यह है औरेया उत्तर प्रदेश के काल्का प्रसाद कीर्ति प्रिय का पत्र , उन्हों ने कहा कि आज का तिब्बत में दूसरे देश को जोड़ने की पहली रिपोर्ट सुनी , जो बहुत अच्छी लगी । हालैंड की सुश्री जनित 60 वर्ष पहले चीन आयी और उन्हों ने ल्हासा में पोताला महल के निकट दुनिया नाम का रेस्तरां खोला । इस रेस्तरां में हर देश का खाना मिलता है , स्वादिष्ट खाना मिलता है ।
सुश्री जनित का कार्य अनोखा है , रिपोर्ट सुन्दर लगी है ।
काल्का प्रसाद कीर्ति प्रिय भाई ने अपने पत्र में सी.आर.आई हिन्दी कार्यक्रमों की चर्चा में यह भी कहा कि डाक्टर कोटनीस की बहन उर्सला और मनोरमा से वार्ता बहुत अच्छी लगी है । चीनी राष्ट्राध्यक्ष हु चिनथाओ ने मुम्बई में उर्सला और मनोरमा से भेंट की । इस रिपोर्ट के लिए थांग जी को बहुत बहुत धन्यावाद।
अब आप के सामने है आजमगढ़ उत्तर प्रदेश के शाहिद हसन आजमी का पत्र । उन्हों ने अपने पत्र में सुझाव रखते हुए कहा कि हम निरंतर सी.आर .आई हिन्दी सर्विस को पत्र लिखते हैं , मगर हमारे पत्रों पर विशेष ध्यान नहीं दिया जाता है । आप का पत्र मिला कार्यक्रम में भी पत्र कम शामिल है । कभी कभी तो पत्र इतने लम्बे चौड़े पढ़े जाते हैं कि एक दो पत्रों में ही कार्यक्रम समाप्त हो जाता है । इस कार्यक्रम में शामिल सभी पत्रों को संक्षिप्त में पढ़ा करें , ताकि अधिक से अधिक पत्रों का उल्लेख हो सके ।
शाहिद हसन आजमी को धन्यावाद है कि आप ने आप का पत्र मिला कार्यक्रम के बारे में सुझाव रखा है । हम अवश्य ही ज्यादा से ज्यादा पत्रों को कार्यक्रम में शामिल करने की कोशिश करेंगे । फिर भी आप की बातें भी थोड़ी अतिशयोक्त है ।
शाहिद हसन आजमी भाई , आप ने पत्र में बिलकुल सही कहा है कि चीन और भारत विश्व के दो महान देशों में गिने जाते हैं । दोनों देश इतने गहरे मित्र और साझेदार हैं कि दो हजार वर्षों के इतिहास को अगर देखा जाए , तो दोनों देशों के बीच कभी झगड़ा नहीं हुआ , सिवाये सीमा की वजह से हुई एक घटना के । चीन भारत मैत्री की दो हजार साल पुरानी मित्रता को सामने रखते हुए यह कहा जा सकता है कि सीमी समस्या दोनों देशों की दोस्ती की तुलना में बहुत छोटी है । हम भीरत चीन दोनों देशों से यह अपेक्षा रखते हैं कि अपनी मित्रता को और भी आगे बढ़ाएं और मिल जुल कर अपने अपने देशों को प्रगति की ओर ले जाएं तथा शांतिपूर्ण विकास में अपनी भूमिका निभाएं ।
शाहिद हसन आजमी की इस शुभकामना के लिए आप को बहुत बहुत धन्यावाद है । यही हमारे दोनों देशों की समान अभिलाषा है कि चीन और भारत की हजारों वर्ष पुरानी मैत्री नए युग में और अधिक विकसित होगी ।
अब है जगतसिंहपुर उड़ीसा के सुब्रत कुमार पति का पत्र । उन्हों ने इस पत्र में कहा कि आप के सुन्दर प्रस्तुति में आप की पसंद कार्यक्रम लोकप्रियता के शिखर पर पहुंच रहा है । पूरी साफ आवाज में बिलकुल एक एफ एम चैनल की तरह गीत संगीत का कार्यक्रम आप के अलावा दूसरे कोई अन्तरराष्ट्रीय प्रसारण नहीं करता । आप की आवाज में एक जादू है , जो हमें सुनने के लिए उत्साहित करता है । आप की पसंद कार्यक्रम की प्रस्तुति का अंदाज बड़ा निराला होता है । दिल को छू लेना और हृद्य की गहराई में बस जाने का हर उपादान आप ने इस कार्यक्रम में भर दिया है । आप हमारे लिए इतना अच्छा कार्यक्रम प्रस्तुत करती है कि हमें आप के शुक्रिया अदा करने हेतु शब्दों का अभाव पड़ गया है ।
आप की पसंद कार्यक्रम की प्रस्तुति पर सुब्रत कुमार पति भाई की इतनी प्रशंसा करने वाली बातों के लिए आप के आभारी हैं । आप की सराहना हमारे लिए कार्यक्रम को और बेहतर बनाने की प्रेरक शक्ति है ।
