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तिब्बती भाषा का नया विकास
2010-06-29 08:51:46

सदियों से तिब्बती भाषा तिब्बती जाति के लिए संपर्क का अहम साधन रहा है, साथ ही उस से तिब्बत के हजारों वर्ष पुराने शानदार इतिहास और अद्भुत तिब्बती संस्कृति कलमबद्ध किए जाते हैं। वर्तमान में तिब्बती भाषा चीन की अल्पसंख्यक जातियों की भाषाओं में प्रथम ऐसी भाषा बन गयी है जिस का अन्तरराष्ट्रीय मानकीकरण किया गया है और जिसे ग्लॉबल इंफोर्मेशन हाईवे का पासपत्र मिला है। इस का यह अर्थ हुआ है कि इस प्राचीन तिब्बती भाषा में नये यौवन का संचार हो गया और वह आधुनिक रूप में विकसित हुआ है। यह है तिब्बत की राजधानी ल्हासा के नगरी क्षेत्र के नम्बर दो प्राइमरी स्कूल के छात्र क्लास में तिब्बती भाषा का पाठ पढ़ रहे हैं। मौके पर स्कूल के हैडमास्टर श्री निमा त्साम्जोर ने हमें बताया कि पाठ्यक्रम के मुताबिक सुबह सकूल में कुल 12 क्लासों के छात्र तिब्बती भाषा का पाठ सीखते हैं । तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के शिक्षा विभाग के निर्धारण के अनुसार स्कूल के एक सत्र में तिब्बती भाषा के पाठ कम से कम 1440 घंटों के होने हैं। स्कूल के मुख्य विषय के रूप में तिब्बती भाषा का अच्छा आधार बनाये जाने से छात्रों को मीडिल स्कूल से लेकर विश्वविद्यालय तक तिब्बती भाषा के अध्ययन की बड़ी सुविधा मिलेगी। तिब्बती भाषा के इस प्रकार के विकास के चलते इस पुरातन भाषा को नय़ा यौवन मिलेगा।

तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के शिक्षा विभाग के कार्यालय प्रधान श्री दावा ने संवाददाता को बतायाः

तिब्बत में सभी शहरी व ग्रामीण और चरवाही क्षेत्रों के स्कूलों में तिब्बती और हान भाषाएं साथ साथ पढ़ायी जाती हैं। तिब्बती छात्र प्राइमरी स्कूल से लेकर हाई स्कूल तक बराबरी से हान व तिब्बती भाषा सीखते हैं। इस के अलावा देश के भीतरी इलाके में खुले तिब्बती मीडिल स्कूलों में तिब्बती भाषा का पाठ खोला गया है और तिब्बती भाषा का पाठ तिब्बती छात्रों का अनिवार्य शिक्षा विषय होता है। तिब्बती उच्च शिक्षालय और माध्यमिक व्यवसाय स्कूल में तिब्बती भाषा बेसिक कॉर्स के रूप में पढायी जाती है और दाखिला परीक्षा में तिब्बती भाषा भी शामिल होती है।

तिब्बत विश्वविद्यालय तिब्बत का एक बहुविषयक उच्चशिक्षालय है जो तिब्बती जाति की श्रेष्ठ परंपरागत संस्कृति का प्रचार और विकास करने में जुटा रहता है और तिब्बती भाषी साहित्य कॉर्स का विकास करता है तथा तिब्बती भाषा के प्रतिभाओं को प्रशिक्षित करता है तथा तिब्बत शास्त्र का अध्ययन करता है। पीढियों के तिब्बती व हान जातीय विद्वानों की कड़ी मेहनत से तिब्बती भाषा व साहित्य में संतोषजनक प्रगति हुई है।

तिब्बत विश्वविद्यालय के साहित्य कालेज की पार्टी कमेटी के सचिव और उप कुलपति श्री केल्जांग वांगडू ने कहाः

