अनिलः आपकी पसंद सुनने वाले सभी श्रोताओं को अनिल व ललिता का नमस्कार। दोस्तो इस बार से आपकी फरमाईश के गीत लेकर हम दोनों हाज़िर होंगे। उम्मीद है आपको हमारा नया अंदाज पसंद आएगा।
ललिताः श्रोताओं को ललिता का भी नमस्कार।
अनिलः हां तो दोस्तो हमें पता है आप क्रिकेट के जश्न में डूबे हुए हैं और हो भी क्यों न, इस बार अपनी टीम को विश्व कप जीतने के लिए फेवरेट जो माना जा रहा है। भारत में किक्रेट किसी जुनून से कम नहीं है और इस बार टूर्नामेंट भी एशिया महाद्वीप में हो रहा है। शायद इससे बेहतरीन मौका हमारी टीम को फिर कभी न मिलें। ऐसा क्रिकेट के जानकार कह रहे हैं। कोई नहीं मैं तो यही कहूंगा कमऑन इंडिया जिता दो, दुनिया को हिला दो। लीजिए कार्यक्रम की शुरुआत करते हैं दस फिल्म के इस गीत के साथ...सुनो गौर से दुनिया वालो बुरी नज़र ना हम पे डालो।
ललिताः हां तो हम बात क्रिकेट की कर रहे थे। भारत में आज क्रिकेट किसी जुनून से कम नहीं है। 1983 से पहले से वो बात नहीं थी, लेकिन कपिल देव की कप्तानी ने कप को भारत की झोली में डालकर इतिहास रच दिया। आज कोई भी भारतीय टीम को कम करके नहीं आंकता है।
अनिलः वैसे फिल्मी दुनिया में कौन किसका दोस्त या दुश्मन बन जाए, कहा नहीं जा सकता। अब शाहरूख व फराह खान को ही ले लीजिए, एक समय था जब उन्हें काफी क्लोज़ माना जाता था और फिर पिछले कुछ समय से दोनों के बीच दूरी आ गई, लेकिन अब वे दोनों के संबंध फिर से सुधर रहे हैं। हालांकि ताज्जुब की बात यह कि फराह ने कहा कि उन दोनों का कभी झगड़ा ही नहीं हुआ था। चलिए लड़ाई-झगड़े की बात बंद और आप सुनिए दोस्ताना फिल्म का ये गीत...देसी गर्ल, देसी गर्ल।
ललिताः वैसे अपने सल्लू मियां अक्सर चर्चा में रहते हैं। आजकल वे कटरीना कैफ से तो दूर हैं, लेकिन कंगना रानावत से उनका झगड़ा खत्म हो गया है। और वे काफी पुराने दोस्तों की तरह एक-दूसरे से पेश आ रहे हैं। पिछले दिनों बैंकाक में हुई एक पार्टी में दोनों को काफी बातें करते हुए देखा गया।
अनिलः दोस्तो, कहते हैं दोस्ती ज़िंदगी होती है। लाइफ में अच्छे दोस्त हों तो आप गिरकर भी संभल जाते हैं और मुश्किलें भी आसानी से दूर हो जाती हैं। आपको ऐसे तमाम उदाहरण मिल जाएंगे, जब लोगों ने दोस्ती की खातिर अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया हो। आपको शोले फिल्म तो याद होगी। मुझे आज तक उस जैसी दूसरी मूवी देखने को नहीं मिली। जय और वीरू की दोस्ती वाकई एक मिसाल थी। लीजिए हम पेश कर रहे हैं शोले फिल्म का ये गीत...ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे।
ललिताः हम सभी मोबाइल का यूज़ करते हैं और अब हमारे लिए एक अच्छी खबर है। एक नई खोज में पता चला है कि मोबाइल फोन के इस्तेमाल से ब्रेन कैंसर का खतरा नहीं बढ़ता है। मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने नौ साल तक किए अध्ययन के बाद यह नतीजा निकाला है।
अनिलः हां तो दोस्तो मोबाइल हमारे लाइफ का एक पार्ट बन गया है और इसके बिना हम रह नहीं पाते हैं, इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के इस दौर में मोबाइल ने हमें अपने सगे-संबंधियों से काफी करीब ला दिया है। भले ही हम कितने दूर क्यों न हो मोबाइल हम एक-दूसरे को जोड़े रहता है। लीजिए अगला गीत है हाउस फुल फिल्म से, बोल हैं ओ गर्ल यू आर माइन, जिसे सुनने की फरमाईश की है कई श्रोताओं ने।
ललिताः हमें कई श्रोताओं के खत आते रहते हैं और उनमें से कुछ तो ऐसे हैं जो सिर्फ ऐनी सांग लिख देते हैं। ये अच्छी बात नहीं है, क्योंकि आपकी पसंद कार्यक्रम आपके लिए ही है और हमें उम्मीद होती है कि आप इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लें।
अनिलः वैसे आजकल प्रियंका चोपड़ा सात खून करके भी खुलेआम घूम रही है। अरे चौकिए मत ये रियल लाइफ में नहीं, रील लाइफ की बात है। आजकल उनकी फिल्म सात खून माफ की खूब चर्चा हो रही है। उनकी इस फिल्म के गीत को सुनना चाहते हैं मज़हर अली अंसारी, रज़िया बेगम अंसारी, राशिदा खातून अंसारी व अन्य श्रोता। गाने के बोल हैं...डार्लिंग आंखों से आंखें चार कर लो।
ललिताः लीजिए कार्यक्रम के अंत में सुनिए कार्तिक कालिंग कार्तिक फिल्म का ये गीत, बोल हैं उफ्फ तेरी अदा।
अनिलः दोस्तो इसी गीत के साथ आपसे विदा लेने का समय आ गया है। उम्मीद है कि आपको हमारा कार्यक्रम पसंद आया होगा। हमें आपके पत्रों व ई-मेल का इंतजार रहेगा।
अब अनिल और ललिता को इजाजत दीजिए। नमस्कार।