श्रोताओं का कार्यक्रम आपकी पसंद में स्वागत है। मैं विकास आप सभी का स्वागत करता हूँ।
विकास—कहने को थी कितनी बातें एक ना कहने पाए, छूट गई भाषा अर्थों से शब्द नहीं जुड़ पाए। साँस रूकी जो रूकी रह गई धड़कन कैसे आए केवल साँसे पूछ रही थी बजट न गड़बड़ हो जाए। जी हाँ मेरा इशारा तो आप समझ ही गए होंगे। भारत में एक तरफ जहाँ क्रिकेट का शोर है तो वहीं दूसरी तरफ बजट का जोर। सभी लोगों की नजरें इस बार के बजट पर है। एक तरफ जहाँ लोग मँहगाई की मार से मर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ सरकार के नये बजट से लोगों ने काफी उम्मीदें लगा रखी है। चलिए बजट पर हम चर्चा करते रहेंगे लेकिन साथ में हमारा गाना भी। इसी के साथ कार्यक्रम का पहला गाना सुनिए। गाने के बोल हैं मँहगाई डायन और इसे गाया है रघुवीर यादव ने। इस गाने को पसंद किया है लालगंज बिहार से राजकिशोर चौहान, धीरज कुमार चौहान, पूनम कुमारी चौहान, अनिल कुमार अकेला, बड़क चौहान और समस्त चौहान परिवार ने।
सपना—श्रोताओं को सपना का भी नमस्कार। जीहाँ इस गाने में सही कहा है मँहगाई ने आपका हमारा सभी का कमर तोड़ डाला है। सामान के दाम तो आसमान को छू रहे हैं। ऐसे में सबसे ज्यादा परेशानी आम लोगों को होती है। इस बार के बजट से भी लोगों को काफी आशाएँ थीं। लेकिन इस बार का बजट भी लोगों की समस्याओं के समाधान में नाकाम ही रही है। एक तरफ जहाँ खाने-पीने की चीजें मँहगी हो रही है वहीं दूसरी तरफ तेल का दाम भी आसमान छू रहा है। जिससे किराये में वृद्धि हो रही है और इसके शिकार आम जनता हो रहे हैं जिन्हें अपने रोजमर्रे के समस्याओं के लिए बसों में धक्के खाने पड़ते हैं। बजट की चर्चा आगे भी जारी रखेंगे लेकिन पहले हमारा अगला गाना सुनिए। गाने के बोल हैं तुमसे मिल के और इसे गाया है सुरेश वाडेकर और आशा भोंसले ने। इसे पसंद किया है बाबु रेडियो लिस्नर्स क्लब से मो जावेद खान, शाहिना प्रवीण, कहकशाँ जबीं, जे के खान, मो जमाल खान मिस्त्री, शबीना खातून, जरीना खातून, मोकिमन खातून, प्रवेज खान, बाबू, टिन्कू और एस पी तुफानी ने।
विकास—दोस्तों, चीन में भी चीनी जन राजनीतिक सलाहकार सम्मेलन की बैठक इस माह के 3 तारीख से शुरू हो चुकी है जो कि 13 तारीख को समाप्त होगी। इस सम्मेलन में चीन के आर्थिक विकास के साथ-साथ सामाजिक मुद्दों पर भी चर्चा होगी। सपना जी क्या आप हमारे श्रोताओं को इसके बारे में कुछ जानकारी देंगी।
