चंद्रिमाः यह चाइना रेडियो इन्टरनेशनल है। आप का पत्र मिला कार्यक्रम सुनने वाले सभी बहनों व भाइयों को चंद्रिमा का प्यार भरा नमस्कार।
विकासः विकास का भी नमस्कार।
चंद्रिमाः विकास जी, 15 अगस्त को भारत का स्वतंत्रता दिवस है। इसलिये आजकल हमें श्रोताओं से इस दिवस की बहुत शुभकामनाएं मिली है।
विकासः जी हां। जैसे मुबारकपुर आज़मगढ़, उत्तर प्रदेश के सलेमी रेडियो लिसनर्स क्लब के फिरोज अख्तर अंसारी ने हमें भेजे पत्र में कहा कि, सर्वप्रथम सी.आर.आई. हिन्दी सेवा के सभी उदघोषकों व सी.आर.आई. के सभी श्रोताओं को स्वतंत्रता दिवस की ढेर सारी शुभकामनाएं। तथा सीआरआई के सभी विभागों को उसके 70वीं वर्षगाँठ की पेशगी मुबारकबाद। 70वीं वर्षगाँठ के उपलक्ष्य में आयोजित प्रतियोगिता करवाने पर आपको बधाई। मैंने इसका उत्तर ऑनलाईन ही भेज दिया है, आशा है प्राप्त हो गया होगा। मुझे सी आर आई के सभी कार्यक्रम जैसे जीवन और समाज , आज का तिब्बत, आपका पत्र मिला और चीन का अल्पसंख्यक जाति पसंद है। मैं आशा करता हूं कि इस पत्र को आप का पत्र मिला कार्यक्रम अथवा अपनी वेबसाइट पर अवश्य प्रकाशित करेंगे। मैं आप का आभारी रहूंगा।
चंद्रिमाः अंसारी भाई, आप का उत्तर हमें मिल चुका है। आपके फरमाईश पर हमने आपका पत्र इस कार्यक्रम में शामिल किया है और इसे हमारे वेबसाईट पर भी डाल दिया है।
विकासः उनके अलावा और कुछ श्रोताओं ने हमें स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं भी दी है। उन के नाम हैं:केसिंगा ओड़िशा के सुरेश अग्रवाल, बिलासपुर छत्तीसगढ़ के ग्रीन पीस डी एक्स क्लब के अध्यक्ष चुन्नीलाल कैवर्त, असम से पृथ्वीराज परकायस्थ, मुजफ्फरपुर बिहार के मुकेश कुमार और सोनितपुर असम के जिवराज बसुमात्रे।
चंद्रिमाः आप सभी श्रोताओं को हम बहुत बहुत धन्यवाद देते हैं, और स्वतंत्रता दिवस के सुअवसर पर हम भी आशा करते हैं कि भारत का भविष्य और उज्जवल होगा, और चीन-भारत की मित्रता भी दिन-ब-दिन बढ़ती रहेगी। तो इस खुशी के वातावरण में हम एक और खुशी की खबर आप लोगों को बताएंगे।
विकासः वह है जुलाई में हमारी वेबसाइट पर ऑनलाइन खेल में पुरस्कार विजेताओं की नामसूची।
चंद्रिमाः जी हां, इस बार कुल दस श्रोताओं को यह पुरस्कार मिला है।
विकासः पर चंद्रिमा जी, मेरी याद में जून में केवल पांच श्रोताओं को ऑनलाइन खेल का उपहार मिला, पर इस बार यह संख्या क्यों बढ़ गयी?
