अनिल:यह चाइना रेडियो इन्टरनेशनल है । श्रोताओं को अनिल का नमस्कार। आपका पत्र मिला कार्यक्रम में आपका स्वागत है।
थांग: श्रोताओं को श्याओ थांग का भी नमस्कार । आज के इस कार्यक्रम में सबसे पहले आप सुनेंगे श्रोताओं के पत्रों का उल्लेख, सवाल जवाब, फिर भारत की यात्रा करने वाले हमारे संवाददाता दल की एक रिपोर्ट, श्रोता की आवाज़ और आप से मिले।
अनिल:अच्छा अब मेरे हाथ में है नवपुरा मऊ, उत्तर प्रदेश के आकिब जावेद का पत्र। उन्होंने लिखा है कि मुझे आपका कार्यक्रम बहुत अच्छा लगता है। यह कार्यक्रम हमारे घर के सभी सदस्य पसंद करते हैं। दूसरी बात यह है कि हम लोग छात्र होने के साथ आपके कार्यक्रम से हमें बहुत सी जानकारियां मिलती हैं। तीसरी बात यह है कि आपका कार्यक्रम जो हम इन्टरनेट के माध्यम से सुनते और देख लेते है, यह हमारे लिए बहुत अच्छा है। हमारी एक सलाह है कि इन्टरनेट के माध्यम से अंग्रेज़ी सीखें जैसा कार्यक्रम चलाए, जो हमारे लिए बहुत उपयोगी साबित होगा। मुझे उम्मीद है कि इस तरह के प्रोग्राम भविष्य में भी जारी रहेंगे।
थांग: श्रोता दोस्तो, सागर, मध्य प्रदेश के धर्मेन्द्र सिंह हमारे हिन्दी विभाग के पुराने व नियमित श्रोता हैं। वर्ष 1994 से ही उन्होंने हमारे हिन्दी कार्यक्रम सुनना शुरू किया और अब तक कुल 16 साल बीत चुके हैं। धर्मेन्द्र हमारे कार्यक्रम सुनने के साथ-साथ हमें समीक्षात्मक पत्र भी भेजते हैं और सी.आर.आई द्वारा आयोजित प्रतियोगिताओं में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं। हाल में हमारे हिन्दी विभाग को उपहार के रूप में एक बेहतरीन चित्र भेजा है। सच में चित्र बहुत सुन्दर है और हमें बहुत अच्छा लग रहा है, जिससे हमारे हिन्दी सेवा के प्रति धर्मेन्दर सिंह का गहरा प्यार जाहिर होता है। हमारे कार्यक्रम के समर्थन और हिन्दी सेवा से जुड़े रहने के लिए आपका धन्यवाद। आशा है कि आप पहले की ही तरह हमारा समर्थन करने के साथ-साथ पत्र लिखते रहेंगे।
अनिल:रोहतास बिहार के श्रोता हाशिम आज़ाद हमारे पुराने श्रोता हैं, हाल में उन्होंने पत्र भेज कर कहा कि सी.आर.आई ने तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के विकास पर एक रिपोर्ट प्रसारित की, जो हमें ज्ञानवर्धक लगी। पिछले 10 सालों में जो विकास की गति तिब्बत की रही है, वह चीन सरकार की कोशिश व ईमानदारी की एक मिसाल है। बिजली, पानी, सड़क निर्माण के साथ-साथ जीवन के हर क्षेत्र में तिब्बत का काफी विकास हुआ है। आज से 10 साल पूर्व तिब्बती लोग अपने जीवन को असहाय और एक बोझ के रूप में देख रहे थे। वही आज अपने जीवन में सुख का अनुभव प्राप्त कर रहे हैं। अनपढ़ लोगों से लेकर शिक्षित लोगों तक जो सुविधा चीन सरकार द्वारा प्राप्त कराया गया है, आज पूरा तिब्बत उसका आभार व्यक्त करने पर मज़बूर है। और चीन सरकार की जय हो का नारा लगा रहा है।
थांग: हासिम आज़ाद जी, चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश पर ध्यान देने के लिए आपका धन्यवाद। आजकल चीन सरकार ने तिब्बत के विकास के लिए कई उचित नीति अपनायी, और देश के भीतरी इलाकों के समर्थन व सहायता से तिब्बत का तेज़ विकास हो रहा है। आशा है आप हमारे कार्यक्रम के जरिए तिब्बत के बारे में और ज्यादा ज्ञान प्राप्त करेंगे। हमारे कार्यक्रम के समर्थन के लिए आप को कोटी-कोटी धन्यवाद।
