अनिल:यह चाइना रेडियो इन्टरनेशनल है । श्रोताओं को अनिल का नमस्कार। आपका पत्र मिला कार्यक्रम में आपका स्वागत है।
थांग: श्रोताओं को श्याओ थांग का भी नमस्कार । आज के इस कार्यक्रम में सबसे पहले आप सुनेंगे श्रोताओं के पत्रों का उल्लेख, श्रोता की आवाज़ और आप से मिले।
अनिल:अच्छा, अब हम देखेंगे मुबारकपुर आज़मगढ़ उत्तर प्रदेश के दिलशाद हुसैन का पत्र, जिसमें उन्होंने गत मई में भारतीय राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल की चीन यात्रा के बारे में लिखा है:हम आपका प्रसारण बहुत रुचि से सुनते हैं। प्रतिभा पाटिल की चीन यात्रा के बारे में हमारे देश के सरकारी, गैर सरकारी हलके काफ़ी उत्साहित रहे। इस यात्रा को भारत चीन संबंधों में एक नयी और महत्वपूर्ण शुरूआत माना जा रहा है। प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ने बिना हिचक घोषणा कर दी हैं कि भारत और चीन हम सफर बन गए हैं, दोनों देशों के बीच सीमा विवाद जल्द ही निपट जाएगा। नियंत्रण रेखा पर विश्वास बहाली का माहौल बन जाएगा। भारत चीन संबंधों को नई दिशा देने का प्रयास सबसे पहले हमारे पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने किया था, तत्कालीन चीनी प्रधानमंत्री चो एनलाई ने हिन्दी चीनी भाई भाई का नारा लगाया था।
थांग: दोस्तो, हाल में नई दिल्ली में हमारे श्रोता अरूण आनंद ने हमें ईमेल भेजकर"उज्जवल है चाइना रेडियो इंटरनेशनल की हिंदी सेवा का भविष्य"शीर्षक लेख भेजा है, जो इस प्रकार है:चीन के साथ मेरा संबंध बचपन में इतिहास की पुस्तकों के माध्यम से जुड़ा। भारत में स्कूली पाठ्यक्रम में चीन के इतिहास और चीन व भारत की सांस्कृतिक समानताओं और ऐतिहासिक संबंधों के बारे में विस्तार से छात्रों जानकारी दी जाती है।
इसके बाद कॉलेज में अर्थशास्त्र का अध्ययन किया तो उसमें भी चीन के राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक इतिहास के बारे में विस्तार से जानकारी हासिल की। इस प्रकार चीन से मेरा पहला परिचय पुस्तकों के माध्यम से हुआ। कुछ सालों से भारतीय बाजारों में चीन से हर प्रकार की वस्तुओं की आमद भारी मात्रा में हो रही है। बिजली के उपकरणों से लेकर खिलौनों तक में चीनी वस्तुओं के किफायती दामों की वजह से भारत में उनकी लोकप्रियता लगातार बढ़ी है। चीन के आर्थिक पक्ष से यह एक प्रकार का मेरा पहला व्यवहारिक परिचय था। इस बीच लगभग एक वर्ष पहले चाइना रेडियो इंटरनेशनल की हिंदी सेवा से मेरा परिचय हुआ। परिचय करवाया सीआरआई के नई दिल्ली से रिपोर्टिंग कर रहे संवाददाता हू मिन ने। उनसे मेरा एक आधिकारिक बैठक में परिचय हुआ।
इसके बाद मैने नियमित रूप से इस रेडियो स्टेशन को सुनना शुरू किया। इसके कार्यक्रम अच्छे हैं और श्रोताओं को पसंद आते हैं। इस बीच चाईना रेडियो इंटरनेशनल की हिंदी की वेबसाईट का उल्लेख करना भी उचित होगा। इसे वेबसाईट पर सामग्री ज्ञानवर्धक है और इसे लगातार अपडेट भी किया जाता है। जिन हिंदी पाठकों को चीन के बारे में जानकारी प्राप्त करने में रूचि है उनके लिए यह अत्यंत लाभदायक वेबसाईट है। मुझे लगता है कि आने वाले समय में चीन के बारे में जानने की जिज्ञासा में तीव्र गति से हो रही वृद्धि के चलते चाईना रेडियो इंटरनेशनल की हिंदी सेवा का भविष्य उज्जवल है। मेरी शुभकामानाएं उनके साथ हैं।