चंद्रिमाः क्योंकि हमारा ऑनलाइन खेल बहुत लोकप्रिय हो रहा है और बहुत श्रोताओं ने इस में सक्रिय रूप से भाग लिया है। उन्होंने जवाब देने के साथ साथ बहुत लंबे पत्र भी हमें भेजे हैं। उन पत्रों को पढ़कर हम बहुत प्रभावित हुए। इसलिये जुलाई में हमने श्रोताओं के जोश को देखते हुए पुरस्कार विजेताओं की संख्या बढ़ा दिया है।
विकासः वाह, अच्छी बात है, अच्छी बात है। मैं सभी श्रोताओं की ओर से हिन्दी विभाग को धन्यवाद देना चाहता हूं।
चंद्रिमाः विकास जी, धन्यवाद देने की कोई बात नहीं है। पर कृप्या आप विजेताओं के नाम पढ़िये, ठीक है न?
विकासः यह तो मेरा सम्मान है। इस बार हमारे ऑनलाइन खेल के विजेताओं के नाम इस प्रकार हैं:पंजाब से बबिता देवी, कटनी मध्य प्रदेश से रविकांत नामदेव, लक्ष्मी नगर दिल्ली से अमीर अहमद, मुजफ्फरपुर बिहार से शांति गुप्ता, कोलकाता से रविशंकर बसु, हैदराबाद से पी वेंकटलक्ष्मी, उड़ीसा से सुरेश कुमार अग्रवाल, गुजरात से नानजी जानजानी, लाहौर पाकिस्तान से मुल्लाह नवीनगर और छत्तीसगढ़ से प्रहलाद सिंह वर्मा।
चंद्रिमाः उन लोगों को बहुत बहुत बधाई है। और आशा करते हैं कि ज्यादा से ज्यादा श्रोता हमारे वेबसाइट पर ध्यान दे सकेंगे, और इस पर आयोजित गतिविधियों में भाग ले सकेंगे। अच्छा, स्वतंत्रता दिवस व ऑनलाइन खेल की चर्चा के बाद अब हम दक्षिण चीन के शनचन शहर में धूमधाम से आयोजित हो रहे 26वें युनिवर्सियाड से जुड़े कुछ पत्र पढ़ें।
विकासः बिलासपुर, छत्तीसगढ़ के ग्रीन पीस डी एक्स क्लब के अध्यक्ष चुन्नीलाल कैवर्त ने हमें भेजे पत्र में कहा कि मौजूदा युनिवर्सियाड 12 से 23 अगस्त तक दक्षिण चीन के क्वांगतुंग प्रांत के शनचन में आयोजित हो रहा है। निश्चित रूप से शनचन में जारी 26 वें विश्व ग्रीष्मकालीन युनिवर्सियाड, शानदार, बेहतरीन और अविस्मरणीय होगा। वास्तव में डाविंग, जिमनास्टिक, टेबल टेनिस, निशानेबाजी, ट्रैक एंड फील्ड, तैराकी, फेसिंग, तीरंदाजी, जूडो व टाइ क्वांग टो में चीनी खिलाड़ियों की स्थिति मजबूत है। निश्चित रूप से मौजूदा युनिवर्सियाड में पदक तालिका में चीन का स्थान पहले स्थान पर होगा। बहुत बहुत धन्यवाद चुन्नीलाल साहब, और आशा है कि चीन व भारत दोनों देशों के खिलाड़ी इस यूनिवर्सियाड में अच्छी उपल्बियां प्राप्त कर सकेंगे।
चंद्रिमाः बालूघाट, पश्चिम बंगाल के बिधानचंद्र सान्याल ने भी हमारी वेबसाइट पर अपनी राय दी कि युनिवर्सियाड के लिये हिन्दी विभाग द्वारा भेजी गयी संवाददाता निलम जी का परिचय पढ़कर हमें बहुत खुशी हुई। निलम जी को नमस्कार। मैं 26वें युनिवर्सियाड की जानकारियां सुनने की प्रतीक्षा कर रहा हूं। अभी तक हमने जाना है कि कुल मिलाकर 12 हजार से ज्यादा खिलाड़ियों व कार्यकर्ताओं ने इस खेलकूद में हिस्सा लिया। इस में चीनी टीम सब से बड़ी है, रुस व जापान क्रमशः दूसरे व तीसरे स्थान पर रहे। 12 अगस्त से यह प्रतियोगिता शुरू हुई, और 23 अगस्त तक चलेगी। हमें आशा है कि यह प्रतियोगिता ज़रूर सफल होगी। और चीनी टीम इस में सब से आगे रहेगी। बहुत बहुत धन्यवाद, बिधान चंद्र साहब।
