अनिल:यह चाइना रेडियो इन्टरनेशनल है । श्रोताओं को अनिल का नमस्कार।
थांग:श्रोताओं को श्याओ थांग का भी प्यार भरा नमस्कार। आपका पत्र मिला कार्यक्रम में आपका स्वागत है। सी.आर.आई. हिन्दी परिवार की शुभकामनाएं है कि आप और आप के परिवारजन खुशहाल और दीर्घायु रहें।
अनिल:दोस्तो, आज के इस कार्यक्रम में पहले आप सुनिए सी.आर.आई. हिन्दी कार्यक्रमों के बारे में कुछ श्रोताओं की प्रतिक्रियाएं, फिर सवाल जवाब, इसके बाद श्रोताओं की आवाज़ और अंत में हम पेश करेंगे श्रोताओं के अनुरोध पर एक गीत।
थांग:अमीलो आज़मगढ़ उत्तर प्रदेश के सनराइज रेडियो लिस्नर्स क्लब के अध्यक्ष, हमारा हिन्दी विभाग के मॉनिटर मोहम्मद शाहिद आज़मी ने कुछ दिन पहले हमें ई-मेल भेजकर चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा के वार्षिक सम्मेलन के बारे में कुछ लिखा, जो इस प्रकार है:चीनी सत्ता की सर्वोच्च संस्था—राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा के वार्षिक सम्मेलन में चीनी प्रधानमंत्री वन च्या-पाओ ने करीब 3000 राष्ट्रीय जन प्रतिनिधियों के समक्ष सरकारी कार्य-रिपोर्ट प्रस्तुत की। विश्व वित्तीय संकट के मार से बचने में सफल रहने के बाद चीनी अर्थव्यवस्था पुनरुत्थान की दिशा में चल रही है. इसी स्थिति के आधार पर सरकारी कार्य-रिपोर्ट में वैश्विक आर्थिक मंदी के आने वाले दौर में चीनी विकास की रूपरेखा तैयार की गयी है। साथ ही रिपोर्ट में घरों के किराए,आय और चिकित्सा जैसे चीनी जनता के ख्याल वाले सवालों पर चर्चा की गई है तथा उन्हें दूर करने के लिए ठोस उपाय भी पेश किए गए है।रिपोर्ट में जन-जीवन और सामाजिक सामंजस्य को महत्व देने वाले प्रशासन की आवधारणा को खास तौर पर जाहिर किया गाया है। कोई 20 हजार शब्दों वाली इस कार्य-रिपोर्ट में देशी-विदेशी आर्थिक स्थितियों के अनुसार समग्र नियंत्रण अच्छी तरह से करना व अर्थव्यवस्था स्थिर व अपेक्षाकृत तेज विकास को बनाए रखना, आर्थिक विकास के तरीकों में बदवाल व आर्थिक ढांचे में समाजोयन को गति देना,जनजीवन को सुधारना और सामाजिक सामंजस्य को बढावा देना चालू वर्ष सरकारी कार्य के मुख्य मुद्दों के रूप में तय किया गया है। रिपोर्ट में चुनौतियों का सामना करने और समस्याओं का समाधान करने में चीन सरकार की हिम्मत,संकल्प और विश्वास पूरी तरह से अभिव्यक्त किए गए हैं। मेरी समझ से चाइना जिस तरह से तरक्की कर रहा है उससे मै यह कह सकता हूँ कि आने वाले समय में चीन विश्व का सबसे धनी और विकसित देश होगा चाइना रेडियो हिंदी सेवा ने ज़बरदस्त तरीके से इस की कवरेज की हम ने रेडियो और वेबसाइट के माध्यम से भरपूर जानकारी हासिल की । साथ ही इसी विषय को लेकर हमारे श्रोता संघ की विशेष मीटिंग हुई । एक बात मै फिर बताना चाहता हूँ कि हमारा मकसद भारत और चाइना की दोस्ती को मज़बूत करना है और इसके लिए हम काम कर रहे हैं।
