अनिल:यह चाइना रेडियो इन्टरनेशनल है । श्रोताओं को अनिल का नमस्कार। आपका पत्र मिला कार्यक्रम में आपका स्वागत है।
थांग: श्रोताओं को श्याओ थांग का भी नमस्कार स्वीकार। आज के इस कार्यक्रम में सबसे पहले आप सुनेंगे हमें पत्र भेजने वाले कुछ श्रोताओं की नामसूची, इसके बाद पत्रों का उल्लेख, फिर भारत की यात्रा करने वाले हमारे संवाददाता दल की एक रिपोर्ट, श्रोताओं के पूछे गए सवाल का जवाब,श्रोताओं की आवाज़ और अंत में पेश करेंगे एक मधुर गीत।
अनिल:अच्छा हाल में कई श्रोताओं ने हमें पत्र भेजे हैं। समय की कमी के कारण हम यहां सभी श्रोताओं के पत्र को नहीं पढ़ सकते। यहां उनके नाम पढ़ेगे, आप लोग हमेशा सी.आर.आई हिन्दी कार्यक्रम से लगाव रखते हैं। इसके लिए हम आपके आभारी हैं। हमें इन श्रोताओं के पत्र मिल गए हैं, उनमें समस्तिपुर, बिहार की रूपा चटर्जी;भोजपुर, बिहार के मनीष रेडियो श्रोता क्लब के अध्यक्ष राघों राम;नवापुर, मऊनाथ भंजन उत्तर प्रदेश के आगिब जावेद;परली वैजनाथ, महाराष्ट्र के संदिप जावेल;कटनी मध्य प्रदेश के डिस्ट रेडियो श्रोता संघ के अध्यक्ष अनिल ताम्रकर; ढोली सकरा, बिहार के अपोलो रेडियो लिस्नर्स क्लब के दीपक कुमार दास;गड़हिया शिवहर, बिहार के माही रेडियो श्रोता संघ के अब्दुल रहमान;लखीसराय, बिहार के जय श्रीराम क्लब के अध्यक्ष जयराम सिंह;गौतमी नगर, कोवुर, मध्यप्रदेश के श्रीराम कृष्ण प्रसाद;सैदापुर अमेठी सुलतानपुर, उत्तर प्रदेश के अनिल कुमार द्विवेदी;मदरसा रोड, कोआथ रोहतास, बिहार के कहकशां रेडियो श्रोता संघ के अध्यक्ष हाशिम आज़ाद;मयूरभंज उड़ीसा के श्रोता पीयूष सुलतानिया;
थांग: उधर औरेया, उत्तर प्रदेश के माओ त्सेतुंग रेडियो लिस्नर्स संघ के काल्का प्रसाद कीर्ति प्रिय;रतलाम मध्य प्रदेश के मालवा रेडियो श्रोता संघ के लक्षमण माल;जगतसिंहपुर ओड़िसा के आजाद हिन्दी लिस्नर्स क्लब के श्रोता सत्यब्रत पाटी;मऊनाथ भंजन उत्तर प्रदेश के एड्युकेशनल वेबसाइट अल्लाइंस के जावेद अखतर;मिदनापुर, पश्चिमी बंगाल के चाइटक लिस्नर्स क्लब के अध्यक्ष डॉक्टर एस.एस. भट्टाचार्य;बुर्दवान, पश्चिम बंगाल के शोर्ट वेव वोर्ल्ड रेडियो लिस्नर्स क्लब के बलराम बसाक;मऊनाथ भंजन उत्तर प्रदेश के सादिक रेडियो लिस्नर्स क्लब के मज़हर अली अंसारी;रोहतास बिहार के विश्व रेडियो श्रोता संघ के अध्यक्ष अनिल केशरी। आप लोगों के पत्र हमें भी मिल गए हैं। हमारे कार्यक्रम से जुड़े रहने के लिए आप सभी का धन्यवाद। आशा है आप पहले की ही तरह हमें पत्र भेजकर अपनी राय, सुझाव व प्रतिक्रियाएं बताएंगे।
