वनिता:दोस्तो, चाइना रेडियो इन्टरनेशनल की नए चीन की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ नामक ज्ञान प्रतियोगिता अभी समाप्त नहीं हुआ है। हमारे विभाग को अनेक श्रोताओं के जवाब मिले हैं। अगर आप इस ज्ञान प्रतियोगिता में भाग लेना चाहते हैं, तो जल्द ही हमें जवाब भेजिए। इस महीने के अंत में यह ज्ञान प्रतियोगिता समाप्त होगा और बाद में हम पुरस्कार देंगे।
राकेश:हमें अनेक श्रोता कल्बों से जवाब मिले हैं और अनेक श्रोताओं ने जवाब के साथ हमें पत्र भी भेजे। पत्र में उन्होंने अपने अपने राय, शंभकामनाएं या सवाल लिखा है। दोस्तो, हमें जवाब व पत्र भेजने के लिए बहुत धन्यवाद। आशा है हमारे सी. आर. आई के प्रति ज्ञान प्रतियोगिताओं में आपको ज्यादा जानकारी मिलेगी।
वनिता:और हमें आप के पत्रों का इंतजार रहेगा। तो, इस कार्यक्रम का दूसरे गीत सुनें, जिसका शीर्षक है "चिट्ठी आई है"।
राकेश:इस गीत को सुनना चाहा था आप सब ने मस्जिद रोड़,कोआथ बिहार से मोहम्मद अली बदर,तलत परवीन,फरहत परवीन,हेना परवीन,सदफ, रुबी और जूबी।
वनिता:दोस्तो, पिछले कार्यक्रम में हमने पुरानी हिन्दी फिल्मों के गीत सुनाए, क्योंकि कुछ श्रोता पुरानी फिल्मों के गीत सुनना चाहते हैं। अगर आपके पास हमारे कार्यक्रम के लिए कोई राय है तो हमें पत्र भेज सकते हैं।
राकेश:हां। हमें खुशी है कि अधिकाधिक श्रोताओं ने हमें पत्र भेजा है। दोस्तो, मेरे पास एक पत्र है। यह पत्र भेजा है मध्य प्रदेश के मालवा रेडियो श्रोता संघ से शोभा वर्मा, राहूल, ज्योतिव अतुल ने।
वनिता:इन्होंने लिखा है कि राकेश जी व वनिता जी और सी.आर.आई परिवार को नमस्कार। सी.आर.आई के हिन्दी भाषा के सभी कार्यक्रम एक से बढकर एक होते हैं। आपकी पसंद का बेसब्री से इन्तजार करते हैं क्योंकि इसमें हिन्दी फिल्मों के नए व पुराने गीत सुनने को मिलते हैं।
राकेश:कार्यक्रम पसंद करने और हमें पत्र लिखने के लिए शोभा वर्मा, राहूल, ज्योतिव अतुल जी आप का बहुत धन्यवाद। आशा है कि आप लोग आगे हमारे कार्यक्रम को इसी तरह पसंद करते रहेंगे। आएं, एक और गीत सुनें, यह गीत है दिल दिवाना।
वनिताः चाइना रेडियो इंटरनेशनल से आप सुन रहे हैं हिन्दी फिल्मी गीतों पर आधारित कार्यक्रम आप की पसंद। यदि आप भी कोई गीत सुनना चाहते हैं, तो हमें पत्र लिखकर या ई-मेल से अपनी फरमाइश भेज सकते हैं।
राकेशः पत्र लिखने और ई-मेल के हमारे पते इस प्रकार हैं, पी. ओ. बॉक्स न 4216, सी. आर. आई.-7, पेइचिंग, चीन, 100040। आप हमें नई दिल्ली के पते पर भी पत्र लिख सकते हैं, नोट कीजिए, नई दिल्ली में हमारे दो पते हैं।
पहला पता हैः हिन्दी विभाग, चाइना रेडियो इंटरनेशनल, पहली मंजिल, ए ब्लॉक छ बटा चार, वसंत विहार, नई दिल्ली, पोस्ट-110057।
वनिताः और दूसरा पता है चीनी दूतावास, हिन्दी विभाग, चाइना रेडियो इंटरनेशनल, पचास डी, शांति पथ, चाणक्यपुरी, नई दिल्ली, पोस्ट-110021।
राकेशः यदि आप के पास इंटरनेट की सुविधा है तो आप हमारी वेबसाईट अवश्य देखें hindi.cri.cn। हमारा ई-मेल का पता हैः hindi@cri.com.cn । हमें आप के पत्रों का इंतजार रहेगा।
वनिताः दोस्तो, कार्यक्रम का अगला गीत है तेरे मेरे बीच में।
राकेशः इस गीत को सुनना चाहा था हमारे इन श्रोताओं ने सिरिसा औरंगाबाद,बिहार से अफजल हुसैन, शहनाज परवीन, आसिफ हुसैन,हेना परवीन, आरिफ हुसैन और मन्नी।
राकेशः अच्छा, दोस्तो, इस गीत के साथ ही हमारा आज का यह कार्यक्रम समाप्त होता है। आशा है आप को यह क्रार्यक्रम पसंद आएगा। अगली बार फिर मिलेंगे। तब तक के लिए आज्ञा दीजिए। नमस्कार।
वनिताः नमस्कार।