अनिल:अच्छा दोस्तो, अब सुनिए कैलाश नगर, नारनौल हरियाणा के उमेश कुमार शर्मा का पत्र। उन्होंने इस पत्र में कहा कि"सीमांत क्षेत्रों में चीनी विदेशी पत्रकारों का दौरा"में चाओ ह्वा द्वारा भीतरी मंगोलिया की कछकरन काउंटी के बारे में दी गयी जानकारी ज्ञानवर्धक व रोचक लगी। हमें इसके प्राकृतिक स्वरूप व पर्यटन के बारे में विशेष रूप से जानकारी मिली।"नए चीन की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ"में पहाड़ी क्षेत्रों में ग्रामीण क्षेत्र का स्कूल जाने का सपना शीर्षक से वार्ता सुनी। यहां बुनियादी शिक्षा को लोकप्रिय बनाने की कोशिश सराहनीय है, शिक्षा को हर क्षेत्र में प्रसारित करना चाहिए । गीत"क्या वह मुझ से प्यार करती है"सुना, कर्णप्रिय लगा। रोजमर्रा की चीनी भाषा में चीनी भाषा का अभ्यास किया पठनीय सामग्री अवश्य भेजिएगा। आपने अपने कार्यक्रमों में कुछ परिवर्तन किए है, इसलिए कार्यक्रम सूची भी भेजने का कष्ट करें।
अनिल:अच्छा दोस्तो, अब समय आ गया सवाल जवाब का। पेज़ोनिपत, सुन्दर राव स्ट्रीट, विजयवाड़ा आंध्र प्रदेश के सी.आर.आई. लिस्नर्स क्लब की बहन रहम तुनिसा ने पत्र भेज कर यह सवाल पूछा है कि भारत की दिवाली त्योहार की तरह क्या चीन में भी कोई त्योहार है?श्याओ थांग जी, मैं चीन ज्यादा समय नहीं रही हूँ, इस सवाल के बारे मुझे भी रूचि है। अब हमें इसके बारे में कुछ बताइए।
थांग:अच्छा दोस्तो, भारत की तरह चीन में कई त्यौहार मनाए जाते हैं। आप जानते हैं कि चीन में सबसे बड़ा त्योहार वसंत त्यौहार है। इसी दौरान परिवार के सभी लोग चाहे बाहर हो, या दूसरे शहर में, जरूर अपने घर जाकर त्योहार की खुशियां एक साथ मनाते हैं। वसंत त्यौहार चीनी पंचांग का नया वर्ष है। इस त्यौहार के पंद्रहवे दिन य्वान श्याओ त्योहार है, यह त्योहार भारत के दिवाली के बाराबर है। इसी दिन लोग अपने परिवार में दिया जलाते हैं। इसी त्योहार के वक्त चीनी लोग य्वान श्याओ नामक पकवान खाते हैं, जो स्टीकी चावल के आटे से बनाया जाता है। रात को बच्चे लालटेन लाकर घर से बाहर जाकर खेलते हैं। इसी दिन लोग अपनी खुशियां जताने के लिए खूब पटाखे चलाते हैं। एक महत्वपूर्ण बात यह है कि य्वानश्याओ त्योहार को मनाने के बाद वसंत उत्सव पूरी तरह समाप्त होता है, जाहिर है कि चीनी लोग पूरी तरह नए साल में प्रवेश करते हैं।
अनिल:अच्छा, अब हम पढ़ते हैं मदरसा रोड, कोआथ, बिहार के कहकशान रेडियो लिस्नर्स क्लब के अध्यक्ष हाशिम आज़ाद और उनके साथी आसिफ़ खान, दुर्गेश दिवाना, पिन्टू यादव और बाबु साजिद का सवाल। उन्होंने पत्र में कई सवाल पूछे हैं जिनमें एक है तिब्बत के आगामी विकास के लिए चीन सरकार की नीति क्या है?
