ये चाइना रेडियो इन्टरनेशनल है। श्रोता दोस्तो, वर्ष 2010 शांगहाई विश्व मेला पहली मई को औपचारिक तौर पर शुरू होगा। सौ सालों में विश्व मेले में अपने देश का प्रदर्शन करने वाला थाईलैंड पांचवीं बार मेले में हिस्सा ले रहा है। शांगहाई विश्व मेले में थाई हॉल के निर्माण व तैयारी कार्य के प्रमुख थाई सामाजिक विकास व मानवीय सुरक्षा मंत्री इस्सर सोम्चाइ ने हमारे संवाददाता के साथ एक साक्षात्कार में आशा जतायी कि मौजूदा विश्व मेले में भागीदारी से थाईलैंड की नयी छवि, देश की जनता के अनवरत जीवन तरीके और परम्परागत व आधुनिक शैली की एकता दिखाएगी । सुनिए विस्तार से
वर्ष 1907 के बाद से अब तक विश्व मेले में थाईलैंड की भागीदारी का इतिहास कोई सौ से ज्यादा वर्ष पुराना है। हरेक विश्व मेले में थाई हॉल देश की परम्परागत निर्माण शैली से दर्शकों को अपनी विशेषता दिखाते थे। चालू वर्ष शांगहाई विश्व मेले में थाई हॉल की शैली भी परम्परागत है, इसमें देश की विविधतापूर्ण कला व संस्कृति को आधुनिक निर्माण में मिश्रित किया गया, साथ ही उच्च विज्ञान व तकनीकी से दुनिया को एक विकसित थाईलैंड दिखा रहा है।
थाई हॉल शांगहाई विश्व मेला उद्यान के बी ब्लोक में स्थित है, जिसका क्षेत्रफल 3117 वर्गमीटर है। हॉल का प्रमुख विषय है"थाई विशेषता:अनवरत जीवन तरीका", जिसे तीन भागों में बांटा हुआ है, और इसके निर्माण व तैयारी कार्य प्रमुख थाई सामाजिक विकास व मानवीय सुरक्षा मंत्री इस्सर सोम्चाइ ने जानकारी देते हुए कहा:
"प्रथम प्रदर्शनी हॉल में देश के विभिन्न स्थलों की जनता के अलग जीवन तरीके व विभिन्न जातियों के सामंजस्यपूर्ण सहअस्तित्व दिखाए गए हैं। इसमें वॉटर स्क्रीन जैसे नई तकनीक का प्रयोग कर देश के रंगबिरंगे इतिहास का वर्णन किया गया है। दूसरे हॉल में भिन्न-भिन्न ऐतिहासिक कालों में अन्य देशों के बीच मैत्रीपूर्ण आवाजाही का इतिहास दर्शाया गया है और तीसरे हॉल में थाई जनता की समान स्मृद्धि वाली दृश्य दिखायी जा रही है।
इस्सर सोम्चाइ ने बताय़ा कि हरेक प्रदर्शनी हॉल में अलग नए तकनीक से दर्शकों को थाईलैंड के विविधतापूर्ण कला व संस्कृति प्रदर्शित किए जाते हैं और दर्शक यहां थाई शैली वाले शहरी व ग्रामीण जीवन का अनुभव कर सकते हैं। उनका विचार है कि वर्ष 2010 शांगहाई विश्व मेले में भागीदारी से विश्व को थाईलैंड की विशेषता, वाणिज्य, अर्थतंत्र और पर्यटन आदि क्षेत्रों में हासिल उपलब्धियां पता लगेंगी । उन्होंने कहा:
"ऐसा कहा जा सकता है कि मौजूदा विश्व मेले में भाग लेने से थाईलैंड को आर्थिक लाभ मिलेगा। सरकार को उम्मीद है कि इससे थाईलैंड की राष्ट्रीय छवि में सुधार होगा, इधर के सालों में आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, वैज्ञानिक व तकनीकी आदि क्षेत्रों में देश के विकास व परिवर्तन दिखाया जा सकेगा। साथ ही विदेशी पूंजी निवेशकों को विश्वास दिलाएगा और देश के पर्यटन विकास के लिए अच्छा अवसर मिलेगा। इसके अलावा थाई हॉल की एक और प्रधानता है कि सभी दर्शक यहां स्वादिष्ट थाई भोजन का मज़ा ले सकेंगे और इस देश की खापान संस्कृति के बारे में जान सकेंगे।"
कई लोगों को चिंता है कि वर्तमान में थाईलैंड की स्थिति अस्थिर है, जिससे मौजूदा विश्व मेले में थाईलैंड की भागीदारी पर बुरा असर पड़ेगा। इस्सर सोम्चाइ ने कहा कि हालांकि थाईलैंड को राजनीतिक उथल-पुथल का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन सरकार वार्ता व दूसरे तरीकों से इसका जल्द समाधान की कोशिश कर रही है। यह थाई हॉल के सामान्य खुलेपन पर प्रभावित नहीं करेगा। उन्हें विश्वास है कि 2010 शांगहाई विश्व मेला चीनी जनता की गौरवता वाला भव्य समारोह बनेगा। थाईलैंड को उम्मीद है कि वर्ष 2020 विश्व मेले के लिए वह भी आवेदन करेगा।
अच्छा दोस्तो, अभी आपने शांगहाई विश्व मेले में थाईलैंड की भागीदारी के बारे में एक रिपोर्ट सुनी, अब आज्ञा दें, नमस्कार।