पेइचिंग ऑलंपिक खेल के आयोजन की पहली वर्षगांठ के अवसर के समय चीनियों ने २९वें पेइचिंग ऑलंपिक खेल में प्राप्त अपनी असाधारण सफलता की खुशी प्रसन्नता से बाहर आकर ऑलंपिक खेल के जरिये चीन में आये परिवर्तन को अधिक ध्यान दिया है, विशेषकर पेइचिंग ऑलंपिक खेल से चीनी खेल कार्य के विकास को बढाने में आये परिवर्तन को ज्यादा गौर दिया है। सुनिए इस के बारे में एक रिपोर्ट।
चीन एक बड़ा खेल देश है, लेकिन शक्तिशाली खेल देश नहीं है। चीनी राष्ट्राध्यक्ष हू चिन थाओ ने गत २९ सितम्बर को आयोजित पेइचिंग ऑलंपिक खेल व पैरा ऑलंपिक खेल संबंधी सारांश व पुरस्कार सम्मेलन में बोलते हुए कहा कि पेइचिंग ऑलंपिक खेल के बाद चीन को बडे खेल देश से शक्तिशाली खेल देश बनने की दिशा में आगे बढ़ना चाहिये।
चीनी विद्वानों का विचार है कि बड़े खेल देश की विशेषता प्रतिस्पर्द्धात्मक खेलों व पदकों की संख्या से देखी जाती है। जब कि शक्तिशाली खेल देश बनने के लिए बहुविष्यों में विकसित होने की विशेषता मिलती है, जिस में नागरिकों की स्वास्थ्य गुणवत्ता, खेल बाजार का प्रबंध, खेल उद्योग का विकास आदि अनेक विषय शामिल हैं। जनसमुदायी खेल कार्य का विकास करना शक्तिशाली खेल देश बनने का एक महत्वपूर्ण मापदंड है।
इस अर्थ से कहा जा सकता है कि पेइचिंग ऑलंपिक खेल से यह साबित हुआ है कि चीन एक बड़ा खेल देश बन गया है, जब कि इस से चीन को जो परिवर्तन लाया गया है ,उस से चीन को शक्तिशाली खेल देश बनाने का मजबूत आधार तैयार हुआ है।
ऐसा परिवर्तन खेल भावना को विरासत में लाने और उसे विकसित करने पर निर्भर करता है। पेइचिंग ऑलंपिक खेल के बाद भागीदारी अधिक महत्वपूर्ण होने की ऑलंपिक भावना चीनी लोगों के दिल में बहुत गहरा घर कर गयी है। अधिक व अधिक चीनियों ने शारीरिक प्रशिक्षण व व्यायाम में भाग लिया है।
ऐसा परिवर्तन खेल कार्य में सरकार के अधिक पूंजी निवेश से देखा जा सकता है, जिस से चीन में खेल संस्थापना बनाये गए हैं और स्वास्थ्य संवर्धन की सुविधाएं और अधिक संपूर्ण हो गयी हैं।
ऐसा परिवर्तन चीनियों के आत्मविश्वास से देखा जा सकता है। पेइचिंग ऑलंपिक खेल से चीन व विश्व के बीच संपर्क व आवाजाही और अधिक बढ गयी है।
वर्तमान में चीन सरकार खेल को जनव्यापीकृत व सुव्यवस्थित और मानक बनाने में संलग्न हो रही है। चीनी राज्य परिषद की अनुमति के अनुसार २००९ से हर साल के ८ अगस्त को राष्ट्रीय स्वास्थ्य दिवस निश्चित किया गया है। यह दिवस न केवल पेइचिंग ऑलंपिक खेल की वर्षगांठ का दिन है, बल्कि चीन में खेल का प्रचार-प्रसार दिवस भी है और चीनी जनता में खेल प्रचार प्रसार दिन भी । चीनी राष्ट्रीय खेल महाब्यूरो के प्रभारी ल्यू फेंग ने आशा जतायी कि ८ अगस्त को हरेक व्यक्ति खुशी के साथ स्वस्थ रूप से शरीरीक व्यायाम कर सकेगा।
१९ वीं शताब्दी के अंत में चीनी ऑलंपिक खेलों का पिता कहलाने वाले श्री जांग बे लिंग ने यह समय ली थी कि तंदुरूस्त शरीर व्यक्ति, समाज व राष्ट्र के विकास के लिये अत्यन्त महत्लपूर्ण व बड़ी भूमिका रखता है।
उन्होंने यह गहरे महत्व वाली अवधारणा पेश की है कि शक्तिशाली देश बनाने के लिए बलवान जाति-नस्ल बनाना चाहिये और बलवान जाति-नस्ल बनाने के लिए स्वस्थ शरीर की जरूरत है। लेकिन तत्कालीन बेसहारे व कमजोर चीन में खाने पहनने की समस्या मुंह बाए खड़ी हुई थी, तो जनव्यापी शारीरिक व्यायाम और खेल का विकास करना दिवास्वपन ही था। वर्तमान में चीन के अर्थतंत्र के तेज विकास के चलते चीन समूची जनता में खेल व्यायाम कार्य के विकास को बढ़ाने में सशक्त और सक्षम हो गया है।
जनव्यापी व्यायाम व स्वास्थ्य संवर्द्धन दिवस के परिणाम पर यह पूर्वानुमान है कि भावी हर ८ अगस्त को पेइचिंग में कोई ४० लाख लोग ताई जी छायामुक्केबाजी खेलेंगे और १५ हजार लोग शांगहाई में दस किलोमीटर की लंबी दौड दौड़ेंगे तथा ५ हजार लोग थ्येन जिन शहर में प्रसारण आधारित जिम करेंगे आदि आदि । राष्ट्रीय स्वास्थ्य दिवस चीन के विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न रूपों से मनाया जाएगा और चीनियों में खेल व्यायाम को बढ़ाने तथा जन स्वास्थ्य को सुदृढ करने की चेतना फिर से जागृत होगी।
पेइचिंग ऑलंपिक खेल की दृष्टि से वर्ष २००८ प्रतिस्पर्धात्मक खेलों में चीन की भागीदारी और सफलता का शानदार गौरवपूर्ण वर्ष था, तो राष्ट्रीय स्वास्थ्य दिवस से प्रस्थान होकर वर्ष २००९ में खेल व्यायाम चीन में अपने स्थान पर लौट कर विकसित होगा । खेल व्यायाम में हरेक की भागीदारी और खेल व्यायाम से हरेक का आनंद मिलने से चीन को शक्तिशाली खेल देश बनने में बढावा मिलेगा। यह पेइचिंग ऑलंपिक खेल की समृति के लिए सब से अच्छा दान है। (रूपा)