वनिता:यह चाइना रेडियो इंटरनेशनल है। आप की पसंद कार्यक्रम सुनने वाले सभी श्रोताओं को वनिता का प्यार भरा नमस्कार।
राकेश:राकेश का भी सभी श्रोताओं को प्यार भरा नमस्कार। कार्यक्रम की शुरुआत में सुनिए 1963 में बनी फिल्म बंदिनी का यह गीत जिसे गाया है लता ने,लिखा है गुलजार ने और संगीत दिया है श्री एस डी बर्मन ने।
वनिता:श्रोताओं, 14 अप्रैल की सुबह सात बजकर 49 मिनट पर चीन के छिंगहाई प्रांत के यू शू तिब्बत स्वशासन प्रिफेक्चर की यू शू कांऊटी में 7.1 दर्जे वाला तगड़ा भूकम्प आया। अब 2 हजार से अधिक लोगों की मौत हुई है। पिछले साल स्छवान प्रांत के वनछवान में भूकंप आने के बाद यह एक और बड़ी विपत्ति थी।
राकेश:हां। छिंगहाई प्रान्त के युशु भूकंप में मारे गए लोगों के प्रति शोक जताने के लिए चीन सरकार ने 21 अप्रैल को राष्ट्रीय शोक मनाने का फैसला किया। 21 तारीख को पेइचिंग युशु भूकंप के मृतकों की याद में पेइचिंग के थ्येनमन चौक पर राष्ट्रीय झंडे को आधा झुकाकर शोक मनाया गया। देश भर में और विदेश स्थित चीनी दूतावासों में भी राष्टीय झंडे को आधा झुकाकर शोक मनाया गया और सार्वजनिक मनोरंजन की कार्यवाहियां स्थगित रहीं।
वनिता:हमारे विभाग के उपनेता न्यू वेई तुंग युशु के भूकंप ग्रस्त क्षेत्र में वहां की स्थिति का जायजा लेने के लिए वहां गए हुए हैं और हिन्दी विभाग के विभिन्न कर्मचारियों ने भी विशेष कार्यक्रम बनाए हैं। सब लोग भूकंप ग्रस्त क्षेत्रों की स्थिति पर ध्यान दे रहे हैं।
राकेश:तो, दोस्तो, अब भूकंप के दुख को भुला कर आप इस गीत का आनन्द उठाइए, यह गीत है 1942 में बनी फिल्म चांदनी से। इस गीत को सुनना चाहा था हमारे इन श्रोताओं ने सहावर टाउन उत्तर प्रदेश से पवन वर्मा, मुशीर अहमद, रमन साहू और योगेन्द्र नायक।
वनिता:दोस्तो, जैसा कि आप को मालूम है कि इस साल चीन व भारत के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ है। इसे मनाने के लिए अब सिलसिलेवार गतिविधियां शुरू हुई हैं, 2010 चीन महोत्सव उन में से एक है।
राकेश:हां। भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद, चीनी संस्कृति मंत्रालय व भारत में चीनी दूतावास द्वारा आयोजित 2010 चीन महोत्सव 20 अप्रैल की रात भारत की राजधानी नई दिल्ली में आयोजित हुआ। चीन महोत्सव के उद्घाटन समारोह के बाद चीनी कला मंडली द्वारा नई दिल्ली, पुणे, कोलकाता, हैदराबाद व बंगलुरू आदि शहरों में चीनी फिल्म समारोह, चीनी प्राचीन मूल्यवान धरोहरों की प्रदर्शनी, ज्यिंग ड जन कस्बे के चीनी मिट्टी बर्तनों की प्रदर्शनी व मोहक पेइचिंग की फोटो प्रदर्शनी जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। दोस्तो, अगर आप चीन महोत्सव में रुचि ले रहे है, तो आप उक्त गतिविधियों में भाग ले सकते हैं और चीनी संस्कृति की और जानकारी हासिल कर सकते हैं।
वनिता:हां। मेरे विचार में चीन में भी जल्द ही संबंधित गतिविधियां आयोजित की जाएंगी और चीनी लोगों को भारतीय विशेष संस्कृति की ज्यादा जानकारी भी मिलेगी। मुझे विश्वास है कि इस साल सिलसिलेवार गतिविधियों के आयोजन से दोनों देशों की जनता के बीच समझ व मैत्री जरूर आगे बढेगी।
राकेश:तो, दोस्तो, अब कार्यक्रम का अगला गीत सुनें, फिल्म गाईड से .इसे गाया है किशोर कुमार ने .लिखा है शैलेंद्र ने और संगीत दिया है एस डी बर्मन ने । इस गीत को सुनना चाहा है हमारे इन श्रोताओं ने शनिवार पेठ बीड शहर से पीपट कुलथे, हनुमंत कुलथे. समर्थ कुलथे, पी.बी.कुलथे और कुलथे परिवार।