अनिल:अच्छा अब पढ़ते हैं कुछ श्रोताओं के पत्र। अब बिधूना उत्तर प्रदेश के वर्मा ब्रदर्स रेडियो लिस्नर्स क्लब के भरत कुमार वर्मा का पत्र मेरे पास है, उन्होंने लिखा है कि हमारे क्लब के सभी श्रोता चाइना रेडियो इन्टरनेशनल से लगातार जुड़े हुए हैं। पिछले दिनों आपका पत्र मिला। हमारे क्लब के श्रोता सीआरआई से संबंधित कार्यक्रम करने जा रहे हैं, जिसका उद्देश्य, यहां के स्थानीय लोगों को भारत-चीन मैत्री के बारे में बताना और चाइना रेडियो इन्टरनेशनल के ज्ञानवर्धक, मनोरंजक कार्यक्रमोंको सुनने के लिए प्रेरित करना है। भरत कुमार वर्मा भाई, आप और आप के क्लब सदस्यों को धन्यवाद कि आप स्थानीय लोगों को हमारे सी.आर.आई के बारे में बताते हैं और हमारे कार्यक्रम सुनने के लिए प्रेरित करते हैं।
थांग: दोस्तो, कुछ दिन पहले पेइचिंग में अंतरराष्ट्रीय पुस्तक मेला आयोजित हुआ। हमारे कार्यक्रम में इसकी रिपोर्ट दी गई। कार्यक्रम सुनकर बिलासपुर छत्तीसगढ़ के ग्रीन पीस डी एक्स क्लब के अध्यक्ष चुन्नीलाल कैवर्त ने हमें ईमेल भेजकर बधाई दी और कहा कि 17वे पेईचिंग अंतरराष्ट्रीय पुस्तक मेले के सम्बन्ध में जानकारी पढ़ने को मिली,जो काफी रोचक और ज्ञानवर्धक है। विशेषकर इस विश्व प्रसिद्ध पुस्तक मेले की प्रदर्शनियों की तस्वीरें बहुत ही मनमोहक और आकर्षक है | सबसे बड़ी खुशी और गर्व की बात यह है कि चीन ने इस बार भारत को 17 वे पेईचिंग अंतरराष्ट्रीय पुस्तक मेले का अतिथि देश बनाया है। यह दोनों देशों के बीच दोस्ती और भाईचारे की एक और सार्थक मिसाल है। हमारी शुभकामना है कि सदियों से चले आ रहे सांस्कृतिक संबंध इसी तरह दोनों देशों के बीच आगे भी जारी रहेंगे।
अनिल:रोहतास बिहार के कहकशां रेडिया लिस्नर्स क्लब के अध्यक्ष हाशिम आजाद ने आपका पत्र मिला कार्यक्रम के बारे में कुछ सुझाव दिए हैं: सी.आर.आई द्वारा कार्यक्रमों जो परिवर्तन किया गया है, वह एक अच्छा कदम है। इससे हम सभी को प्रोग्राम सुनने और समझने का मौका मिलेगा। आपका पत्र मिला और सवाल जवाब एक ही दिन प्रसारित होने से दोनों प्रोग्रामों की रोचकता बढ़ी है। मगर इन दोनों प्रोग्रामों के लिए कुछ और समय बढ़ाने की जरूरत है। मेरी राय यह है कि उस दिन आपसे मिले प्रोग्राम को पुनप्रसारित ना करके किसी और दिन किया जाए। इससे सवाल जवाब और पत्र मिला कार्यक्रम की भर पाई हो जाएगी। हाशिम जी आपके सुझावों पर हम गौर कर रहे हैं। आगामी नवम्बर माह से हमारी हिन्दी सेवा के कार्यक्रमों में नया सुधार आएगा। आपका पत्र मिला कार्यक्रम में भी परिवर्तन आएगा, जिसमें आपसे मिले कार्यक्रम अलग होकर दूसरे दिन पेश किया जाएगा। आशा है कि सभी श्रोताओं को यह पसंद आएगा।
थांग:दोस्तो, कुछ समय पूर्व सी.आर.आई के एक संवाददाता दल ने भारत की यात्रा की और कई भारतीय शहरों का दौरा किया। उनकी नज़र में भारतीय शहर कैसे हैं?भारतीय शहरी जीवन उन्हें कैसा लग रहा था?सुनिए हेमा की आवाज़ में"भारतीय शहरों में सामंजस्य"शीर्षक एक रिपोर्ट......