अनिल:दोस्तो अब मेरे पास है एक शिकायत पत्र, जो कलेर बिहार के सदफ़ रेडियो लिस्नर्स क्लब के मो. आसिफ़ खान ने भेजा है। उन्होंने कहा कि मैं सी.आर.आई हिन्दी सेवा का एक नियमित व पुराना श्रोता हूँ, मेरे पत्र आपका पत्र मिला कार्यक्रम शामिल नहीं किए जाते, समझ में नहीं आता। क्या आप पुराने श्रोताओं को भूलते जा रहे हैं?सी.आर.आई हिन्दी सेवा में इन दिनों काफ़ी सुधार आया है, कार्यक्रमों का समय भी बदला गया है। आपका पत्र मिला कार्यक्रम में आप की पसंद के गीत भी सुना रहे हैं। सवाल जवाब भी उसी में शामिल है। ऐसा करने से हमारे बहुत सारे श्रोताओं के पत्र शामिल नहीं हो पा रहे हैं। आपकी पसंद और सवाल जवाब को आपका पत्र मिला कार्यक्रम से अलग कीजिए और सवाल जवाब को अलग समय में पेश कीजिए। असिफ़ जी आपके पत्र पर हमने ध्यान दिया है। आपका पत्र मिला कार्यक्रम में ज्यादा से ज्यादा श्रोता अपने पत्रों को शामिल करवाना चाहते हैं, हम यह समझते हैं। शायद इस नवम्बर में हमारे हिन्दी कार्यक्रमों में सुधार आएगा, मौके पर आपसे मिले आपका पत्र मिला कार्यक्रम से अलग किया जाएगा। दूसरी बात है कि हमारा आपका पत्र मिला कार्यक्रम में आपकी पसंद को शामिल नहीं किया गया। हमें उम्मीद है कि अवकाश के समय इस तरह के कार्यक्रमों में एक मधुर गीत के जरिए आप लोग मनोरंजन प्राप्त कर सकेंगे। यही गीत पेश करने का मकसद है। उम्मीद है कि आप और हमारे अन्य श्रोता इसे समझ सकेंगे। हाल के दिनों में हमारे पास श्रोताओं के सवाल पूछने वाले पत्र कम आ रहे हैं, आशा है कि ज्यादा से ज्यादा श्रोता पत्र भेजकर चीन के विभिनन क्षेत्रों से संबंधित सवाल पूछेंगे, ताकि आपको चीन के बारे में और जानकारी मिल सके।
थांग: इलाहाबाद के इन्टरनेशनल फ़्रेन्ड्स क्लब के श्रोता रवि श्रीवास्तव ने हाल में हमें ई-मेल भेज कर कहा कि 18 अगस्त को शांगहाई विश्व मेले में भारतीय पैवेलियन दिवस मनाया गया। CRI के अनिल भाई द्वारा लिखे गए हर दिन के अपने अनुभव को जिस खूबसूरत ढंग से कार्यक्रमों में संजों कर प्रस्तुत किया गया,वह मन को छू गया। सऊदी अरब पैवेलियन का दौरा पर दुनिया की सबसे बड़ी थ्री डी स्क्रीन के बारे में जानकर आश्चर्य का ठिकाना न रहा। हम भारतीय पैवेलियन के बारे में भी बहुत कुछ जान सके। अनिल भाई और श्याओ थांग दीदी को धन्यवाद।
थांग:अच्छा अब पढ़ते हैं मुबारकपुर आज़मगढ़ उत्तर प्रदेश के प्रिंस रेडियो लिस्नर्स क्लब की वसीम फ़ातिमा का पत्र। उन्होंने कहा कि मैं आपका प्रसारण काफ़ी दिनों से सुनती हूँ और आपको पत्र लिखती रहती हूँ। आपके सभी कार्यक्रम रोचक एवं ज्ञानवर्धक लगते हैं। अपने पत्र में उन्होंने एक सवाल पूछा है कि संयुक्त राष्ट्र संघ में चीन की कानूनी सीट की बहाली कब हुई। अनिल जी , क्या आप इस सवाल का जवाब जानते हैं?अगर हां, तो फातिमा व हमारे अन्य श्रोताओं को बताइए।
