थांग: यह चाइना रेडियो इन्टरनेशनल है। श्रोताओं को श्याओ थांग का प्यार भरा नमस्कार। आपका पत्र मिला कार्यक्रम में आपका स्वागत है।
अनिल:श्रोताओं को अनिल का भी नमस्कार। आज के इस कार्यक्रम में सबसे पहले हम"शांगहाई विश्व मेला"प्रतियोगिता में भाग लेने वाले विजेताओं की नामसूची घोषित करेंगे। इसके बाद श्रोताओं के पत्रों का उल्लेख,फिर आपसे मिले।
थांग:दोस्तो, शांगहाई विश्व मेला 31 अक्तूबर को सफलतापूर्वक समाप्त हुआ। सीआरआई द्वारा आयोजित संबंधित सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता में श्रोताओं ने सक्रिय रूप से भाग लिया। उन्होंने हमारे कार्यक्रम सुनकर और हिन्दी वेबसाइट देख कर सवालों के सही उत्तर दिए। हमने प्रतियोगिता में भाग लेने वालों में से पंद्रह पहला, बीस दूसरा और पच्चीस तीसरा पुरस्कार श्रोताओं को चुना। यहां पुरस्कार जीतने वाले श्रोताओं को बधाई देते हैं और आशा करते हैं कि सभी पहले की तरह हमारी प्रतियोगिताओं में सक्रिय रूप से भाग लेंगे, किसी न किसी दिन आपको जरूर पुरस्कार मिलेगा।
अनिल:अच्छा, मेरे हाथ में है "शांगहाई विश्व मेला"ज्ञान प्रतियोगिता के पहले पंद्रह विजेताओं के नामों की सूची:पुरानी बस्ती,जवारा गली, जालपा वार्ड, कटनी, मध्य प्रदेश के रविकांत नामदेव;जमपुर पंजाब पाकिस्तान के अब्दुल करीम मालिक;नव भारत भवन, बिलासपुर छत्तीसगढ़ के गणेश तिवारी;इल्लाहाबाद, उत्तर प्रदेश के रवि श्रीवास्तव;कस्तूरबा गांधी मार्ग, दिल्ली के जयंत चक्रवर्ती;न्यू मिरज़लगुता, हैद्राबाद आंध्र प्रदेश के सी.आर.आई लिस्नर्स क्लब के मिस पी.फातेमा;कोआथ मोड़, रोहतास बिहार के विहार रेडियो लिस्नर्स क्लब के डी.डी. साहिबा;बस्ति हक्रा, खानपुर, पाकिस्तान के हाशमी लिस्नर्स क्लब के जलील अहमद हाशमी;बेलगौम, कर्नाटक के सुनील परित;विजयवाड़ा, आंध्र प्रदेश के सी.आर.आई लिस्नर्स क्लब की रहेमतुनिसा;उसमान जी जनरल स्टोर, सिंध पाकिस्तान के कर्ती महमद अयुब;उंची तकिया, आज़मगढ़ उत्तर प्रदेश के फ़ातेमा सोग्रा;मुबारकपुर आज़मगढ़ उत्तर प्रदेश के वकर हैदर;मुज़फ़्फरपुर बिहार के मिस आंकिता सिंह और अंत में मऊनाथ भंजन, उत्तर प्रदेश के आरिफ़ जावेद।
थांग:अच्छा, अब मैं पढ़ूंगी प्रतियोगिता का दूसरा पुरस्कार जीतने वाले बीस श्रोताओं की नामसूची। वे हैं:मुबारकपुर आज़मगढ़ उत्तर प्रदेश के वसीम फ़ातिमा;न्यू मार्केट, मुबारकपुर आज़मगढ़ उत्तर प्रदेश के दिलशाद हुसैन;औरेया उत्तर प्रदेश के माओ त्सेतोंग रेडियो लिस्नर्स क्लब के कालका प्रसाद कीर्ती प्रिय;रांची तोरपा, झारखण्ड के मोयलेन हेमरोम;मुबारकपुर आज़मगढ़ उत्तर प्रदेश के जहीर अंसारी;वैशाली, बिहार के मोती रेडियो श्रोता संघ के अध्यक्ष कुमार जय बर्द्धन;जबाइ, नवाबगुंज, बंगलादेश के महमद अब्दुल मान्नान;मुबारकपुर आज़मगढ़ उत्तर प्रदेश के मिरज आज़मी;लतिफ़ाबाद, हैदराबाद पाकिस्तान के स्काइ वेव लिस्नर्स क्लब के रफ़ीक हाबिप;नवपुरा मऊ, उत्तर प्रदेश के अगिब जावेद;दीसा गुजरात के दिवदंती;चांदनी चौक दिल्ली के रानी रेडियो लिस्नर्स क्लब के राधा रानी खंडेलवाल;दुर्ग छत्तीसगढ़ के आनंद महमद