अनिल:अच्छा श्रोता दोस्तो, अब समय आ गया है सवाल जवाब का। समय की कमी के कारण आज के इस कार्यक्रम में हम सिर्फ़ एक श्रोता द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब देंगे। विजयवाड़ा, आंध्र प्रदेश के सी.आर.आई. लिस्नर्स क्लब की बहन रहम टुनिसा ने पत्र भेजकर सवाल पूछा है कि चीन अफ़गानिस्तान को किस तरह की मानवीय सहायता दे रहा है?
थांग: रहम दुनिसा बहन, गत बीस जुलाई को अफ़गान राजधानी काबुल में अफ़गानिस्तान सवाल अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित हुआ था। चीनी विदेश मंत्री यांग चेहछी ने भाग लिया और भाषण भी दिया। उन्होंने कहा कि चीन हमेशा सक्रिय रूप से अफ़गानिस्तान के पुनर्निर्माण प्रक्रिया में भाग लेता है और समर्थन भी करता है। चीन ने इस देश में शांति, स्थिरता व विकास की जल्द ही प्राप्ति के लिए रचनात्मक भूमिका अदा की है। अपने भाषण में यांग चेहछी ने कहा कि वर्ष 2002 से 2009 तक चीन ने अफ़गानिस्तान को नब्बे करोड़ य्वान की मुफ्त आर्थिक सहायता दी है, अफ़गानिस्तान के एक करोड़ 95 लाख अमेरिकी डॉलर वाले ऋण को रद्द कर दिया। इसके साथ ही चीन ने अफ़गानिस्तान में कुल सात परियोजनाओं के निर्माण को पूरा किया। इस वर्ष की 29 जनवरी को लंदन सम्मेलन के बाद से लेकर जुलाई तक चीन ने अफ़गानिस्तान को 16 करोड़ चीनी य्वान की मुफ्त सहायता दी, जो मुख्य तौर पर इस देश के बुनियादी संस्थापन निर्माण, चिकित्सा, स्वास्थ्य और शिक्षा आदि क्षेत्रों के विकास में प्रयोग किया जाता है। विदेश मंत्री यांग चेहछी के अनुसार चीन अफ़गानिस्तान के पेशेवर प्रतिभाओं के प्रशिक्षण को मज़बूत करेगा, सहायता परियोजनाओं का निर्माण करेगा। उन्होंने कहा कि चीन अफ़गान पुनर्निर्माण प्रक्रिया में सक्रिय रूप से भाग लेगा और इस देश की शांति, स्थिरता व विकास के लिए रचनात्मक भूमिका अदा करेगा।
थांग:दोस्तो, गत जून में भारतीय युवाओं के प्रतिनिधि मंडल ने चीन की मैत्रीपूर्ण यात्रा की। भारतीय युवा प्रतिनिधियों ने शांगहाई, होफ़ेइ और छोंगछिंग तीन शहरों का दौरा किया। यात्रा के दौरान मेरी मुलाकात युवा प्रतिनिधि मंडल के सदस्य प्रभात से हुई, वे जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के चीनी विभाग के विद्यार्थी हैं और प्रतिनिधि मंडल में एक स्वयं सेवक भी हैं। अब सुनिए अपनी चीन यात्रा के बारे में उन्होंने क्या कहा।
थांग:दोस्तो, पाकिस्तान में भी हमारे हिन्दी के कई सक्रिय श्रोता हैं। शाह नवाज़ भाई इनमें शामिल है। हाल में उन्होंने हमें फोन कर सी.आर.आई हिन्दी कार्यक्रमों पर प्रतिक्रिया जताई। सुनिए उनकी आवाज़
अनिल:दोस्तो, कुछ समय पूर्व आज़मगढ़ उत्तर प्रदेश के श्रोता अमीर अहमद ने हमारे साथ फोन किया। उन्हें कभी-कभी हमारी वेबसाइट देखते का मौका मिलता है। लीजिए सुनिए उन्होंने क्या कहा।
अनिल:अच्छा दोस्तो, अब समय आ गया है मनोरंजन का। आज हम आप को एक भारतीय पॉप गीत पेश सुनाएंगे, आशा है आपको पसंद आएगा। लीजिए, इस गीत का मज़ा
थांग:अच्छा दोस्तो, आज का कार्यक्रम यहीं समाप्त होता है। अब श्याओ थांग और अनिल को आज्ञा दें।
अनिल:अगले हफ्ते फिर मिलेंगे, नमस्कार।