अनिल:अच्छा, मुझे इस सवाल का जवाब पता है। 25 अक्तूबर 1971 को 26वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा ने बहुमत से अल्बनिया और अल्जीरिया आदि 23 देशों द्वारा प्रस्तुत संयुक्त राष्ट्र संघ में चीन के कानूनी अधिकारों की बहाली वाले प्रस्ताव को पारित किया। महासभा के प्रस्ताव नम्बर 2758 में माना गया कि चीन लोक गणराज्य सरकार का प्रतिनिधि संयुक्त राष्ट्र का एकमात्र कानूनी प्रतिनिधि है। चीन लोक गणराज्य सुरक्षा परिषद के पांच स्थाई सदस्यों में से एक है। संयुक्त राष्ट्र संघ में चीन की कानूनी सीट की बहाली का दूरगामी महत्व है। इससे सुरक्षा परिषद के स्थाई सदस्यों में पहली बार विकासशील देशों का प्रतिनिधित्व हुआ है। यह एक असाधारण बात है। क्योंकि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थाई सदस्य अंतरराष्ट्रीय शांति व सुरक्षा क्षेत्रों में अहम भूमिका अदा करते हैं। तीसरी दुनिया के एक सदस्य के रूप में स्वतंत्र शांतिपूर्ण विदेश नीति अपनाने वाला चीन लोक गणराज्य सुरक्षा परिषद में निष्पक्षता व न्यायपूर्ण रवैया अपनाता है, यह व्यापक विकासशील देशों के लिए प्रेरणा भी है।
थांग: बहनो और भाइयो, इधर के वर्षों में चीन और भारत के संबंध लगातार घनिष्ठ हो रहे हैं, और दोनों देशों की मैत्री लगातार बढ़ती जा रही है। लेकिन दोनों देशों के लोगों के बीच गलतफहमी फिर भी मौजूद है। गलतफ़हमियों को कैसे दूर किया जाए?हमारी दोस्ती को कैसे आगे बढ़ाया जाए?सुनिए हेमा की आवाज़ में एक रिपोर्ट:
थांग:श्रोता दोस्तो, पहली अक्तुबर को चीन छांगअ नम्बर दो चंद्र सर्वेक्षण उपग्रह का प्रक्षेपण करेगा। इस संदर्ब में नई स्थित हमारे संवाददाता हूमिन ने भारतीय विशेषज्ञ जे.टी. जकोब के साथ एक साक्षात्कार किया। सुनिए यह बातचीत
थांग: दोस्तो, पहली अक्तूबर चीन लोक गणराज्य की स्थापना की 61वीं वर्षगांठ है। इसी दिन चीनी लोग राष्ट्रीय दिवस मनाते हैं। राष्ट्रीय दिवस के लिए सात दिन की लम्बी छुटिट्यां है, चीनी लोग स्वादिष्ट पकवान बनाते हैं, परिवार के सदस्य एक साथ रहकर खुशियां मनाते है। चीन के शरद ऋतु में अक्तूबर का मौसम सबसे सुनहरा है, लोग इधर उधर घूमना पसंद करते हैं। आजकल चीनी जनता का जीवन स्तर लगातार ऊंचा हो रहा है और बाहर की सैर सपाट करना साधारण बात बन गई है, आज के इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय दिवस के आगमन पर मैं आप लोगों के लिए एक मधुर गीत पेश करूंगी, चीनी गायिका सोंग जूयिंग द्वारा गाया गया《आज है एक अच्छा दिन》नामक गीत, तेज धुन वाले इस गीत में लोगों की सुन्दर जीवन की अभिलाषा व प्यार की भावना व्यक्त हुई है। आशा है आपको पसंद आएगा। लीजिए इस गीत का मज़ा
अनिल:गीत का अर्थ कुछ इस प्रकार है।
खुशी से ढोल बजाता है हर वर्ष सुख
सुन्दर नृत्य दिखाती है हर दिन की खुशी
सूर्य की किरणें भरती हैं जीवन में रंग लाल
जीवन का फूल है हमारी मुस्कान
आज है एक अच्छा दिन
दिल जो चाहता है वह होगा सच
कल भी होगा दिन अच्छा
घर के द्वार खोलकर स्वागत करेंगे हम
वसंत की हवा का
द्वार के बाहर जगमगाता है लाल दिया
चमकदार भविष्य
मीठा गीत देता है गहरा प्यार
चांदनी से होगा कल का जीवन चमकदार
है सुन्दर दुनिया हमारे दिल में
आज है एक अच्छा दिन
हम समझें इसे मूल्यावन
कल भी होगा अच्छा दिन
हम बिताएंगे और सुखमय जीवन
आज और कल हैं दिन अच्छे
समृद्ध समाज में सुखी जीवन बिताते हैं हम
थांग: अच्छा दोस्तो, इसी मधुर गीत के साथ हमारा आज का कार्यक्रम यही समाप्त होता है, अब अनिल और श्याओ थांग को आज्ञा दें।
अनिल:अगले हफते फिर मिलेंगे, नमस्कार।