अनिल:यह चाइना रेडियो इन्टरनेशनल है। श्रोताओं को अनिल का नमस्कार। आपका पत्र मिला कार्यक्रम में आपका स्वागत है।
थांग:श्रोताओं को श्याओ थांग भी प्यार भरा नमस्कार। दोस्तो, आज के इस कार्यक्रम में सबसे पहले आप सुनेंगे श्रोताओं के पत्रों का उल्लेख, इसके बाद सवाल जवाब, आप से मिले और अंत में एक गीत।
अनिल:अच्छा, अब हम पढ़ेंगे कुछ श्रोताओं के पत्रों का उल्लेख। सबसे पहले यह पत्र। विवेकानंद नगर गुजरात के श्रोता स्वामी चैतन्य बुद्ध ने अपने पत्र में कहा कि गत 8 अक्तूबर को रात साढ़े नौ बजे चीन में योग विषय पर अच्छी रिपोर्ट पेश की गई। चीन में सुधार की रिपोर्ट कंप्यूटर शिक्षण की न्यूज़ व भारतीय काजू निर्यात के बारे में जानकारी अच्छी लगी। इस तरह के कार्यक्रम पेश करने के लिए आपकी पूरी टीम को धन्यवाद। हालांकि स्वामी चैतन्य का छोटा ही सही लेकिन काफी उत्साहवर्धक है। पत्र भेजने के लिए शुक्रिया।
थांग:शेओहर बिहार के माही रेडियो श्रोता संघ के अब्दुल्लाह आज़ाद ने हमें पहला पत्र भेजा है। वे कहते हैं कि प्रोग्राम तो बहुत सुने, लेकिन पत्र नहीं लिखे। इसकी वजह यह है कि मैं सोचता था कि जो श्रोता क्लब सी.आर.आई से पंजीकृत है, उन्हीं के पत्रों का जवाब दिया जाता है। लेकिन जब मैं एक क्लब में गया, तो वहां अध्यक्ष ने आपका लिफ़ाफ़ा दिया और कहा कि आप सी.आर.आई को पत्र लिखें, तो लिख रहा हूँ। आपसे गुजारिश है कि हमें भी प्रोग्राम गाइड, श्रोता सामग्री और चीन के ऐतिहासिक स्थलों का फोटो भेजें। आपके जवाब की प्रतीक्षा में। अब्दुल्लाह जी पत्र लिखने के लिए आपका धन्यवाद। अब आप सी.आर.आई हिन्दी परिवार के एक सदस्य बन गए हैं, आपका स्वागत है। आपकी संबंधित सूचना हमने पंजीकृत कर दी है, भविष्य में आपको संबंधित सामग्री मिलती रहेगी। यहां हम उस श्रोता क्लब के अध्यक्ष को भी धन्यवाद देते हैं, जिन्होंने आपको पत्र लिखने के लिए प्रेरित किया।
अनिल:पटना बिहार के श्रोता अजय प्रकाश कहते हैं समय की कमी के चलते मैं सीआरआई के कार्यक्रम कभी-कभी सुन पाता हूं। समय मिलने पर सभी प्रोग्राम बड़े ध्यान से सुनता हूं। आपके द्वारा प्रसारित कार्यक्रम काफ़ी रोचक व ज्ञानवर्धक होते हैं। साथ ही मैं प्रतियोगिता का हल भेज रहा हूँ। हमारी ओर से सीआरआई परिवार को नए साल की शुभकामनाएं। अजय प्रकाश जी आपका पत्र पाकर हमें बड़ी खुशी हुई। नया साल आने वाला है, हम सभी श्रोताओं को नए साल की शुभकामनाएं देते हैं। नया साल मुबारक। अजय प्रकाश अभी हमारे कार्यक्रम कभी-कभी सुनते हैं हमें उम्मीद है कि भविष्य में नियमित श्रोता बनेंगे।
थांग:ऊंची तकिया मुबारकपुर, आज़मगढ़, उत्तर प्रदेश के पैगाम रेडियो लिस्नर्स क्लब के दिलशाद हुसैन ने अपने पत्र में कहा कि हम आपका प्रसारण 96.35 पर पूरी तरह साफ़ सुनते हैं। 17 अक्तूबर को हेमा दीदी द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रम चीन की झलक सुना, बहुत पसंद आया। अपने पत्र में दिलशाद हुसैन ने चीन भारत मैत्री के बारे में लिखा है. वे कहते हैं:भारत और चीन की मधुर मैत्री, दोनों देशों की जनता ने जगाई मैत्री, सरकार और समाज में हो गई मैत्री, आधुनिक संबंधों के साठ वर्ष की मैत्री,शांति और सहयोग पर आधारित मैत्री, दोनों देशों में विकास में जुट गई मैत्री, हर क्षोत्र में अपना रंगजमाई मैत्री, सी.आर.आई ने बढ़ाई मैत्री, सारी गतिविधियों से अवगत कराई मैत्री।