थांग:दोस्तो, इस वर्ष जनवरी में चीनी केंद्रीय सरकार ने पांचवी तिब्बत कार्य संगोष्ठी आयोजित की, जिसमें कहा गया कि वर्तमान में तिब्बत का प्रमुख सामाजिक अंतरविरोध जन समुदाय की बढ़ती सांस्कृतिक मांग और पिछड़ा सामाजिक उत्पादन वाला अंतरविरोध है। इससे तिब्बत कार्य का प्रमुख विषय तेजी से विकास करने से जनजीवन का सुधार करना और जनता के जीवन स्तर को उन्नत करना है।
वर्ष 2009, तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के उत्पादन मूल्य 44 अरब 10 करोड़ य्वान था, लगातार 17 वर्षों में दो अंकों वाली वृद्धि दर बरकरार रही। किसानों व चरवाहों की औसतन शुद्ध आय 3532 य्वान, जो लगातार सात वर्षों में दो अंगों की वृद्धि दर बनी है। चीनी केंद्रीय सरकार के पांचवां तिब्बत कार्य संगोष्ठी में जन जीवन की गारंटी वाली नीति पेश की गई, ताकि तिब्बत में रहे विभिन्न जातियों के लोगों का जीवन स्तर व गुणवत्ता और उन्नत हो सके।
अनिल:वर्ष 2009 में तिब्बत में नौ वर्षों की अनिवार्य शिक्षा तथा अनपढ़ दूर कार्य पूरी तरह समाप्त किया गया, स्वायत्त प्रदेश में एक बार फिर स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के मूफ्त खाने, मूफ्त रहने और मुफ्त पढाई फीस देने का मापदंड को उन्नत हुआ, साथ ही किसान व चरवाहे परिवार के विद्यार्थियों को मध्य शिक्षा पढ़ाई फीस व रहने वाली फीस को मुफ्त किया गया, उच्च स्तरीय नार्मल विद्यालयों व स्थानीय खानों व कृषि से संबंधित कोर्सों वाले विद्यार्थी मुफ्त शिक्षा पा सकेंगे। पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में चीन की केंद्र सरकार तमाम कदम उठाकर तिब्बत के पारिस्थितिकी निर्माण कर रही है। तिब्बत चीनी पठारी पारिस्थितिकी सुरक्षा की बाड़ है। वर्ष 2009 की फरवरी में चीनी राज्य परिषद ने"तिब्बत में पारिस्थितिकी सुरक्षा बाड़ की रक्षा व निर्माण परियोजना"तेय किया, यह परियोजना वर्ष 2030 तक जारी रहेगी, वर्ष 2015 के पूर्व देश तिब्बत के पर्यावरण संरक्षण व निर्माण के लिए 90 अरब 80 करोड़ य्वान की राशि लगाएगा। सूत्रों के अनुसार, भविष्य के कई सालों में तिब्बत सौर ऊर्जा व पवन ऊर्जा से बिजली का उत्पादन करेगा, जिससे तीन लाख लोगों के बिजली की समस्या का समाधान किया जाएगा। ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना के अंत तक 59 कांउटियों में दो लाख परिवारों में मैथन गैस का निर्माण पूरा किया जाएगा, देश की नीति है कि बारहवीं पंचवर्षीय परियोजना के दौरान तिब्बत के ग्रामीण क्षेत्रों बुनियादी तौर पर मैथेन गैस का प्रयोग किया जाएगा।
थांग:दोस्तो, सवाब जवाब का समय अब यही तक। अब सुनिए आपसे मिले। वर्तमान वर्ष चीन और भारत के बीच कूटनीतिक संबंध स्थापना की 60वीं वर्षगांठ है। इसे मनाने के लिए भारत स्थित चीनी दूतावास ने एक सत्कार समारोह आयोजित किया। मौके पर नयी दिल्ली स्थित हमारे संवाददाता हूमिन की मुलाकात चंडीगढ़ के भारत चीन मैत्री संघ से जुड़ी किरट से हुई । सुनिए चीन भारत मैत्री के बारे में उन्होंने क्या कहा:
