वनिताः कार्यक्रम का अगला गीत है फिल्म (ताजमहल) से और इसे गाया है मोहम्मद रफी ने
जो बात तुस में है तेरी तस्वीर में नहीं
राकेशः इस गीत को सुनने की फरमाइश की थी आप सब ने मदरसा रोड़ कोआथ रोहतास बिहार से हाशिम आजाद, आसिफ खान, अकरम हुसैन प्रिंस, बैगम शहनाज, रौशन आरा, अजमेरी ऱातुन, बाबू साजिद। कुमौद ना. सिंह, बाबू, काकू, सनातन, मो. शमशाद, मो. आशिक, बांका, मुंगेर, बिहारकुमार रामदेब पटेल, राधारानी खण्डेलबाल, पुष्पा श्रीवास्तव, अंजुझेती, सुनिता पटेल और अमित पटेल।
वनिताः चाइना रेडियो इंटरनेशनल से आप सुन रहे हैं हिंदी फिल्मी गीत-संगीत
पर आधारित कार्यक्रम आप की पसंद। हम आप को बता दें कि यह कार्यक्रम प्रति सप्ताह शनिवार शाम को पौने सात बजे से सवा सात बजे तक और रविवार सुबह पौने नौ बजे से सवा नौ बजे तक प्रसारित किया जाता है। यदि आप भी अपनी पसंद का कोई गीत सुनना चाहते हैं, तो हमें पत्र लिखकर या ई-मेल से या हमारी वेइबसाइट पर "अपनी राय लिखें" फॉर्म में अपनी फरमाइश भेज सकते हैं।
राकेशः पत्र लिखने और ई-मेल के हमारे पते इस प्रकार हैं, पी. ओ. बॉक्स न 4216, सी. आर. आई.-7, पेइचिंग, चीन, 100040। आप हमें नई दिल्ली के पते पर भी पत्र लिख सकते हैं, नोट कीजिए, नई दिल्ली में हमारे दो पते हैं। पहला पता हैः हिन्दी विभाग, चाइना रेडियो इंटरनेशनल, पहली मंजिल, ए ब्लॉक छ बटा चार, वसंत विहार, नई दिल्ली, पोस्ट-110057।
वनिताः और दूसरा पता है, चीनी दूतावास, हिन्दी विभाग, चाइना रेडियो इंटरनेशनल, पचास डी, शांति पथ, चाणक्यपुरी, नई दिल्ली, पोस्ट-110021। यदि आप के पास इंटरनेट की सुविधा है, तो आप हमारी वेबसाईट अवश्य देखें hindi.cri.cn। हमारा ई-मेल का पता हैः hindi@cri.com.cn। हमें आप के पत्रों का इंतजार रहेगा।
राकेशः कार्यक्रम का अगला गीत (वक्त) से है जिसे गाया है आशा ने और सुनने की फरमाइश की है आप सब ने.. मंसूरी रेडियो श्रोता संघ राम चबूतरा, कालपी, जिला जालौन यू.पी .से मों जाकिर मंसूरी,कमरुन निशा,बेबी शबिस्ता,मों साकिर,मों जाविद,मों सईद ,मो शरीफ,मो अनीश,मुकेश कुमार,सोनू,गोलू,राज,लकी एवं यश मंसूरी.
आगे भी जाने न तू पीछे भी जाने न तू
वनिताः कार्यक्रम के अंत में सुनें मेरी पसंद की यह गैर फिल्मी ग़ज़ल, गाया है जगजीत सिंह ने।
आशा है आप को भी यह अवश्य पसंद आएगी।
कुछ खोना, कुछ पाना चलता रहता है
राकेशः इस गजल के साथ ही हमारा आज का यह कार्यक्रम समाप्त होता है। अगली बार फिर मिलेंगे। तब तक के लिए आज्ञा दीजिए। नमस्कार
वनिताः नमस्कार।