बैन;कस्तूरबा गांधी मार्ग, दिल्ली के मास्टर जयदीप;बिलासपुर छत्तीसगढ़ के जोसे लाल श्रीवास;रोहतास बिहार के भारतीय महिला रेडियो लिस्नर्स क्लब के अध्यक्ष तलत परवीन;कोआथ, रोहतास बिहार के जुगनु रेडियो लिस्नर्स क्लब के अध्यक्ष मोहम्मद अहमद बदर;आज़मगढ़, उत्तर प्रदेश के वीनस इण्टरनेशनल रेडियो श्रोता संघ के फैयाज़ अन्सारी;भागलपुर बिहार के आजाद रेडियो लिस्नर्स क्लब के इजराइल कस्तूरी;और दूसरा पुरस्कार जीतने वाले अंतिम श्रोता हैं मदरसा रोड, कोआथ रोहतास बिहार के कहकशां रेडियो श्रोता संघ के अध्यक्ष हाशिम आज़ाद।
अनिल: अच्छा, अब मैं तीसरा पुरस्कार जीतने वालों पच्चीस श्रोताओं के नाम पढ़ूगा:नमकमंडी अमृतसर पंजाब के अश्विनी कुमार शर्मा;बिधूना औरैया, उत्तर प्रदेश के वर्मा ब्रदर्स रेडियो लिस्नर्स क्लब के भरत कुमार वर्मा;गोरखपुर उत्तर प्रदेश के बद्री प्रसाद वर्मा अनजान;चौक बाज़ार, कोआथ, रोहतार बिहार के विशाल रेडियो लिस्नर्स क्लब के अध्यक्ष एस.के. ज़िंदादिल;रामपुराफुल पंजाब के फ़ैमिलय लिस्नर्स क्लब के अध्यक्ष श्री पल;दोलान्दा रांची झारखण्ड के शाहिद रहमान;मौतमी नगर आंध्र प्रदेश के श्री राम कृष्ण प्रसाद;कोमना ओड़िसा के तुना नाइक;चन्दौली उत्तर प्रदेश की संतोष कुमारी;तोबा टेक सिंह पंजाब पाकिस्तान के शामा रेडियो लिस्नर्स क्लब के फ़ासिल चुद्रे;रांची तोरपा झारखण्ड के सुक्रा हेमरोम;धनबाद झारखण्ड के अनिल रेडियो लिस्नर्स क्लब के अनिल कुमार;शिवपुरी, कांसपुर रोड, यमुना नगर, हरियाणा के विक्रम भाडिया;कोआथ, रोहतास बिहार के आशीर्वाद रेडियो लिसनर्स क्लब के अध्यक्ष राकेश रौशन;फ़रिदपुर जालांगी पश्चिम बंगाल के युथ रेडियो क्लब के अनोर हुसैन;वाणासी उत्तर प्रदेश के प्रजापति रेडियो लिस्नर्स क्लब के अंकिता प्रजापति;अम्बिकापुर फ़रिदपुर बंगलादेश के नांदन बेटर श्रोता संघ के मोहमद अफ़जल अली खान;मऊनाथ भंजन उत्तर प्रदेश के दानिश अहमद;पिरो भोजपुर बिहार के पप्पु खान;32 नेपियन सी रोड, मुबई, महाराष्ट्र के इला कुंज;सलेना पांच, बैतडी, नेपाल के प्रकाश पैंतोला;बलिया उत्तर प्रदेश के वर्ड रेडियो लिस्नर्स क्लब के प्रदीप कुमार;बभनान बाज़ार, बस्ति, उत्तर प्रदेश के कृष्ण कुमार जायसवाल;औरेया उत्तर प्रदेश के अल हिन्दी रेडियो लिस्नर्स क्लब के रिज़वानुसज्जाद;तीसरा पुरस्कार का अंतिम विजता का नाम है अमिलो आज़मगढ़ उत्तर प्रदेश के आलमी रेडियो लिस्नर्स क्लब के मोहम्मद असलम।
थांग:अच्छा दोस्तो, "शांगहाई विश्व मेला"ज्ञान प्रतियोगिता के पहला, दूसरा एवं तीसरा पुरस्कार विजेताओं की सूची यही समाप्त होती है। हम पुरस्कार हासिल करने वाले सभी श्रोताओं को एक बार फिर बधाई देते हैं। आशा है कि आप आगे भी सी.आर.आई हिन्दी सेवा द्वारा आयोजित अन्य प्रतियोगिताओं में सक्रिय रूप से भाग लेंगे और पुरस्कार भी जीतेंगे। उम्मीद है कि अन्य श्रोता भी हमारे कार्यक्रम सुनेंगे और प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेंगे। अगले हफ्ते हम"चीन भारत राजनयिक संबंध की 60वीं जयंती"ज्ञान प्रतियोगिता के पहला, दूसरा व तीसरा पुरस्कार जीतने वाले श्रोताओं की नामसूची घोषित करेंगे, आप इसे सुनना न भूलिएगा।
