यह चाइना रेडियो इन्टरनेशनल है। खुशी के साथ आज हम फिर मिलते हैं आप की आवाज़ ऑन लाइन कार्यक्रम में। मैं हूं आपकी दोस्त, चंद्रिमा। दोस्तो, आप शायद जानते होंगे कि 11 मार्च को जापान में रिक्टर स्केल पर 9.0 तीव्रता का भूकंप आया। भूकंप का केंद्र मियाकी केन की पूर्व ओर लगभग 130 किमी दूर समुद्र में था। और भूकंप की गहराई 24 किलोमीटर थी। भूकंप से उठी कई मीटर ऊँची लहरों ने कारों को समुद्र में ले लिया और तटीय इमारतों को तबाह कर डाला। पर सब से खतरनाक बात यह है कि भूकंप व सूनामी के बाद फुकुशीमा के न्यूक्लियर बिजली घर के नंबर 1 से 4 तक परमाणु रिएक्टर्स में एक-एक करके विस्फोट हुए हैं, जिससे जापान व उसके पड़ोसी देश नाभिकीय रिसाव के खतरे में फंस गया है। दुनिया के तमाम लोग इस मामले पर विचार-विमर्श करने लगे कि क्या हमें सचमुच नाभिकीय ऊर्जा चाहिए?तो आज हम इस विषय पर एक विशेष कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे।
कार्यक्रम में मेरे साथी विकास जी ने कई श्रोताओं के साथ नाभिकीय ऊर्जा की आवश्यकता है या नहीं से जुड़ी बातचीत की। अब लीजिये सुनिये उन के विचार।
अच्छा श्रोता दोस्तो, आज का कार्यक्रम कैसा लगा?अगर इस विषय पर आप भी कुछ राय देना चाहते हैं, तो हमें पत्र लिखना न भूलें। आशा है जापान में स्थिति बेहतर होगी, सभी परमाणु रिएक्टर्स नियंत्रण में होंगे, और जापानी जनता साधारण जीवन शुरू कर सकेंगे। अच्छा, इन शुभकामनाओं के साथ साथ आज का आप की आवाज़ आन लाइन कार्यक्रम यहीं समाप्त होता है। अगले हफ्ते हम फिर मिलेंगे। नमस्कार।