पीढियों के तिब्बती व हान जातीय विद्वानों के कठोर प्रयासों के फलस्वरूप अब तिब्बती भाषी साहित्य का कॉर्स स्वायत्त प्रदेश में सब से विशेषता वाला प्रभावकारी नामी कोर्स बन गया है। यहां शिक्षकों की पांत, प्रतिभाशाली छात्रों के प्रशिक्षण, पाठ्यक्रम, पाठ्यसामग्री तथा वैज्ञानिक अनुसंधान में उल्लेखनीय कामयाबियां हासिल हुई हैं। तिब्बती भाषी साहित्य विभाग में अब 1500 से अधिक छात्र पढ़ते हैं और मास्टर डिग्री के लिए 178 छात्र अध्ययन करते हैं । अब तक तिब्बती भाषी साहित्य विभाग ने कुल 3000 से अधिक स्नातकों को प्रशिक्षित कर दिया है, वे अधिकांश लोग तिब्बत के विभिन्न क्षेत्रों में प्रमुख शक्ति के रूप में कार्य कर रहे हैं।

सूचनाकरण युग आने के बाद प्राचीन तिब्बती भाषा में यौवन प्रकट हुआ। अब तिब्बत के विभिन्न स्थानों में लोग तिब्बती भाषा में रेडियो व टीवी कार्यक्रम सुन सकते हैं और देख सकते हैं एवं तिब्बती भाषी अखबार पढ़ सकते हैं। वे इंटरनेट और सेलफोन से तिब्बती भाषा में एसएमएस प्रेषित कर सकते हैं । विभिन्न व्यवसायों में तिब्बती भाषा के प्रयोग में भी अच्छी सफलता प्राप्त हुई है।

तिब्बत जन प्रसारण स्टेशन की स्थापना सन् 1959 में हुई, तब से अब तक वह तिब्बती भाषा में कार्यक्रम प्रसारित करने पर ध्यान देता आया है। वर्तमान में स्टेशन में तिब्बती भाषा की वीचांग व खांगपा दो प्रकार की बोली में प्रसारण किया जाता है। तिब्बत टीवी स्टेशन में तिब्बती भाषा का उपग्रह चैनल 1999 में औपचारिक रूप से आरंभ हुआ, अब यह चैनल रोज 24 घंटों में प्रसारित करता है। तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में हर साल 25 फिल्मों का तिब्बती भाषा में डबिंग किया जाता है। तिब्बत दैनिक के तिब्बती भाषी संस्करण की पृष्ठ जुलाई 2007 से औपचारिक रूप से बढ़ायी गयी, जो पहले के हर सप्ताह के 28 से बढ़ाकर 36 कर दी गयी है, रोज इस अखबार का तिब्बती भाषी संस्करण 26 हजार प्रति में बिकता है।

चीनी तिब्बत न्यूज वेबसाइट पर कार्यरत मिगमार ने दफ्तर में कम्प्युटर के सामने बैठे की-बॉर्ड पर ऊंगली चलाते हुए नजर आये, इस से सक्रीन पर तिब्बती भाषा की एक एक लाइन तेजी से उभर कर आयी, उन्हों ने संवाददाता को बतायाः

चीन की तिब्बती न्यूज वेबसाइट को खुले हुए अब एक साल छह महीने हो गए हैं, न्यूज बुलिटिंग में तिब्बत दैनिक, तिब्बती वाणिज्य अखबार, ल्हासा संध्या पत्र, प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों व शहरों के अखबारों, पत्रिकाओं तथा भीतरी इलाके के समाचार स्रोत से लिए गए समाचार शामिल हैं । इन के अलावा वेबसाइट पर तिब्बती जाति की संस्कृति, धर्म, तिब्बती औषधि व चिकित्सा एवं दर्शनीय स्थलों के बारे में भी विषयवस्तुएं पढ़ने को मिलती हैं।

तिब्बत में व्यापक तौर पर प्रयुक्त तिब्बती भाषा आधुनिक सूचनाकरण युग में प्रवेश होने के बाद अपनी पुरानी परंपरा बनाए रखने के साथ साथ आधुनिक सूचनाकरण के पंख लगाकर एक नयी जीवन-शक्ति को लेकर आगे बढ़ी है।