अनिल:अच्छा, अब आज के कार्यक्रम का अगला भाग शुरू होता है। दोस्तो, शांगहाई विश्व मेला 31 अक्तुबर को सफलतापूर्वक समाप्त हुआ। 184 दिनों के दौरान दुनिया भर के विभिन्न देशों व क्षेत्रों से आए सात करोड़ से अधिक दर्शकों ने इस शानदार मेले का दौरा किया और पूरी तरह"बेहतर शहर, बेहतर जीवन"का अहसास किया। शांगहाई विश्व मेले के समापन के बाद कई श्रोता दोस्तों ने हमें ईमेल भेजकर बधाई दी। यहां हम चुनकर कुछ पढ़ेंगे।
थांग: सबसे पहले देखेंगे, लक्ष्मी नगर, दिल्ली के अमीर अहमद का ईमेल, जिसमें उन्होंने कहा कि शंघाई विश्व मेले के अंतिम दिन पूरी दुनिया की निगाह शंघाई एक्सपो पर टिकी हुई हैं। छह माह के शंघाई एक्सपो ने विश्व को बेहतर शहर ,बेहतर जीवन का जो संदेश दिया वो बहुत अहम है। वैसे तो विश्व के देशों ने कोई कसर नहीं छोड़ी और अपने देश की सांस्कृतिक परंपरा को दुनिया के सामने रखा । चीनी प्रधानमंत्री वन चापाओ ने अपने भाषण में कहा था कि बेहतर शहर, बेहतर जीवन के विषय पर आधारित शांगहाई विश्व मेले में शहरी विकास के क्षेत्र में मानव जाति की संयुक्त बुद्धिमता संजोए हुई है, विश्व मेला इतिहास में एक शानदार अध्याय जुड़ा वह एक कामयाब, शानदार और अविस्मरणीय समारोह है। उन्होंने कहा कि शांगहाई विश्व मेले ने मानव जाति की प्रगति अभिव्यक्त की है और मानव के सामने मौजूद चुनौतियां, उसकी चिंता और परेशानी भी प्रतिबिंबित हुई। विश्व मेले की आदर्श अवधारणा को विकसित करने का अर्थ है कि मानव हाथ में हाथ डालकर विभिन्न चुनौतियों का मुकाबला करे और समान रूप से मानव जाति के शांति व विकास को बढ़ावा दें।
सी आर आई के माध्यम से मालूम हुआ की इस एक्सपो में 7 करोड़ लोगों ने एक्सपो आगंतुकों का स्वागत-सत्कार किया है। दर्शकों की संख्या,एक्सपो में हिस्सा लेने वाले देशों व अतर्राष्ट्रीय संगठनों की तादाद की दृष्टि से शांगहाई एक्सपो वर्ड एक्सपो के इतिहास में एक रिकार्ड है। विभिन्न देशों के विशिष्ट मंडप, रंगबिरंगी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, अत्याधुनिक विज्ञान-तकनीकी उपलब्धियां और ऊर्जा-बचत एवं पर्यावरण-संरक्षण से जु़ड़ी अवधारणाएं इस एक्सपो के आकर्षण का केंद्र है। इस पर सी आर आई की जो कोवेरेज रही वो बहोत अहम थी।
अनिल:जोस्तो, बिलासपुर, छत्तीसगढ़ के ग्रीन पीस डी-एक्स क्लब के अध्यक्ष चुन्नी लाल कैवर्त ने हमें ईमेल भेजकर शांगहाई विश्व मेले के सफल आयोजन की बधाई भी दी, उन्होंने कहा कि आज शांगहाई में 184 दिनों तक चला आ रहा 2010 शांगहाई विश्व मेला शानदार समारोह के साथ समाप्त हो गया । सबसे पहले शांगहाई विश्व मेले की शानदार,ऐतहासिक और यादगार सफलता पर समस्त चीनी जनता को बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं ! साथ ही इस मेले की शानदार और आकर्षक रिपोर्टिंग के लिए अपने पसंदीदा रेडियो स्टेशन-चाईना रेडियो इंटरनॅशनल के समस्त स्टाफ को भी बधाई एवं धन्यवाद।