विकासः चंद्रिमा जी, सुना है कि यह दूसरी बार है जब ग्रीष्मकालीन यूनिवर्सियाड चीन में आयोजित किया जा रहा है।
चंद्रिमाः आपने बिल्कुल ठीक कहा। वर्ष 2001 में 21वें ग्रीष्मकालीन युनिवर्सियाड का आयोजन पेइचिंग में हुआ था। उस समय भारतीय खेल प्रतिनिधि मंडल में केवल पांच या छः सदस्य थे।
विकासः क्या बात है। आपकी याददास्त इतनी अच्छी है कि दस साल पहले पहले आयोजित युनिवर्सियाड अभी तक आप को याद है।
चंद्रिमाः क्योंकि उसी समय मैंने एक संवाददाता के रूप में पेइचिंग यूनिवर्सियाड का कवरेज किया। और इन्टरव्यू लेने के साथ साथ मैंने सभी भारतीय खिलाड़ियों के साथ घनिष्ठ संबंध रखा। गौरतलब है कि मैंने भारतीय प्रतिनिधि मंडल के सभी सदस्यों को सी.आर.आई. का दौरा करने का निमंत्रण भी किया। ये मेरे लिये सचमुच बहुत मीठी यादें ही हैं।
विकासः अच्छा, मालूम है। तो बताइये चंद्रिमा जी, इस बार के यूनिवर्सियाड को देखकर भारतीय प्रतिनिधि मंडल के बारे में आप का क्या अनुभव है?
चंद्रिमाः जी हां। हालांकि इस बार मैं यूनिवर्सियाड का संवाददाता नहीं हूं, पर हर दिन मैं भारतीय प्रतिनिधि मंडल पर ध्यान देती हूं। मेरा सब से बड़ा अनुभव यह है कि भारतीय लोग खेल पर ज्यादा से ज्यादा ध्यान देते हैं। वर्ष 2001 के पेइचिंग यूनिवर्सियाड में भारतीय प्रतिनिधि मंडल में केवल पांच खिलाड़ी शामिल थे। और उन्हें कोई उल्लेखनीय उपल्बियां प्राप्त नहीं थी। पर इस बार के शनचेन यूनिवर्सियाड में भारतीय प्रतिनिधि मंडल में कुल 70 सदस्य हैं, और उन में 55 खिलाड़ी शामिल हैं। वे तैराकी, शूटिंग, तीरंदाजी, टेनिस, बैटमिंटन व ट्रेक एन्ड फ़िल्ड की प्रतिस्पर्द्धा में भाग ले रहे हैं। प्रतिनिधि मंडल का पैमाना पहले से बड़ी हद तक बढ़ गया। और खिलाड़ियों की शक्ति में भी ज़मीन-आसमान का बदलाव हुआ। इस बार भारतीय खिलाड़ियों ने दो स्वर्ण पदक व एक कांस्य पदक प्राप्त किये हैं, जिस में बड़ी प्रगति हुई। मुझे विश्वास है कि भारतीय खिलाड़ियों की प्रतिस्पर्द्धी शक्ति ज़रूर दिन-ब-दिन बढ़ती रहेगी।
विकासः अच्छा, चंद्रिमा जी की इस शुभकामना के साथ आज का आप का पत्र मिला कार्यक्रम समाप्त होता है।
चंद्रिमाः श्रोता दोस्तो, अगले हफ्ते हम ठीक इसी समय यहां फिर मिलेंगे। पर अब रेडियो को बंद न करें, क्योंकि हमारा लोकप्रिय कार्यक्रम आप की आवाज़ ऑनलाइन शुरू होने वाला है।
विकासः अब लीजिये सुनिये यह कार्यक्रम।