तो अपने वादे को निभाते हुए....
श्रोताओं, यह हमारे लिए बहुत खुशी की बात है कि आज के कार्यक्रम में हमारी मेहमान महिला बहुत ही खास है और हम सब की पसंदीदा है। इनकी मधुर आवाज़ आप सुनते रहते हैं। जी हाँ, मैं बात कर रही हूँ, सी.आर.आई हिन्दी विभाग से सुश्री यांग यीफांग जी की। सुश्री यांग यीफांग जी हिन्दी विभाग की संचालिका हैं। आज हम उनसे बातचीत करेंगे तथा उनसे उनके यहाँ के जीवन के बारे जानना चाहेंगे तथा उनकी सफलता के बारे में जानने की कोशिश करेंगे। सुश्री यांग यीफांग जी आपका हार्दिक स्वागत है।
सुश्री यांग यीफांग जी से साक्षात्कार।
हम बातें तो और भी करना चाहते हैं आपसे परन्तु समय की कमी है। मैं जितनी बेसब्री से गुरुवार का इंतज़ार करती हूँ आपसे बातें करने का, मिलने का, समय कब खत्म हो जाता है, पता ही नहीं चलता। तो.....
श्रोताओ, आपको हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम का यह तीसरा क्रम कैसा लगा। हम आशा करते हैं कि आपको पसंद आया होगा। आप अपनी राय व सुझाव हमें ज़रूर लिख कर भेजें, ताकि हमें इस कार्यक्रम को और भी बेहतर बनाने में मदद मिल सकें। क्योंकि हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम आप से है, आप के लिए है, आप पर है। किसी ने कहा है-------एक अभिनेत्री ही महिला का पात्र निभा सकती है और मैं एक कलाकार हूँ, मैं हर पात्र निभा सकती हूँ । इसी सुविचार के साथ हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम यहीं समाप्त होता है। आप नोट करें हमारा ई-मेल पताः hindi@cri.com.cn । आप हमें इस पते पर पत्र भी लिख कर भेज सकते हैं। हमारा पता हैः हिन्दी विभाग, चाइना रेडियो इंटरनेशनल, पी .ओ. बॉक्स 4216, सी .आर .आई.—7, पेइचिंग, चीन , पिन कोड 100040 । हमारा नई दिल्ली का पता हैः सी .आर .आई ब्यूरो, फस्ट फ्लॉर, A—6/4 वसंत विहार, नई दिल्ली, 110057 । श्रोताओ, हमें ज़रूर लिखयेगा। अच्छा, इसी के साथ मैं हेमा कृपलानी आप से विदा लेती हूँ इस वादे के साथ कि अगले हफ्ते फिर मिलेंगे।
तब तक प्रसन्न रहें, स्वस्थ रहें। नमस्कार