वनिता:दोस्तो, जैसाकि आप को मालूम ही है कि चीन में वसंतोत्सव 15 दिनों तक मनाया जाता है। 15वां दिन पूर्णिमा का दिन होता है। चीनी कैलेंडर के अनुसार यह नए साल की प्रथम पूर्णिमा होती है । चीनी कैलेंडर के पहले मास का पंद्रहवाँ दिन चीन का युअन-श्याओ दिवस और दिवाली दिवस भी होता है। इस दिन परिवार के साथ युअन-श्याओ खाया जाता है। यह मान्यता है कि ऐसा करने से नये साल में परिवार के सब लोग स्वस्थ व सुखी रहते हैं। यह पूर्णिमा की रात चीनी लोगों के लिए विशेष महत्व की होती है।
राकेश:यह भी मान्यता है कि यह रात परिवार के सदस्यों को एक साथ बितानी चाहिए। हर साल शरद ऋतु में आऩे वाली मध्य शरदोत्सव की रात भी पूर्णिमा की रात होती है। "य्वुआन श्याओ उत्सव" की पूर्णिमा बहुत महत्वपूर्ण होती है। इस उत्सव पर हर परिवार में य्वुआन श्याओ नामक पकवान बनाया जाता है। यह लसदार चावल से बना हुआ एक पकवान होता है। य्वान श्याओ का मतलब है परिवार की एकता व सुखी जीवन। मैं ने कई साल पेइचिंग में चीन का वसंत त्योहार मनाया है, यह त्योहार मुझे बहुत पसंद है और बहुत दिलचस्प भी है।
वनिता:तो, दोस्तो, अब आज के कार्यक्रम का दूसरा गीत सुनें, यह फिल्म बनारस का गीत है, जिस का शीर्षक है बिना सांस के।
राकेश:इस गीत को सुनना चाहा था हमारे इन श्रोताओं ने बड़ोदा मकरपुरा से अशोक लाधे,संगीता लाधे, कोमल,शीतल,सागर,मनोज और समस्त लाधे परिवार।
वनिता:दोस्तो, मेरे पास एक पत्र है, यह पत्र भेजा है बिहार राज्य के आजाद रेडियो क्लब से इजराइल कस्तुरी, मिकाइल अंसारी और इसराइल अंसारी ने।
राकेश:इन्होंने लिखा है कि आपकी पसंद कार्यक्रम सुनकर बहुत मजा आता है। यह कार्यक्रम दिमाग के लिए टॉनिक का काम करता है। मनोरंजन के क्षेत्र में सबसे लोकप्रिय यह कार्यक्रम हम लोगों की सोच के बिल्कुल अनुरुप है। इस कार्यक्रम को हमारा क्लब भारत चीन दोस्ती का एक आयाम बनाना चाहता है। अत:आप लोगों से अनुरोध है कि आपकी पसंद कार्यक्रम का शुभारंभ अथवा कार्यक्रम का अंतिम गीत चीनी भाषा का ही बजाएं ताकि एक अलग अंदाज बने ।
वनिता:इजराइल कस्तुरी, मिकाइल अंसारी और इसराइल अंसारी जी, कार्यक्रम पसंद करने और हमें पत्र लिखने के लिए आप का बहुत धन्यवाद। हम आप लोगों के सुझाव पर ज़रुर ध्यान देंगे।लेकिन आपको शायद मालूम हो कि चीनी गीत संगीत पर आधारित एक कार्यक्रम हिंदी में हम अलग से प्रस्तुत करते हैं।
राकेश:दोस्तो, अब कार्यक्रम का तीसरा गीत सुनें, यह फिल्म द्रोण का गीत है।
वनिताः चाइना रेडियो इंटरनेशनल से आप सुन रहे हैं हिन्दी फिल्मी गीतों पर आधारित कार्यक्रम आप की पसंद। यदि आप भी कोई गीत सुनना चाहते हैं, तो हमें पत्र लिखकर या ई-मेल से अपनी फरमाइश भेज सकते हैं।
राकेशः पत्र लिखने और ई-मेल के हमारे पते इस प्रकार हैं, पी. ओ. बॉक्स न 4216, सी. आर. आई.-7, पेइचिंग, चीन, 100040। आप हमें नई दिल्ली के पते पर भी पत्र लिख सकते हैं, नोट कीजिए, नई दिल्ली में हमारे दो पते हैं।
पहला पता हैः हिन्दी विभाग, चाइना रेडियो इंटरनेशनल, पहली मंजिल, ए ब्लॉक छ बटा चार, वसंत विहार, नई दिल्ली, पोस्ट-110057।
वनिताः और दूसरा पता है चीनी दूतावास, हिन्दी विभाग, चाइना रेडियो इंटरनेशनल, पचास डी, शांति पथ, चाणक्यपुरी, नई दिल्ली, पोस्ट-110021।
राकेशः यदि आप के पास इंटरनेट की सुविधा है तो आप हमारी वेबसाईट अवश्य देखें hindi.cri.cn। हमारा ई-मेल का पता हैः hindi@cri.com.cn । हमें आप के पत्रों का इंतजार रहेगा।
वनिताः दोस्तो, कार्यक्रम का अगला गीत है फिल्म क्यों हो गया न से ।
राकेशः इस साल चीन व भारत के बीच राजनयिक संबंध की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ है, इस अवसर पर चीन और भारत में बहुत सी गतिविधियां आयोजित की जाएंगी,सी.आर.आई में भी इस अवसर पर कुछ कार्यवाहियां होंगी और हमारा विभाग भी आप के लिए ज्ञान-प्रतियोगिता की एक गतिविधि का आयोजन करेगा ,आशा है कि आप लोग सक्रिय रूप से इस में भाग लेंगे और अगर आप के पास कोई राय, विचार या सुझाव है, तो कृप्या हमें पत्र लिखकर या ई-मेल से बताईए। हमें आप के पत्रों का इंतजार रहेगा।
वनिताः तो, आएं, कार्यक्रम का अंतिम गीत सुनें, यह फिल्म जोश का गीत है।
वनिताः यह गीत मुझे भी पसंद है। अच्छा, दोस्तो, इस गीत के साथ ही हमारा आज का यह कार्यक्रम समाप्त होता है। आशा है आप को यह क्रार्यक्रम पसंद आएगा। अगली बार फिर मिलेंगे। तब तक के लिए आज्ञा दीजिए। नमस्कार।
राकेशः नमस्कार।