सीमांत क्षेत्रों में सी.आर.आई के देशी विदेशी संवाददाता का दौरा गतिविधि के तिब्बत दल ने कुछ दिन पूर्व तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की यात्रा की । इस दौरान चीनी विदेशी संवाददाता ने ल्हासा के उप मेयर श्री छङ चीछांग के साथ विशेष साक्षात्कार किया । उन्होंने कहा कि ल्हासा शहर में लागू की जा रही सुरक्षा रिहायशी कमान परियोजना बुनियादी तौर पर समाप्त हुई है, 38 हज़ार परिवारों के रिहायशी मकानों का सुधार किया गया है, जो पूर्व निश्चित समय से दो साल पहले समाप्त हुआ है ।
पता चला है कि वर्ष 2006 में तिब्बत ने किसान परिवारों के मकान, घुमंतू चरवाहों के निवास स्थान तथा गरीबी उन्मूलन वाली सुरक्षा रिहायशी मकान परियोजना शुरू की । योजनानुसार वर्ष 2010 के पूर्व 80 प्रतिशत किसान व चरवाहे नए रिहायशी मकानों में प्रवेश करेंगे । किसानों व चरवाहों की इच्छा, जीवन आदत के आधार पर सुरक्षा रिहायशी मकान परियोजना के अनुसार उन के यातायात, बिजली, पेय जल और स्वास्थ्य आदि सवालों का समाधान किया जा रहा है ।
ल्हासा शहर के सांग चूलिन गांव वासी तिब्बती बंधु छुंगदा को सुरक्षा रिहायशी मकान परियोजना से लाभ मिला है । तीन साल पूर्व उन्होंने सरकार से 38 हज़ार य्वान का भत्ता प्राप्त कर 470 वर्ग मीटर वाले नये दो मंजिला मकान का निर्माण किया । अब परिवार का जीवन स्तर बड़ा सुधर गया है । तिब्बती बंधु छुंगदा ने कहा:
"पहले हमारी जीवन स्थिति बुरी थी और रिहायशी मकान अच्छा नहीं था । परिवार के सदस्य और पशु दो वर्ग मीटर वाले मकान में एक साथ रहते थे। लेकिन आज हमारे रहने की स्थिति बड़ी हद कर सुधर गई है। अब हमारे मकान में मानव और पशु अलग-अलग रहते हैं । फर्नीचर है और स्थिति बड़ी अच्छी है ।"
ल्हासा शहर के उप मेयर श्री छङ चीछांग ने जानकारी देते हुए कहा कि पिछले तीन वर्षों में शहर ने"सब से पहले विकास करने"वाले अनुरोध के अनुसार पूंजी जुटायी । अब सुरक्षा रिहायशी मकान परियोजना के लिए करीब एक अरब 80 करोड़ य्वान लगाए गए हैं । उन का कहना है :
"अब तक हम ने कुल एक अरब 79 करोड़ 90 लाख य्वान की पूंजी लगाई है। इस में तिब्बत स्वायत्त प्रदेश से ल्हासा शहर और विभिन्न जिले व कांउटी तक विभिन्न स्तरीय सरकारों द्वारा दिए गए भत्ते के अलावा किसानों व चरवाहों के पैसे, बैंकों से प्राप्त ऋण तथा भीतरी इलाके के अन्य प्रांतों व शहरों द्वारा सहायता के रूप में दी गई राशि आदि शामिल है ।"