गीत के बोल इस प्रकार हैः
सैन्य बंदरगाह की रात ,
हलचल से दूर बड़ी शांत ।
युद्ध पोत डोल रहा है लहरों के थपकों से ,
युवा जवान मुस्करा रहे हैं मीठी नींद के साथ ।
समुद्री बयार तुम्हें सुलाता है ,
समुद्री लहरें तुम्हें लोरी सुनाती है ।
लम्बी यात्रा से लौटे तुम थके हुए है ,
मातृ गोद में वापस तुम गहरी नींद से सो जाए।
जब सुबह का पौ फटा ,
फिर यात्रा पर चलोगे , तुम नयी सुरत के साथ ।