राकेशः राकेश का भी सभी श्रोताओं को प्यार भरा नमस्कार।
ललिताः दोस्तो, क्रिसमस की खुशी मनाने के बाद अब हम नए साल का स्वागत करने जा रहे हैं। नए साल के लिए आप ने भी जरूर बहुत सी योजनाएं बनाई होंगी।
राकेशः जी हां। नए साल में बच्चे बड़े होना चाहते हैं, विद्यार्थी परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करना चाहते हैं, कर्मचारी अपनी तनख्वाह बढ़ती हुई देखना और प्रेमी शादी रचाना चाहते हैं और बूढ़े अपना स्वास्थ्य बनाना बनाए रखना चाहते हैं।
ललिताः तो आएं, नए साल का स्वागत हम इस गीत से करते हैं। यह गीत हम अपने सभी श्रोताओं के लिए नए साल के उपहार के रूप में प्रस्तुत कर रहे हैं। आशा है आप लोगों को यह पसंद आएगा।
गीत के बोलः
मौला, मौला, आ, आ, आ
मैंडा ईश्क वीं तू
मैंडा यार वीं तूं
मैंडा दीन वीं तूं
ईमान वीं तूं
मैंडा जिस्म वीं तूं
मैंडा रु वी तूं
मैंडा दिलड़ी वी तूं
जिंद जांद वीं तूं
मेरे मेरे मौला मौला
मेरे मौला मौला
मेरी मंजिल में तू
मेरी राहों में तू
मेरे सपनों में तू
मेरे अपनों में तू
मेरी सुबह में तू
मेरी शामों में तू
मेरी यादों में तू
मेरे वादों में तू
ओह, मेरे मौला मौला मौला ओह मेरे मौला मौला
मेरे कंगन में तू
मेरे झुमके में तू
मेरे सूखे में तू
मेरे सावन में तू
मेरे पल्लू में तू
मेरे चिलमन में तू
मेरे ख्वाबों में तू
मेरी आंखों में तू ओह मेरे मौला मौला
ललिताः राकेश जी, नए साल में आप की क्या विशेष करने की इच्छा है? और नया साल आप कैसे मनाना चाहते हैं?
राकेशः मेरी कोई खास इच्छा नहीं है, किंतु यह इच्छा जरूर है कि नया साल सब के लिए और हमारे सारे सभी श्रोताओं के लिए अच्छा बीते, उन की सभी मनोंकामनाएं पूरी हों और प्राकृतिक विपदाओं से ईश्वर सब को बचाए। जैसाकि तुम्हें मालूम है पिछले माह मुंबई में आतंकवादियों के हमलों में कई सौ बेगुनाह लोगों की जानें गई। इसलिए कोई खास उत्सव जैसा मनाने की कोई इच्छा नहीं हैं। जो लोग उस दुर्घटना में मारे गए, उन के परिवारजनों के साथ हम भी दुःखी हैं और यही चाहते हैं कि ऐसी कोई दुर्घटना इस साल और बाद में न हो। खैर और तुम्हारी नए साल में क्या योजना है? तुम कैसे मनाना चाहती हो नया साल और नए साल में तुम क्या करना चाहती हो?
ललिताः मेरी भी आप की तरह ही आशा है कि सभी लोग वर्ष 2009 में सौभाग्यशाली हों। सुख आप लोगों तक पहुंचे और दूख दूर भागे। यही मेरी और हम सब की शुभकामना है।
राकेशः इस गीत को सुनने की फरमाइश की थी हमारे इन श्रोताओं ने इस्लामनगर आर्य बाजार से रत्नदीप आर्य, बिपिन बिहारी वार्ष्णेय, राघव आर्य, कुलदीप मऊ वाले, कपिल कुमार आर्य, कुरा गोयल और सोनु गुप्ता। और कृतपुर मठिया, अरेराज, पूर्वी चम्पारण, बिहार से रामबिलास प्रसाद।