश्व मेले के स्वयंसेवकों की सेवा की चीनी-विदेशी यात्रियों ने बहुत प्रशंसा की है।
शांगहाई विश्व मेले के पार्क में 70 हजार स्वयंसेवक हैं और सारे शहर में भी 1 लाख स्वयंसेवक हैं, जिनमें 290 विदेशी स्वयंसेवक शामिल हैं। स्वयंसेवक मुख्य रूप से विश्व विद्यार्थियों व सेवानिवृत्त व्यक्तियों से गठित हैं। वे गाईड, पूछताछ, अनुवाद, आपात चिकित्सा आदि की सेवा देते हैं। अधिकांश सेवा कार्य हर दो सप्ताह में बदल जाता है।
पिछले सप्ताह निरंतर सीखने और व्यवहार के बाद स्वयंसेवक यात्रियों को और अधिक मदद दे सकने की स्थिति में हैं। चीनी-विदेशी यात्रियों ने कहा कि शांगहाई विश्व मेले के स्वयंसेवकों ने गर्मजोशी और मुस्कान से उन का स्वागत किया है।
श्रोता दोस्तो, सन् 2010 शांगहाई विश्व मेले का विषय अच्छा शहर, अच्छा जीवन है। यह हाल में आयोजित 9वीं चीनी भाषा पुल अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय छात्रों के चीनी भाषा प्रतियोगिता के अमरीका के वाशिंगटन क्षेत्र का विषय भी है। चीनी भाषा और शांगहाई विश्व मेले के विषय पर अमरीका के विश्वविद्यालय छात्रों ने अपनी चीन यात्रा की कहानी सुनायी। उन्होंने कहा कि चीन के विभिन्न शहरों व कस्बों की यात्रा से उन्होंने एक असली चीन देखा है। वे भी चीन को पसंद करने लगे हैं। अच्छा, लीजिए, सुनिए, अमरीका में तैनात हमारे सी.आर.आई के संवाददाता वांग शान शान और हान शू द्वारा दी गयी एक रिपोर्ट।
अमरीका के जॉर्ज वाशिंगटन विश्वविद्यालय से आए छात्र दिपेनधैल का चीनी नाम टाई योंग काई है। वह चीन के ता ल्यान शहर में दो साल तक पढ़ा है। उस समय वह हर दिन टैक्सी से स्कूल जाता था। इसलिए वह अक्सर टैक्सी के ड्राइवर के साथ बातचीत करता था। 9वीं चीनी भाषा पुल अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय छात्र के चीनी भाषा प्रतियोगिता में उस के भाषण का नाम था ता ल्यान के टैक्सी ड्राइवर के साथ बातचीत । उस के भाषण में इस ड्राइवर के बारे में बहुत दिलचस्पी कहानी भी सुनायी।
मुझे लगता है कि मुझे ता ल्यान के टैक्सी ड्राइवरों को धन्यवाद देना चाहिए। मुझे हर दिन टैक्सी में 20 मिनट लगते थे। टैक्सी ड्राइवरों के साथ बातचीत करके मैं ने चीन के बारे में बहुत बातें सीखीं। विभिन्न ड्राइवरों ने मुझे विभिन्न कहानियां सुनायी हैं। कुछ समय मैं उन्हें अंग्रेजी पढ़ाता था। कुछ समय वे भी मुझे चीनी गीत सुनाते थे।
अमरीका के डेलावेयर स्टेट के डेलावेयर विश्वविद्यालय की छात्रा सारा ट्रीनकेर ने कहा कि पेइचिंग में पढ़ते समय वह चीन को पसंद करने लगी। उस ने चीन में खरीदारी करना सीखा। उस ने कहा
मेरे दोस्त ने मुझे बताया कि चीजें खरीदते समय तुम्हें मालिक के रवैये पर ध्यान देना चाहिए। अगर मालिक का रवैया अच्छा नहीं है, तो तु्म्हारी खरीदारी बहुत सफल है।
ज्यादा विदेशी दोस्तों के चीन पर ध्यान देने के कारण उन्होंने चीन में पेइचिंग व शांगहाई आदि बड़े शहरों के अलावा चीन के कुछ छोटे शहरों की यात्रा भी की। 9वीं चीनी भाषा पुल अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय छात्र के चीनी भाषा प्रतियोगिता में कुछ छात्रों ने चीन में छोटे शहरों की कहानी भी सुनायी।
अमरीका के दक्षिणी कारोलिना स्टेट के वोफ्फोर्ड कालेज से आए साम्मी नास्सरी ने सन् 2009 में चीन के विभिन्न क्षेत्रों की यात्रा की।उस ने चीन और रूस के सीमा क्षेत्र पर स्थित एक शी वी नामक छोटे कस्बे पर ध्यान दिया। उस ने कहा
शी वी में बहुसंख्यक लोग रूस जाति और मंगोलिया जाति के हैं। वे अपनी संस्कृति और भाषा पसंद करते हैं। शी वी में मैं तीन दिन तक ठहरा। मुझे लगता है कि चीनी संस्कृति में हान जाति की संस्कृति, और भाषा ही नहीं, बल्कि चीन के सभी क्षेत्रों, सभी जातियों की संस्कृति भी शामिल है।
छात्रों के चीन के संस्कृति, भाषा, खाद्य पदार्थ आदि से संबंधित भाषण से यह जाहिर है कि वे चीनी संस्कृति को बहुत पसंद करते हैं। अमरीका के वाशिंगटन के जोर्जटोन विश्वविद्यालय की छात्रा टिफ्फानी यून ने चीन में बहुत शहरों की यात्रा की। उस ने कहा कि चीन के हर शहर की विभिन्न विशेषता है। वह विभिन्न शहरों की विशेषताओं को पसंद करती है।
मैं पेइचिंग में बीफ़ नूडल्स, पीकिंग बतख खाना चाहती हूं। मैं ली जांग शहर में बीफ मोमो पसंद करती है। शांगहाई की पकौड़ी, थाईवान में चाय, हांगकांग का नाश्ता भी मुझे बहुत अच्छा लगता है। चीन एक बहुत बड़ा देश है। चीन में विभिन्न जातियां हैं। चीन की हर जगह की अपनी विशेषता है। मैं ने चीन में पढ़ते समय चीन के विभिन्न जगहों की यात्रा की। यह मेरे लिए बहुत अनमोल याद है। बहुत चीनी लोग मेरे अच्छे दोस्त भी बने। मैं चीनी संस्कृति और चीनी लोगों को बहुत पसंद करती हूं।
ये सब छात्र चीनी संस्कृति को पसंद करते हैं। उन के लिए चीन में आने के बहुत मौके भी हैं। इस वर्ष उन में से बहुत लोग पुनः चीन में पढ़ने के लिए आएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि चीनी संस्कृति उन के जीवन का एक भाग बन गया है।
अच्छा श्रोता दोस्तो, आज का शांगहाई विश्व मेला कार्यक्रम यहीं समाप्त होता है। अब पवन को आज्ञा दें, नमस्कार । (पवन)