राकेशः यह तो बड़ी खुशी की बात है। जनाब शाहिद आजमी और मोहतरमा हीना फिरदौस जी, आप दोनों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं। आशा है आप का पारिवारिक जीवन हमेशा सदा खुशहाल और सफल बना रहे।
ललिताः जी हां मैं भी एक बार फिर आप दोनों को शुभकामनाएं देना चाहती हूं। आशा है आप दोनों का प्रेम हमेशा बना रहे। आप के निकाह के मौके पर पेश है आप की और चुन्नीलाल कैवर्त के क्लब के सभी दोस्तों की पसंद की फिल्म "हां मैंने भी प्यार किया है" का यह गीत।
गीत के बोलः
तेरे माथे की बिंदिया चमकती रहे
तेरे हाथों की मेहंदी महकती रहे
तेरे जोड़े की रौनक सलामत रहे
तेरी चूड़ी हमेशा खनकती रहे
मुबारक मुबारक मुबारक मुबारक
मुबारक हो तुम को ये शादी तुम्हारी
सदा खुश रहो तुम दुआ है हमारी
तुम्हारे कदम चूमे तो दुनिया सारी
सदा खुश रहो तुम
तुम्हारे लिए हैं बहारों के मौसम
न आए कभी ज़िंदगी में कोई गम
हमारा है क्या यार हम हैं दीवाने
हमारी तड़प तो कोई भी न जाने
मिले न तुम्हे इश्क़ में बेकरारी
सदा खुश रहो तुम
के जन्मों के रिश्ते नहीं तोड़े जाते
सफ़र में नहीं हमसफ़र छोड़े जाते
न रस्म-ओ-रिवाजों को तुम भूल जाना
जो ली है कसम तो इसे तुम निभाना
के हमने तो तन्हा उमर है गुज़ारी
सदा खुश रहो तुम
जां मैने भी प्यार किया है
हाँ मैने भी प्यार किया है
मुबारक मुबारक मुबारक मुबारक
ललिताः श्रोतो दोस्तो, आप सुन रहे हैं चाइना रेडियो इन्टरनेशनल से कार्यक्रम आप की पसंद। जो भी गीत आप सुनना चाहते हैं या अपने दोस्त या किसी प्रिय को हमारे माध्यम से कोई संदेश देना चाहते हैं तो भी हमें जरूर पत्र लिखें। आप की पसंद कार्यक्रम में हम जरूर आप की इच्छा पूरी करने की कोशिश करेंगे।
राकेशः लीजिए सुनिए कार्यक्रम का अगला गीत। यह गीत है नई फिल्म "गज़नी" से और इसे सुनने की फरमाइश की है हमारे इन श्रेताओं ने एकता कालोनी रोहतक से सीता राम कांगड़ा, बीता, श्रीमती बबीता कागड़ा, निखिल कागड़ा, बबीता बोत, अकिंत कागड़ा, मोनी कागड़ा और एस. आर. कागड़ा। और गांधी चौंक रोपड़ पंजाब से हरदेव मीका, गुलजारी लाल, विनोद पुरी और मीका विरक। बड़ोदा मकरपुरा से अशोक लाधे, संगीता लाधे, कोमल, शीतल, सागर, मनोज और समस्त लाधे परिवार और मालवा रेडियो श्रोता संघ प्रमिलागंज आलोट, जिला रतलाम म.प्र. से बलवंत कुमार वर्मा, राजुबाई, माया वर्मा, शोभा वर्मा, राहुल, ज्योति, शांतिलाल और पोरवाल।
ललिताः कार्यक्रम का अगला और अंतिम गीत पेश है, दिलेर मेहंदी की आवाज में। यह एक पंजाबी गीत है। श्रोताओं को मैं यह बताना चाहती हूं कि पेइचिंग के कई विश्वविद्यालयों के छात्र-छात्राओं में यह गीत खासा लोकप्रिय है।
राकेशः इस के साथ ही हमारा आज का यह कार्यक्रम समाप्त होता है। अगली बार फिर मिलेंगे। तब तक के लिए आज्ञा दीजिए, नमस्कार।
राकेशः नमस्कार।