वर्ष 2006 की पहली जुलाई को विश्व में सब से ऊंचे और सब से लम्बे रेल मार्ग---छिंगहाई-तिब्बत रेल मार्ग पर यातायात शुरू हुआ, जिस से चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में रेल मार्ग न होने का इतिहास समाप्त हुआ । इस के बाद के कई वर्षों में छिंगहाई तिब्बत रेल मार्ग मौसम की कड़ी परीक्षा पास कर खरा उतरा है और इस मार्ग से तिब्बत आने-जाने की बेहतर सुविधा का इंतजाम हुआ है । छिंगहाई-तिब्बत रेल मार्ग ने न सिर्फ़ तिब्बती लोगों के लिए विश्व के विभिन्न क्षेत्रों में आने-जाने का रास्ता सुगम बनाया है, बल्कि देशी-विदेशी पर्यटकों के लिए बर्फीले पठार पर आने का रास्ता भी समतल किया है ।
अभी आप ने सुना तिब्बती लड़के लड़कियों की"बर्फीले पहाड़ का लांगमा"नामक संगीत टीम द्वारा गाया गया गीत《रेल गाड़ी से पेइचिंग जाते हैं हम》। इस गीत में तिब्बती देशबंधुओं की रेल गाड़ी में बैठ कर बर्फीले पठार से हो कर राजधानी पेइचिंग जाने की खुशियां अभिव्यक्त हुई हैं । गीत के बोल हैं:
रेल गाड़ी से पेइचिंग जा रहे हैं हम
बर्फीले पठार की शुभकामनाएं साथ ले कर
आप के लिए दिल से गीत गाते हैं हम
बेटा अपनी मां के लिए गा रहा है
रेल गाड़ी से पेइचिंग जा रहे हैं हम
छिंगहाई-तिब्बत का सूर्य ले कर जा रहे हैं हम
कामना है कि मातृभूमि का भविष्य और उज्ज्वल होगा