मुजफ्फरपुर बिहार के जसीम अबमद, रजिया सुलताना और शमीम अहमद ने पूछा है कि चीन में कुल कितने मंदिर ,मस्जिद और चर्च है ?
भाइयो, चीन एक विशाल भूमि और जन संख्या वाला प्राचीन देश है, इस बड़े देश में बड़ी संख्या में लोग बौद्ध धर्म, ताओ धर्म, इस्लामी धर्म और इसाई धर्म मानते हैं और बेशुमार मंदिर, मठ, मस्जिद और चर्च बनाये गए है और अब भी कुछ न कुछ स्थानों में नया धार्मिक निर्माण किया जा रहा है। मोटे आंकड़ों के अनुसार वर्तमान चीन में बौद्ध धर्म के मठ 17 हजार 600 से अधिक हैं, जिन में तिब्बती बौद्ध धर्म यानी लामा धर्म के 1700 मठ शामिल हैं। चीन में ताओ धर्म के मंदिर 1500 से ज्यादा है, कैथोलिक धर्म के चर्च 4600 है और क्रिश्चियन मत के चर्च 12 हजार है और इस्लामी धर्म के मस्जिद सब से ज्यादा है, उस की संख्या 30 हजार तक पहुंची है। इन के अलावा चीन में कुछ ऐसे मंदिर भी मिलते हैं, जिन में विभिन्न जातियों के देवताओं, चीनी राष्ट्र के मशहूर पूर्वजों और इतिहास में असाधारण योगदान किए व्यक्तियों की पूजा अर्चना की जाती है।
चीन में मंदिरों और मठों का निर्माण इतिहास भी काफी पुराना है। अब चीन में सुरक्षित सब से पुराना बौद्ध मंदिर मध्य चीन के हनान प्रांत के लोयांग शहर में स्थित पाईमा मठ यानी सफेद घोड़ा मठ है, जो आज से 1900 साल पहले बनाया गया था। पाईमा मठ का भारत से भी संबंध है । ऐतिहासिक उल्लेख के अनुसार चीन के हान राजवंश में चीन और भारत के बीच धार्मिक और सांस्कृतिक आवाजाही जोरों पर थी , चीन ने भारत से सफेद घोड़े पर बौद्ध सूत्र लादे वापस लाए, इस की याद में लोयांग शहर में एक मठ बनाया गया ,जिस का नाम पाईमा अर्थात सफेद घोड़ा मठ रखा गया।
चीन में बौद्ध धर्म का सब से बड़ा मठ तिब्बत की राजधानी ल्हासा में स्थित चे बांग (哲蚌) मठ है, जिस का क्षेत्रफल 2 लाख 50 हजार वर्गमीटर है। चीन का सब से मठ समूह उत्तर चीन के हपै प्रांत के छङते शहर में है, इस समूह में 43 मठ मंदिर उपलब्ध हैं। शहर की दृष्ट से पेइचिंग में सब से ज्यादा मंदिर मिलते हैं । इन के अलावा चीन में सब से मशहूर चार बौद्ध पर्वत हैं, यानी उत्तर चीन के शानशी प्रांत का वु थाई ( 五台)पहाड़, पश्चिम दक्षिण चीन के सछ्वान प्रांत का अ मे( 峨眉)पहाड़, पूर्व चीन के आनह्वी प्रांत का च्युह्वा (九华)पहाड़ और चेचांग प्रांत का फुथो (普陀)पहाड़ है, जिन पहाड़ों पर अनेकों मशहूर मठ बनाये गए हैं और अब वे सब चीन के मशहूर पर्यटन स्थल बन गए हैं।
ढोली सकरा बिहार के दीपक कुमार दास , उज्जल दास, चंदन दास , मिताली दास और हेम चन्द्र गुरू ने पूछा है कि चीन में प्रतिवर्ष कितना प्रतिशत पेट्रोलियम पदार्थों की आमदनी होती है, क्या विदेशों से पेट्रोलियम पदार्थों का आयात किया जाता है, कितना ?
दीपक कुमार दास और साथियो, किसी भी देश के लिए आर्थिक विकास के लिए तेल एक महत्वपूर्ण संसाधन है। पुराने चीन में तेल का उत्पादन बहुत ही पिछड़ा था। कुछ विदेशी लोगों ने दावा किया था कि चीन में तेल का भंडार नहीं है। लेकिन नए चीन की स्थापना के बाद चीनी लोग इन विदेशी लोगों के अनुमान पर विश्वास नहीं करते हैं और बड़े पैमाने पर देश में तेल का सर्वेक्षण व दोहन करना शुरू किया गया। चीनी तेल विशेषज्ञों और तेल मजदूरों के अथक प्रयासों से चीन में लगातार अनेक बड़े बड़े तेल क्षेत्रों का पता चला और तेल उत्पादन का जोरदार विकास किया गया। चीन का सब से बड़ा तेल क्षेत्र उत्तर पूर्व चीन के हेलुंगचांग प्रांत के ताछिंग में है। ताछिंग तेल क्षेत्र का पता पिछली शताब्दी के 50 के दशक के अंत में लगा, जिस के दोहन से तेल के लिए विदेशी तेल पर चीन की निर्भरता खत्म हो गयी । ताछिंग तेल क्षेत्र का वार्षिक उत्पादन लगातार वर्षों तक ऊंचा बना रहता है। उत्पादन के सब से अच्छे काल में ताछिंग तेल क्षेत्र का वार्षिक उत्पादन लगातार 27 सालों तक 5 करोड़ टन बना रहा । अब भी उस का वार्षिक उत्पादन 4 करोड़ 34 लाख टन से अधिक रहा, अनुमान है कि 2059 तक वह चीन का सब से बड़ा तेल क्षेत्र बरकरार रहेगा ।
चीन में तेज आर्थिक विकास होने के कारण तेल की मांग भी लगातार बढ़ती जा रही है। इसलिए चीन विदेशों से भी तेल का आयात करता है। प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक 2007 में चीन में तेल का उत्पादन 18 करोड़ 66 लाख 57 हजार टन तक पहुंचा, अनुमान है कि यह उत्पादन मात्रा 2020 तक बना रहेगी । 2007 में चीन में तेल के पदार्थों की उत्पादन मात्रा 19 करोड़ 50 लाख टन रही । देश की तेल आवश्यकता को पूरा करने के लिए चीन ने 2007 में 15 करोड़ 82 लाख 80 हजार टन तेल का आयात किया था। यानी चीन में तेल की उत्पादन मात्रा और विदेशों से आयात की मात्रा तकरीबन बराबर है। अपने देश की तेल आवश्यकता पूरा करने के लिए चीन ने देश की थल भूमि और समुद्र में लगातार तेल भंडार का सर्वेक्षण करता रहा। ताछिंग के अलावा चीन में शङली(胜利), छांगछिंग(长庆), ल्याह(辽河) और सिन्चांग के करामाई (克拉玛依) अनेक बड़े बड़े तेल क्षेत्रों का पता चला है और देश के पो हे, पूर्वी चीन समुद्र और दक्षिण चीन समुद्र में भी तेल क्षेत्र का पता लगाया गया है।