दोस्तो, क्या आप सुन्दर राजकुमारी सीसी को जानते हैं?वर्ष 1873 में आयोजित वियना विश्व मेले में 36 वर्ष की ये ऑस्ट्रियाई रानी विश्व मेले में एक सुन्दर दृश्य बन गयीं। 137 वर्षों के बाद मशहूर ऑस्ट्रियाई वाल्ट्ज ब्लू डेन्यूब फिर एक बार चीन के शांगहाई शहर में बजाया गया। इस वर्ष के शांगहाई विश्व मेले में ऑस्ट्रिया को न सिर्फ़ यह आशा है कि वह विश्व को अपनी संस्कृति दिखा सकेगा, बल्कि शांगहाई विश्व मेले से ऑस्ट्रिया व चीन में आर्थिक सहयोग भी एक नयी मंजिल पर पहुंच सकेगा।
स्थानीय समयानुसार 19 अप्रेल के दस बजे ऑस्ट्रियाई वित्त मंत्रालय ने शांगहाई विश्व मेले में ऑस्ट्रिया की भागीदारी नामक एक न्यूज़ ब्रीफिंग आयोजित की। न्यूज़ ब्रीफिंग के शुरू में ऑस्ट्रियाई अर्थतंत्र, परिवार व युवा मंत्री रेइनहोल्ड मिट्टेरलेहनेर ने इस बार के शांगहाई विश्व मेले के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, बहनो व भाइयो, हमने कई बार विश्व मेले में भाग लिया है। लेकिन मेरे ख्याल से इस वर्ष का विश्व मेला बहुत महत्वपूर्ण है। इस का महत्व पिछले किसी भी विश्व मेले से ज्यादा है। क्योंकि यह विश्व मेला विश्व आर्थिक संकट की पृष्ठभूमि में आयोजित हो रहा है।
मिट्टेरलेहनेर ने कहा कि ऑस्ट्रिया में यह सहमति प्राप्त हुई कि विश्व मेला चतुर्मुखी तौर पर देश की शक्ति को दिखाने का एक मौका है। खास तौर पर चीन जैसे विस्तृत व बड़ी जन संख्या वाले देश में आयोजित विश्व मेले में इस के प्रसार-प्रचार का परिणाम ज़रूर स्पष्ट है।
न्यूज़ ब्रीफिंग में उपस्थित ऑस्ट्रियाई वाणिज्य संघ के अध्यक्ष क्रिस्टोफ़र लेटल ने दूसरी दृष्टि से शांगहाई विश्व मेले की प्रतीक्षा की बात की। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रिया ने विश्व मेले का आयोजन किया है, और कई बार विश्व मेले में भी भाग लिया है। विश्व मेले के महत्व पर ऑस्ट्रिया की गहरी समझ है। हाल के दो विश्व मेलों में यात्रियों की संख्या बहुत अधिक रही है और उन्हें उल्लेखनीय सफलता भी मिली है। पर अनुमान है कि शांगहाई विश्व मेले में पर्यटकों की संख्या पिछले कई बार के विश्व मेलों से और ज्यादा होगी। ऑस्ट्रिया इस की प्रतीक्षा में है। उन्होंने कहा, पिछले दो विश्व मेलों में मेजबान देश जापान व जर्मनी ने क्रमशः लगभग 2 करोड़ पर्यटकों का स्वागत किया। पर अनुमान है कि इस बार के शांगहाई विश्व मेले में पर्यटकों की कुल संख्या 7 करोड़ होगी। यह पैमाना बहुत बड़ा है। आप लोग अंदाज लगा सकते हैं कि अगर हर दिन यात्रियों की संख्या 8 लाख तक पहुंचेगी, तो इस से न सिर्फ़ चीन को व्यापार का बड़ा मौका मिलेगा, बल्कि किसी भी उपस्थित देश के लिये यह एक बहुत अच्छा मौका होगा।
लेटल ने यह भी कहा कि चीन व ऑस्ट्रिया के बीच आर्थिक व व्यापारिक संबंध बहुत घनिष्ठ हैं। इस बार के विश्व मेले से न सिर्फ़ दोनों देशों के आर्थिक व व्यापारिक सहयोग एक नयी मंजिल पर पहुंच सकेंगे, बल्कि ज्यादा से ज्यादा पर्यटकों को ऑस्ट्रिया की यात्रा करने के लिए आकर्षित किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि, चीन एशिया में ऑस्ट्रिया का सब से महत्वपूर्ण व्यापार साझेदार है। अमरीका को छोड़कर चीन विदेश में ऑस्ट्रिया का दूसरा बड़ा बाजार भी है। केवल पिछले वर्ष 1 लाख 50 हजार चीनी पर्यटकों ने ऑस्ट्रिया की यात्रा की है।
मिट्टेरलेहनेर ने बल देकर कहा कि पर्यटन देश के रूप में ऑस्ट्रिया विश्व प्रसिद्ध है। लेकिन शांगहाई विश्व मेले के अभूतपूर्व पैमाने से ऑस्ट्रिया को नया मौका मिल सकेगा। उन्हें आशा है कि जब चीनी लोग ऑस्ट्रिया की चर्चा करेंगे, तो बातचीत के विषयों में संगीतकार मोजार्ट व राजकुमारी सीसी के अलावा और विषय भी शामिल हो सकेंगे। उदाहरण के लिये पर्यावरण संरक्षण से जुड़ी विज्ञान व तकनीक और सेवा व्यवसाय आदि क्षेत्रों में ऑस्ट्रिया की अपनी श्रेष्ठताएं हैं। उन्होंने कहा, मेरी दृष्टि से शांगहाई विश्व मेला ऑस्ट्रिया को एक बहुत अच्छा मौका देगा। हम कुछ महत्वपूर्ण नये बाजार खोल सकेंगे। खास तौर पर पर्यावरण संरक्षण से जुड़ी विज्ञान व तकनीक व सेवा व्यवसाय दो क्षेत्रों में। और एक महत्वपूर्ण बाजार पर्यटन है। वास्तव में शांगहाई विश्व मेला न सिर्फ़ चीन के लिये एक बहुत महत्वपूर्ण मौका है, बल्कि सभी उपस्थित देशों के लिये एक अच्छा मौका है। वह विभिन्न देशों को अपनी विशेषता दिखाने का एक अच्छा मंच पेश करेगा।(चंद्रिमा)