शांगहाई विश्व मेला,भारत के लिए भी ख़ास महत्व रखता है। यही कारण है कि भारत ने इस मेले में बढ़ चढ़कर भाग लिया। मेले में 18 अगस्त का दिन ख़ास रहा। क्योंकि इस दिन भारतीय राष्ट्रीय दिवस मनाया गया। भारतीय पैवेलियन भारत व चीन के बीच सेतु का काम किया है। पिछले एक दशक में दोनों देशों के संबंधों में काफी सुधार आया है। दोनों देशों के बीच व्यापारिक सम्बन्ध एक नई ऊंचाई पर पहुँच गया है और अब दोनों देशों के बीच व्यापारिक रकम 42 अरब डालर से बढ़कर 60 अरब डालर तक पहुँचाने की आशा है। जहां एक ओर दुनिया के कई देश आर्थिक मंदी से बेहाल हैं,लेकिन चीन व भारत इस संकट के दौर में भी अपनी विकास दरों को स्थिर व ऊंचे स्तर पर कायम रखने में सफल रहें हैं। आने वाला समय में चीन व भारत न केवल स्थिर रूप से विकास करेंगे,बल्कि विश्व शान्ति की दिशा में भी महत्वपूर्ण ढंग से काम करेंगे।
थांग: दोस्तो, शांगहाई विश्व मेले के समापन के दिन, इस पर भारतीय मिडिया का ध्यान भी केंद्रित हुआ है। इंडो-एशियन न्यूज सर्विस यानी आईएएनएस ने इस से संबंधित खबर प्रसारित की। हमारे प्रिये श्रोता आईएएनएस के हिन्दी विभाग के निदेशक श्री अरून आनंद ने हमें ईमेल भेजकर इसे बताया। यहां हम आनंद जी को धन्यवाद देते हैं। इस"समेकित विकास के संकल्प के साथ खत्म हुआ शंघाई एक्स्पो" शीर्षक आलेख में कहा गया कि छह माह से चल रहे शंघाई वर्ल्ड एक्स्पो की रविवार को समाप्ति के मौके पर प्रतिभागियों ने जनसंख्या विस्फोट, पर्यावरण को हो रहे नुकसान, शहरी गरीबी और सांस्कृतिक संघर्ष की चुनौतियों से मुकाबला करने का संकल्प लिया।
प्रतिभागी देशों और संस्थाओं ने इन संकल्पों के साथ एक साझा घोषणापत्र भी जारी किया। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की-मून ने इस अवसर पर कहा कि यह एक्स्पो हमारे युग की शहरीकरण की चुनौतियों से मुकाबला करने की एक उम्मीद जगाता है। इस घोषणापत्र में वर्ल्ड एक्स्पो 2010 की समाप्ति तिथि 31 अक्टूबर को विश्व बेहतर शहर दिवस के रूप में याद किए जाने का प्रस्ताव रखा गया।
यह एक्स्पो एक मई को शंघाई में शुरू हुआ था। इसमें 246 देशों और अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं ने हिस्सा लिया, जो 1851 में ब्रिटेन में वर्ल्ड एक्स्पो की शुरुआत के बाद एक रिकार्ड है। इसमें 7 करोड़ दर्शकों के लक्ष्य से अधिक 7.3 करोड़ दर्शकों ने हिस्सा लिया। दर्शक संख्या के मामले में इसने 1970 में जापान के ओसाका में हुए वर्ल्ड एक्स्पो के रिकार्ड को तोड़ दिया, जहां 6.4 करोड़ दर्शक जुटे थे।
थांग: श्रोता दोस्तो, पांच नवम्बर को दीवाली मनाई जाएगी। यहां हम सभी श्रोताओं को दीवाली के लिए बधाई देते हैं और शुभकामनाएं भी। उम्मीद है कि आप सब लोग सुखमय रहें और स्वस्थ रहें। हापी दीवाली!नई दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के हमारे श्रोता भाई रवि शंकर तिवारी ने हमें ईमेल भेजक कर दीवाली की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने अपने पत्र में कहा कि दीवाली भारतीय संस्कृति का सबसे महत्वपूर्ण पावन पर्व हैं। हर गाँव नगर और प्रांतों में हर जाति एवं धर्म के लोग इस पर्व को मनाते हैं। हिन्दू आस्था का प्रतीक माना जाने वाला दीवाली का त्योहार अन्य धर्मों में भी खास महत्व रखता है।