दोस्तो, इस वर्ष चीन और भारत के बीच कूटनीतिक संबंध की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ है, दोनों देशों की सरकारों व गैर सरकारी संगठनों ने रंगबिरंगे कार्यक्रम चलाए। चीनी प्रधानमंत्री वन च्या पाओ ने पिछले दिनों भारत की यात्रा की, जो कि काफी सफल रही और इससे दोनों देशों के संबंध और मजबूत होंगे। आपको बता दें कि दोनों देशों ने वर्ष 2015 तक द्विपक्षीय व्यापार 100 अरब अमेरिकी डॉलर पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। जो कि वर्तमान में लगभग 60 अरब डॉ़लर है।
अनिल:ढोली सकरा, बिहार के अपोलो रेडियो लिस्नर्स क्लब के अध्यक्ष दीपक कुमार दास हमारे पुराने और सक्रिय श्रोता हैं। वे कभी-कभी हमें पत्र लिखकर हमारे कार्यक्रमों के बारे में अपनी प्रतिक्रिया बताते हैं, चीन भारत मैत्री के बारे में लेख लिखते हैं। अब मेरे पास दीपक कुमार दास द्वारा लिखी एक कविता, नाम है"मेरी मां"
मेरी मां प्यारी-प्यारी
सुन्दर आंखों वाली
बाल है उनके काले-काले
देखने में वह बिलकुल गोरी
सूरत से वह लगती भोली
मेरी मां प्यारी-प्यारी
बहुत गुस्सा है उनको आता
छोटी-छोटी बातों पर गुस्साती
फिर भी तुरंत वह हंस जाती
अपने कामों में लग जाती
मेरी मां प्यारी-प्यारी
बहुत करुणामय है उनकी अदा
जैसे सागर में मोती
समान नया से सबको देखती
ऊंच-नीच में फ़र्क न करती
मेरी मां प्यारी-प्यारी
बहुत प्यार वह हम सबको करती
कभी वह हम सहको डांटती
छोटे-बड़े में फ़र्क बताती
साथ-साथ रहना सिखलाती
अनिल:अच्छा दोस्तो, अब समय आ गया है सवाल जवाब का। देखते हैं हमारे श्रोता ने क्या सवाल पूछा है। बिलासपुर छत्तीसगढ़ के आदर्श श्रीवस रेडियो लिस्नर्स क्लब के अध्यक्ष परस राम श्रीवास ने सवाल किया है कि चीन की प्रमुख हवाई सेवाएं कौन-कौन सी हैं और सबसे अधिक कमाई करने वाली हवाई सेवा का क्या नाम है?चीन की चुमुलांगमा पर्वत की चोटी पर पहुंचने वाले सबसे पहले चीनी व्यक्ति कौन थे? लगता है परस राम को चीन के विभिन्न क्षेत्रों के बारे में रुचि है। श्याओ थांग जी आप ही उनके सवालों का जवाब दीजिए।
थांग:अच्छा। परस राम जी चीन की प्रमुख हवाई सेवा चाइना दक्षिण एयर लाइंस, चाइना इस्टर्न एयर लाइन्स, एयर चाइना, हाइनान एयर लाइन्स और शङचङ एयर लाइन्स प्रमुख हैं। इनमें चाइना दक्षिण आयर लाइन्स सबसे अधिक कमाई करती है। दूसरा है उन्होंने पूछा कि चीन के चुमुलांगमा पर्वत की चोटी पर पहुंचने वाले सबसे पहले चीनी व्यक्ति कौन थे? दोस्तो, विश्व के सबसे बड़े पर्वत के रूप में चुमुलांगमा पर्वत पर चढ़ना पर्वतारोहियों के लिए भारी चुनौती ही नहीं सपना भी है। चीन में चुमुलांगमा पर्वत की चोटी पर पहुंचने वाले सबसे पहले चीनी व्यक्ति का नाम है वाग फ़ूचो। उनका जन्म वर्ष 1935 में मध्य चीन के हनान प्रांत में हुआ। 25 मई, वर्ष 1960 के चार बजकर 20 मिनट पर वांग फ़ूचो अपने साथियों के साथ 8848मीटर ऊंची चुमुलांगमा पर्वत चोटी पर पहुंचे, मानव इतिहास में इस पर्वत के उत्तर भाग से चोटी पर पहुंचने का महान कार्य साकार किया था।
अनिल:अच्छा दोस्तो, आज का यह कार्यक्रम यही समाप्त होता है । अब आज्ञा दें, नमस्कार।
थांग:श्याओ थांग को भी आज्ञा दीजिए, नमस्कार