2008 के नवम्बर माह में प्रथम तिब्बती हान भाषा ई-शब्दकोष प्रकाशित हुआ, इस का आविष्कार किया है तिब्बत विश्वविद्याल के शिक्षक श्री लोजांग ने। छिंगहाई नार्मल विश्वविद्यालय के भौतिक शास्त्र विभाग से स्नातक हुए लोजांग ने कम्प्युटर में तिब्बती भाषा के राष्ट्रीय मापदंड निर्धारित करने, प्रथम तिब्बती भाषी इंटरनेट वेबसाइट खोलने, प्रथम तिब्बती हान भाषा ई-शब्दकोष बनाने तथा प्रथम तिब्बती भाषा के की-बॉर्ड बनाने के काम में भाग लिया है।

वर्तमान में तिब्बती भाषा के इन्पुट सोफ्टवेयर और हान भाषा के कई इंपुट सोफ्टवेयर आदि तिब्बत में व्यापक तौर पर प्रयोग किए जाते हैं। केन्द्र सरकार के जोरदार समर्थन से तिब्बती भाषा का सूचनाकरण स्तर इधर के सालों में लगातार उन्नत होता जा रहा है और तिब्बती भाषा आधुनिक सूचनाकरण युग में भी अच्छी तरह विकसित हो गयी है। बड़ी संख्या में तिब्बती भाषा की उच्च शिक्षा डिग्री प्राप्त लोग अब तिब्बती भाषी वेबसाइटों में बेहद मांगे जाते हैं।

वर्षों से तिब्बती भाषा के क्षेत्र में काम कर रहे अल्पसंख्यक जातीय कार्यकर्ता, तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की तिब्बती भाषा कार्य कमेटी के तिब्बती भाषा प्रबंध विभाग के प्रधान श्री डाम्पा चोडार ने कहाः

वर्तमान में तिब्बत के विभिन्न स्तरों के पार्टी व सरकारी संस्थाओं के दस्तावेज, स्थानीय कानून कायदे तथा बड़े आकार वाले सम्मेलनों की सामग्री सभी तिब्बती भाषा में अनुवादित किए जाते हैं। हान भाषा व तिब्बती भाषा के दस्तावेज एक साथ सार्वजनिक किए जाते हैं । तिब्बत में हर साल 5 करोड़ से अधिक सरकारी दस्तावेजों का तिब्बती भाषा में अनुवाद किया जाता है। इस के अलावा 2005 में तिब्बत में तिब्बती भाषा की नयी शब्दावली मानक कमेटी कायम हुई जो हजारों नये तिब्बती शब्दों तथा विज्ञान व तकनीक के बारे में पारिभाषिक शब्दों को मानकीकृत बनाती है और प्रदेश भर में तिब्बती भाषा को सुव्यवस्थित करने का काम भी करती है।

आज, आप ल्हासा की सड़कों पर कहीं भी गए, तो आप को हर जगह सुसंस्कृत तिब्बती अक्षर अंकित हुए दिखाई देते हैं। सभी तिब्बती वास्तु शैली की इमारतों तथा दुकानों, बस स्टेशों, अस्पतालों और होटलों तथा सरकारी संस्थाओं के नेम प्लेटों पर तिब्बती व हान जातीय भाषा में नाम लिखे गए हैं. विभिन्न पार्टी व सरकारी संस्थाओं में प्रयुक्त मुहरों, दस्तावेजों की हैड लाइनों, लिफाफों, नेम प्लेटों तथा लोगो आदि में भी तिब्बती व हान भाषा में शब्द लिखे गए हैं। पुस्तकालयों और बुक स्टोरों में तिब्बती भाषा की पुस्तकें कतारों में रखी गयी नजर आती है और स्कूलों में तिब्बती भाषा में पाठ पढ़ने की आवाज समय समय पर सुनाई देती है।

संदर्भ आलेख
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सूचनापट्ट
• वेबसाइट का नया संस्करण आएगा
• ऑनलाइन खेल :रेलगाड़ी से ल्हासा तक यात्रा
• दस सर्वश्रेष्ठ श्रोता क्लबों का चयन
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श्रोता क्लब
• विशेष पुरस्कार विजेता की चीन यात्रा (दूसरा भाग)
विस्तृत>>
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