अनिल:दोस्तो, बिलासपुर छत्तीसगढ़ के ग्रीन पीस डी एक्स क्लब के श्रोता चुन्नीलाल कैवर्त ने हमें इमेल भेजकर लिखा है कि प्रिय बहन वनिता जी और भैया राकेश जी, सी.आर.आई के"आपकी पसंद"कार्यक्रम अब पहले से काफी ज्यादा आकर्षक और सूचनाप्रद हो गया है। इसके लिए आप दोनों को हार्दिक धन्यवाद। आपकी पसंद कार्यक्रम में मनोरंजन के साथ-साथ हमें चीन में आयोजित होने वाली महत्वपूर्ण गतिविधियों और सी. आर. आई. द्वारा श्रोताओँ के लिए आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के बारे मेंपूरी जानकारी मिल जाती है। वास्तव में यह आप दोनों का बहुत अच्छा और सराहनीय प्रयास है। आगे भी आप इस तरह की जानकारियां देते रहेँगे। 6 मार्च के कार्यक्रम में"आपने ले जाएंगे ले जाएंगे"गीत सुनवाया, वह फिल्म"दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे" का नहीं, बल्कि फिल्म"चोर मचाये शोर"का था। कृपया हमारी पसंद पर फिल्म"चाइना टाऊन"का"बार-बार देखो हजार बार देखो"गीत सुनवाने का कष्ट करेँगे। धन्यवाद।
थांग:चुन्नीलाल कैवर्त ने हमारे कार्यक्रम"आपकी पसंद"में हुई गलती को बताया, इसके लिए हम आपका धन्यवाद देते हैं। आशा है कि हमारे सभी श्रोता भाई इस प्रकार हमें बताएंगे, अगर गलतियां होंगी, तो हमें जरूर बताएं, इस तरह हम कार्यक्रमों को और बेहतर बना सकेंगे। मुझे यह भी याद है कि हमारे पिछले कार्यक्रम में चुन्नीलाल कैवर्त जी ने हमसे सीधे संपर्क किया और फोन के जरिए सी.आर.आर के बारे में अपना सुझाव पेश किया कि"आपका पत्र मिला"कार्यक्रम में आधे या एक साल पूर्व बहुत पुराने पत्र न शामिल करें। यह राय बहुत ही अच्छी है। भविष्य में इस पर हम जरूर ध्यान देंगे। लेकिन चुन्नीलाल भाई, हर एक माह में हमारे पास ज्यादा श्रोताओं के पत्र आते हैं, एक-एक पढ़ कर जवाब देना मुश्किल है। इस तरह धीरे-धीरे कई श्रोताओं के पत्रों का जवाब विलम्ब हो जाता है। बाद में हम जरूर कोशिश करेंगे कि जल्दी से जल्दी हमारे प्यारे-प्यारे श्रोताओं के पत्रों को शीघ्र ही कार्यक्रम में शामिल करेंगे और उन का जवाब देंगे।
अनिल:चुन्नीलाल कैवर्त भाई और साथी बंधन सिँह भानू,राहुलकुमार कैवर्त, राममिलन कश्यप आदि ने फिल्म "चाइना टाऊन"का"बार-बार देखो हजार बार देखो"गीत सुनने का अनुरोध किया। तो आज के इस कार्यक्रम के अंत से पहले हम यह गीत पेश करेंगे। इसके साथ ही मदरसा रोड, कोआथ बिहार के कहकशां रेडियो श्रोता संघ के हाशिम आज़ाद, खैरून निसा, रज़िया खातून, खाकसार अहमद और बाबू अकरम;भोजपुर, आरा बिहार के मनीष रेडियो श्रोता क्लब के रोधों राम, जयंती कुमारी, मनीष कुमार, शोभा कुमारी, अंकित कुमार और नेहा कुमारी;बाबा मालिकतहिर रोड, मऊनाथ भंजन उत्तर प्रदेश के फ़ाइनास डी.डब्लुय लिस्नर्स क्लब के जीशान अहमद अंसारी, सुलतान अहमद फैज, ईमरान अहमद फैज, मु. शाहीद अंसारी, नूरूल हसन अंसारी, रसा तसलीम, तुबा तसलीम, सूलिया तसलीम और अललिया तसलीम;
थांग:इस के साथ ही कोआथ बिहार के प्रमोद कुमार केशरी, सनोज कुमार केशरी, विनय कुमार केशरी और प्रशांत कुमार केशरी;प्रमिलागंज, आलोट, रतलाम, मध्य प्रदेश के मालवा रेडिया श्रोता संघ के बलवंत कुमार वर्मा, राजुबाई, माया वर्मा, शोभा वर्मा, राहूल, ज्योति और अतुल आदि श्रोताओं ने पत्र भेजकर आप की पसंक कार्यक्रम के जरिए अलग-अलग फिल्मी गीत सुनवाने की फ़रमाइश की। उन की मांग के अनुसार हम यहां फिल्म "चाइना टाऊन"का"बार-बार देखो हजार बार देखो"के इस गीत को पेश करेंगे, आशा है आपको पसंद आया होगा।
अनिल:अच्छा दोस्तो, इसी गीत के साथ साथ हमारा आज का कार्यक्रम यही समाप्त होता है। अब अनिल और श्याओ थांग को आज्ञा दें, नमस्कार।
थांग:नमस्कार।