अनिल:भाई रवि शंकर तिवारी ने अपने ईमेल में दीवाली के उपलक्ष में एक कविता भी भेजी है, जो इस प्रकार है:
वो एक दीया
जिसने ललकारा है, अँधेरे को
वो एक दीया
जिसने हिम्मत की है, तेज़ आँधियों से लड़ने की
वो एक दीया
जो खुद जला है, औरों की रोशनी के लिए
वो एक दीया
जो प्रेरणा-स्त्रोत है, हर मद्धिम पड़ रहे दीये के लिए
दीवाली से दीवाली तक, आओ दीपावली मनायें
तुम को शुभ हो मुझको शुभ हो, दीवाली हम सबको शुभ हो
आने वाला समय सुखद हो, कुछ भी कही न मित्र अशुभ हो
मां लक्ष्मी इस दीवाली पर, हर घर आंगन सुख ही सुख हो
सबको दीवाली की शुभकामनायें
आज फिर से तुम बुझा दीपक जलाओ
है कहाँ वह आग जो मुझको जलाए
है कहाँ वह ज्वाल मेरे पास आए
रागिनी, तुम आज दीपक राग गाओ,
आज फिर से तुम बुझा दीपक जलाओ
तुम नई आभा नहीं मुझमें भरोगी
नव विभा में स्नान तुम भी तो करोगी
आज तुम मुझको जगाकर जगमगाओ
आज फिर से तुम बुझा दीपक जलाओ
मैं तपोमय ज्योति की, पर, प्यास मुझको
है प्रणय की शक्ति पर विश्वास मुझको
स्नेह की दो बूँद भी तो तुम गिराओ
आज फिर से तुम बुझा दीपक जलाओ
कल तिमिर को भेद मैं आगे बढूँगा
कल प्रलय की आँधियों से मैं लडूँगा
किंतु मुझको आज आँचल से बचाओ
आज फिर से तुम बुझा दीपक जलाओ
अनिल: दोस्तो, इस वर्ष के मध्य में सौ युवाओं के एक प्रतिनिधि मंडल ने चीन की मैत्रीपूर्ण यात्रा की थी। उस मौके पर हमारी संवाददाता मीनू ने प्रतिनिधि मंडल के सदस्य कुमार छेत्री से बातचीत की। सुनिए चीन के बार में उनके अनुभव।
थांग:दोस्तो, इस वर्ष के मध्य में भारतीय सौ युवा प्रतिनिधि मंडल ने चीन की दस दिवसीय मैत्रीपूर्ण यात्रा की। मौके पर मैं और मीनू ने इन्टरव्यू के लिए प्रतिनिधिमंडल के साथ शांगहाई और छोंगछिंग का दौरा भी किया। आगामी 15 नवंबर से 25 नवंबर तक चीनी युवा प्रतिनिधिमंडल के सौ सदस्य भारत की दस दिवसीय मैत्रीपूर्ण यात्रा करेंगे। सौभाग्य की बात है कि इस प्रतिनिधि मंडल की एक सदस्य के रूप में मैं भी भारत की यात्रा करूंगी। मुझे जिज्ञासा है कि जल्द ही भारत का दौरा करूंगी और श्रोताओं को अच्छी रिपोर्ट पेश करूंगी। दस दिवसीय यात्रा के दौरान कई कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे, आशा है कि हमारे श्रोता बहन- भाई इस पर ध्यान देंगे और फ़ोन, इमेल व शोट मेसेज के जरिए हमें अपनी प्रतिक्रिया भेज देंगे, आपको हमारे सी.आर.आई हिन्दी सेवा के वैबसाइट पर चीन भारत राजनयिक संबंध की 60वीं जयंती शीर्षक विशेष स्तंभ में मेरी और चीनी युवा प्रतिनिधि मंडल की भारत यात्रा के बारे में जानकारी मिलेगा, इस विशेष स्तंभ में अपनी प्रतिक्रिया जरूर बताएंगे।
अनिल:श्याओ थांग जी, आपकी भारत यात्रा को लेकर हम भी उत्सुक हैं। आशा है कि आप और चीनी युवा प्रतिनिधि मंडल भारत की सफल यात्रा करेंगे और भारत चीन मैत्री दूत के रूप में कोशिश करेंगे।
थांग: ज़रूर। अच्छा दोस्तो, आज का यह कार्यक्रम यही समाप्त होता है। अब श्याओ थांग को आज्ञा दें, नमस्कार।
अनिल:अनिल को भी आज्ञा दें, नमस्ते।