अनिल:जोहरी कोथी, समस्तिपुर, बिहार के इन्टरनेशनल रेडियो लिस्नर्स क्लब के अध्यक्ष पी.सी. गुप्ता ने पत्र भेजकर कहा कि आप का हिन्दी कार्यक्रम वाकई प्रशंसनीय है। एक ओर आपका कार्यक्रम मनोरंजक और ज्ञानवर्धक होता है, तो दूसरी ओर समाचार विश्व की घटनाओं की जानकारी होती है। आशा है कि भविष्य में भी आप इसी प्रकार ज्ञानवर्दख कार्यक्रम प्रसारित करते रहेंगे। हम लोगों की ओर से आपके सभी कार्यक्रमों के लिए हार्दिक बधाई। पी.सी. गुप्ता जी आपका धन्यवाद, हम उम्मीद करते हैं आगे भी आप इसी तरह पत्र भेजकर हमारा उत्साहवर्धन करते रहेंगे।
थांग:श्रोता दोस्तो, कुछ दिन पहले नेपाल के हमारे श्रोता उमेश रग्मी ने"मैं सछ्वान जाना चाहता हूँ"शीर्षक प्रतियोगिता के नेपाली विभाग के विशेष पुरस्कार विजेता के रूप में चीन की यात्रा की। सी.आर.आई के दौरे पर वे विशेष तौर पर हिन्दी विभाग के उद्घोषक व उद्घोषिकाओं से मिलने आए और हमें उपहार भी दिया। उमेश भाई हमारी हिन्दी सेवा के नियमित श्रोता भी हैं, और कभी-कभी हमें पत्र भी लिखने के साथ-साथ ईमेल भी भेजते हैं। तो आज के कार्यक्रम की"श्रोता आवाज़"वाले भाग में आप सुनेंगे उमेश रग्मी ने क्या कहा:
अनिल:श्याओ थांग जी यह गीत आज के दौर में भी शानदार है। मुझे आज इसे सुनने से अलग अनुभव होता है। अच्छा दोस्तो, अभी हमने पेश किया था फिल्म"सरस्वती चंद्र"का एक गीत"फूल तुम्हें भेजा है खत में"। आशा है आप सबको पसंद आया होगा। अच्छा अब हम जारी रखेंगे श्रोताओं के पत्रों का उद्धरण। अब मेरे पास पूर्वी चम्पारण बिहार के मेजर विमलेन्दु विकल का पत्र है । उन्होंने लिखा है कि मैं एक अवकाश प्राप्त सैनिक अधिकारी मेजर हूँ। मैं बिलकुल अकेला हूँ और मेरा कोई नहीं। बस रेडियो सुता रहता हूँ। आप लोगों की बातें बहुत अच्छी लगती हैं। रोचक जानकारियों मिलती है, ज्ञानवर्धन होता है। तिब्बत के बारे में बहुत कुछ जानकारी मिलती हैं। पर्व, त्योहार की भी बहुत खुशी होती है। वैसे मेला पसंदीदा कार्यक्रम में अप की पसंद है, जिसमें हर तरह के गाने सुनने को मिलते हैं।
थांग: अपने पत्र में विमलेन्दु विकल ने श्रोता वाटिका के नाम कविता लिखी, देखकर हमें अच्छी लगी, अब मैं यहां पढ़ूंगी। नाम है:"सी.आर.आई है हमारा"
सबसे सुन्दर सबका प्यारा सबसे न्यारा
सी.आर.आई है हमारा
देश विदेश की खबरें सुनाता
सामयिक चर्चा से मन बहलाता
खुशियों का करता वारा न्यारा
सी.आर.आई है हमारा
आप की पसंद के फिल्मी गाने
मस्ती में डूबे ये तराने
लगते हैं कितने सुहाने
बच्चों सा ये है दुलारा
सी.आर.आई है हमारा
चंद्रिमा, राकेश हैं इसकी शान
रखते खूब श्रोताओं का ध्यान
सपना बहन देती सम्मान
ये सब हैं आंखों का तारा
सी.आर.आई है हमारा
पवन का चेहरा मासूम
पास हो तो लेता चूम
मचा दिया है इसने धूम
चमको जैसे आकाश का सितारा
सी.आर.आई है हमारा
अनिल:विमलेन्दु ने हिन्दी विभाग के उद्घोषक व उद्घोषिकाओं की तारीफ़ की। इसके लिए आपका धन्यवाद। आप रोज़ हमारा कार्क्रम सुनते हैं, आशा है कि हमारा हिन्दी कार्यक्रम आपको आगे भी पसंद आता रहेगा।
अनिल:दोस्तो, कुछ समय पूर्व शांगहाई विश्व मेले में भारतीय दिवस के दौरान हमारी संवाददाता श्याओ थांग की मुलाकात भारतीय नृतकी गीतांजली लाल से हुई। वे नई दिल्ली में कथक केंद्र के अध्यापिका हैं, विश्व मेले में भारतीय दिवस के लिए विशेष तौर पर अपने प्रतिनिधि मंडल के साथ चीन आई और चीनी दर्शकों के सामने एक शानदार कथक नृत्य पेश किया। अब सुनिए श्याओ थांग और गीतांजली की बातचीत
थांग:अच्छा दोस्तो, आज का यह कार्यक्रम यही समाप्त होता है। अब अनिल और श्याओ थांग को आज्ञा दें।
अनिल:अगले हफ्ते हम फिर मिलेंगे, नमस्कार।
थांग:नमस्कार।