सपना—चीन में राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा राजसत्ता का सर्वोच्च अंग है और विभिन्न स्तरों की स्थानीय जन प्रतिनिधि सभाएं क्षेत्रीय सत्ता की सर्वोच्च संस्था है.इस समय विभिन्न स्तरों के जन प्रतिनिधितयों की संख्या करीब 29 लाख है,जिन में से राष्ट्रीय जन प्रतिनिधियों की संख्या लगभग 3000 है,अथार्त 1 अरब 30 करोड़ आबादी वाले चीन में प्रति 4 लाख 30 हजार व्यक्तियों में से एक जन प्रतिनिधि है.राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा का कार्यकाल 5 साल है। प्रत्येक साल के फरवरी माह के अंत में सरकार एक साल के काम का रिपोर्ट देती है। हम भी आपको सरकार के इस रिपोर्ट से अवगत कराते रहेंगे।लिजिए इसी के साथ हमारा अगला गाना सुनिए, गाने के बोल हैं तुमसे मिलकर ना जाने क्यों और इसे गाया है लता मंगेशकर और शब्बीर ने। इस गाने को पसंद किया है दुर्गाई सेलू जि. परभणी से चंदु कुलकर्णी, हेमलता, तेजस, राजस, सी आर कुलकर्णी ने।शनिवार पेठ बीड शहर से पोषट कुलथे, हनुमंत कुलथे, समर्थ कुलथे, पी बी कुलथे और समस्त कुलथे परिवार ने।
विकास—दोस्तों क्या आपको पता है कि एक तरफ जहाँ लोग महँगाई की मार से लड़ रहे हैं वहीं दूसरी तरफ भारत में आजकल शादी पर करोड़ों रूपये खर्च किये जा रहे हैं। सुना जा रहा है कि दिल्ली के विधायक कंवर सिंह तंवर ने अपने बेटे की शादी पर ढाई सौ करोड़ रूपये खर्च किए हैं। इस शादी में बारातियों की भी खूब मौज रही है। प्रत्येक बारातियों को 11 हजार रूपये से लेकर 21 हजार रूपये तक भेंट दिए गये हैं। लगभग 2000 बारातियों को 20 ग्राम चाँदी के बिस्कुट और 1 सफारी सूट भी दिया गया है। साथ ही सुना जा रहा है कि दूल्हे को एक हेलिकॉप्टर दिया गया है। है न सबसे महँगी शादी। चलिए इसी के साथ हमारा अगला गाना सुनिए और एक और दिलचस्प शादी की चर्चा इस गाने के बाद करेंगे। गाने के बोल हैं ठारे रहियो और इसे गाया है लता मंगेशकर ने। इसे पसंद किया है आप सबने शास्त्रीनगर बीड शहर से किसन सपकाल, आशा सपकाल, वर्षा, पूजा, विशाल सपकाल और सुनील जोजारे ने।
सपना—जी हाँ दोस्तों अब आपको एक और अनोखी शादी के बारे में बता रहे हैं। सौ साल का दूल्हा और 17 साल की दुल्हन। क्यों यकीन नहीं हो रहा? लेकिन यह सच है। जी हां, जिंदगी के सौ बसंत देखने का दावा करने वाले सोमालिया के अहमद मोहम्मद धोरे ने 17 साल की एक लड़की साफिया अब्दुल्ले से सोमवार को शादी कर ली।
धोरे ने करीब सौ मेहमानों के बीच यह शादी रचाई। हालांकि, सोमालिया में जवान लड़कियों की शादी उम्रदराज मर्दों से होती रही हैं, लेकिन ताजा मामला अपने आप में अनोखा है। है न अनोखी शादी। लिजिए इसी के साथ हमारा अंतिम गाना सुनिए। गाने के बोल हैं प्रेमग्रंथ और इसे गाया है अलका याज्ञनिक और विनोद राठोर ने। इस गाने को पसंद किया है बल्लीमारान दिल्ली से नबाव अहमद भारती, शाहाना भारती, रीहान, लुबना और उनकी प्यारी बिटिया सुमैरा ने। रोहिनी अवन्तीका दिल्ली से अशरफ अली, रूही, दानिश, रमीज, जारा जोहेब, मंगोलपुरी से अबदुल रहमान, निगहत परवीन, अब्दुल आहद, अब्दुल वाहिद और सना परवीन ने।
विकास—दोस्तो समय के अभाव के कारण अब आपसे यहीं विदा लेना पड़ेगा। इसी के साथ अब हमें इजाजत दीजिए। नमस्कार।
सपना-- नमस्कार