राकेश:दोस्तो, मेरे पास एक पत्र है जिसे भेजा है समस्त अम्बेडकर क्लब परिवार के श्रोता प्रकाश चन्द्र वर्मा, कंचन, हिमांशु, विनीत ने। इन्होंने लिखा है वनिता और राकेशजी आपने आप की पसंद कार्यक्रम की बागडोर तो 26 सितंबर 2009 से ही संभाल ली थी और आपने पहला गाना "अब सारे बंधन तोड़के, यादों को तन्हा छोड़कै..."बजाया था, जो हमारे दिल को छू गया था। आपकी पसंद की प्रस्तुति बहुत अच्छी चल रही है, इस कार्यक्रम के श्रोता पटल पर आपकी जोड़ी सदा बनी रहे और हमसे यूं ही रेडियो पर बातें होती रहें। आप की पसंद को चीनी भाषा में क्या कहते है?आप की पसंद को हम बड़े मजे से सुनते है हर शनिवार आप की पसंद का इंतजार वैसे ही करते है जैसे बच्चे रविवार का करते है। सी.आर.आई पर हिन्दी गानें सुनने का मजा अलग ही आन्नंद देता है।
वनिता:समस्त अम्बेडकर क्लब परिवार के श्रोता प्रकाश चन्द्र वर्मा, कंचन, हिमांशु, विनीत जी कार्यक्रम पसंद करने और हमें पत्र लिखने के लिए आप का बहुत धन्यवाद। हमें खुशी है कि आप को हमारा आप की पसंद कार्यक्रम पसंद आता है। आप की पसंद को चीनी भाषा में नी शीए द यीयुए कहा जाता है। नी का मतलब आप और शीए द यीयुए का मतलब पसंदीदा गाना। यदि आप की चीनी भाषा सीखने में रुचि है तो हमारी वेबसाईट जरुर देखें,वहां हिंदी भाषा में चीनी भाषा सिखाने का एक पूरा कार्यक्रम मौजूद हैं । रही बात गानों की तो श्रोता दोस्तों को मधुर नए व पुराने हिंदी गाने पेश करने की हम पूरी कोशिश करते हैं और आगे भी करते रहेंगे ।
राकेश:तो, दोस्तो, अब सुनिए आज के कार्यक्रम का तीसरा गीत, यह फिल्म चांदनी चौक टू चाईना का गीत है।
राकेशः चाइना रेडियो इंटरनेशनल से आप सुन रहे हैं हिन्दी फिल्मी गीतों पर आधारित कार्यक्रम आप की पसंद। यदि आप भी कोई गीत सुनना चाहते हैं, तो हमें पत्र लिखकर या ई-मेल से अपनी फरमाइश भेज सकते हैं।
वनिताः पत्र लिखने और ई-मेल के हमारे पते इस प्रकार हैं, पी. ओ. बॉक्स न 4216, सी. आर. आई.-7, पेइचिंग, चीन, 100040। आप हमें नई दिल्ली के पते पर भी पत्र लिख सकते हैं, नोट कीजिए, नई दिल्ली में हमारे दो पते हैं।
पहला पता हैः हिन्दी विभाग, चाइना रेडियो इंटरनेशनल, पहली मंजिल, ए ब्लॉक छ बटा चार, वसंत विहार, नई दिल्ली, पोस्ट-110057।
राकेशः और दूसरा पता है चीनी दूतावास, हिन्दी विभाग, चाइना रेडियो इंटरनेशनल, पचास डी, शांति पथ, चाणक्यपुरी, नई दिल्ली, पोस्ट-110021 यदि आप के पास इंटरनेट की सुविधा है तो आप हमारी वेबसाईट अवश्य देखें hindi.cri.cn। हमारा ई-मेल का पता हैः hindi@cri.com.cn । हमें आप के पत्रों का इंतजार रहेगा।
वनिताः दोस्तो, कार्यक्रम का अगला गीत फिल्म देवदास से है।
वनिताः दोस्तो, पिछले कार्यक्रम में हम ने आप को बताया था कि चीन व भारत के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ के अवसर पर हम ज्ञान-विज्ञान की एक प्रतियोगिता आयोजित कर रहे हैं। और इस के साथ-साथ सी आर आई हिन्दी सेवा चीन से रिश्ता शीर्षक लेखन प्रतियोगिता का भी आयोजन कर रही है, जिस में आप लेख, कविता लिखकर चीन के प्रति अपना अनुभव या चीन से आप किस प्रकार का रिश्ता महसूस करते हैं उस के बारे में लिख सकते हैं।
राकेशः आप अपने लेख या कविता जैसी रचनाओं को ई-मेल या डाक द्वारा हमें भेज सकते हैं। हम श्रेष्ठ रचना का चुनाव कर उसे पुरस्कृत करेंगे। आशा है कि आप इस में सक्रिय रूप से हिस्सा लेंगे। हम आप की रचनाओं का इंतजार कर रहे हैं।
वनिताः तो, आएं, कार्यक्रम के अंत में सुनें फिल्म यह रात फिर न आएगी से
वनिताः अच्छा, दोस्तो, इस गीत के साथ ही हमारा आज का यह कार्यक्रम समाप्त होता है। आशा है आप को यह क्रार्यक्रम पसंद आया होगा। अगली बार फिर मिलेंगे। तब तक के लिए आज्ञा दीजिए। नमस्कार।
राकेशः नमस्कार।