अब आप के सामने है आजमगढ़ उत्तर प्रदेश के मोहम्मद अजमल अजहरी का पत्र । उन्हों ने कहा कि 26 अक्तूबर 2006 को नई दिल्ली में सी.आर.आई का श्रोता सम्मेलन बहुत कामयाब रहा , उस में भारत के कई शहरों के श्रोता इकट्ठे हुए थे और श्री वितुंग से मिलने का मौका भी मिला , वितुंग जी सी.आर.आई के लिए बड़ी मेहनत से काम कर रहे हैं ।
सी.आर.आई के उपाध्यक्ष जी ने सी.आर.आई के कामों और भविष्य में क्या क्या करने की योजना है , विस्तार से जानकारी श्रोताओं को दे दी । कुल मिला कर यह सम्मेलन बहुत कामयाब रहा । हिन्दी विभाग की ओर से दिल्ली में यदि कोई सम्मेलन हो, तो इस की जानकारी हमें दे दें ।
आप के कार्यक्रम ठीक से जा रहे हैं , सभी कार्यक्रम रोचक और ज्ञानवर्धक होते हैं , आप लोग मेहनत से कार्यक्रम प्रसारित करते हैं ।
मोहम्मद अजमल अजहरी जी , आप के पत्र से यह जान कर हमें बड़ी खुशी हुई कि दिल्ली का सी .आर .आई श्रोता सम्मेलन बहुत कामयाब हुआ । लेकिन हिन्दी विभाग की ओर से अभी भारत में श्रोता सम्मेलन के आयोजन की योजना नहीं है, जब कभी यह सम्मेलन होगा, तो हम जरूर घोषणा करेंगे ।
अब है मऊ उत्तर प्रदेश के फैज अहमद फैज का पत्र । उन्हों ने कहा कि आप को मालूम है कि हम सी.आर.आई के तमाम कार्यक्रमों को बड़ी लगन से सुनते हैं और पसंद भी करते हैं । वैसे सी.आर.आई के चीन का भ्रमण, आप से मिले, खेल जगत, आज का तिब्बत, आप का पत्र मिला, आप की पसंद तथा सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता बहुत पसंद है। इस के अलावा सी.आर.आई की 65 वर्षगांठ के विशेष पुरस्कार जीतने वाले कृष्ण मुरारी सिंह की पेइचिंग यात्रा की जानकारी मिली, बहुत अच्छा लगा। उम्मीद है कि विशेष पुरस्कार जीत कर चीन जाने का सिलसिला आगे भी जारी रहेगा, इस के अलावा आप की पसंद में आप ने मेरे क्लब की फारमाईश पर एक गीत सुनवा कर क्लब के सदस्यों का हौसला बुलंद किया,शुक्रिया।
दिल्ली के श्रोता मित्र अमीर अहमद का पत्र अभी सामने है । उन्होंने थोड़ा लम्बा पत्र भेजा है, इस में कुछ अंश निकाल कर प्रस्तुत करूंगी।
श्री अमीर अहमद ने अपने पत्र में लिखा है कि सी.आर.आई की 65 वीं जयंति के प्रोग्राम के बारे में जानकारी प्राप्त हुई। आप को ज्ञात हो, हम ने भी दिल्ली में कुछ श्रोताओं में मिल कर सी .आर .आई की 65 वीं वर्षगांठ का केक काटा गया और खूब सारी खुशियां मनायी गयी।
सी.आर.आई 65 वर्ष पहले उत्तर पश्चिम चीन के छोटे शहर येआन से पहली बार रेडियो की तरंग हवा में प्रसारित हुई थी । पहले येआन से सिन्हवा रेडियो स्टेशन के जापानी भाषा में प्रसारण हुआ था । तब से अब तक हमारा लोकप्रिय दिल का धड़कन कहा जाने वाला चाइना रेडियो इंटरनेशनल के 65 साल हो गए । 65 साल का लम्बा सफर करके आज विश्व का सब से बड़ा व शक्तिशाली अन्तरराष्ट्रीय रेडियो हो गया है । आज विश्व में लाखों की दिल की आवाज बन चुका है । हमें मालूम हुआ कि चाइना रेडियो इंटरनेशनल ने पेइचिंग में बहुत ही भव्य समारोह का आयोजन किया । जिस ने देश विदेश के लोग भी आए और सैकड़ों की संख्या में सी .आर .आई की 65 वीं जयंति मनायी ।
हमें गर्व है कि सी .आर .आई का कार्यक्रम को सुनने वालों व पसंद करने वालों में साधारण जनता ही नहीं , टीचर , डाक्टर , विद्यार्थी , वकील , नर्स, सरकारी कर्मचारी, सरकारी अफसर शामिल हैं। मुझे खुशी है कि सी.आर.आई ने हिमालय या चांद पर सी.आर.आई का झंडा गाड़ दिया है, जिस की रोशनी से जिस के प्रेम स्नेह से पूरा संसार सराबोर होता है ।