बिलासपुर छत्तीसगढ़ के चुन्नीलाल कैवर्त का पत्र । चुन्नीलाल कैवर्त सी .आर .आई हिन्दी प्रसारण के पुराने नियमित श्रोता है , जो कई दशकों से हमारा प्रसारण सुनते आए हैं और समय समय पर पत्र लिखते भी रहते हैं । उन्हों ने जो पत्र लिखे है , वह सी .आर .आई हिन्दी कार्यक्रमों पर भारतीय श्रोताओं का दृष्टिकोण जानने के लिए अत्यन्त उपयोगी सिद्ध हुए है , इस के लिए हम हमेशा उन के आभारी हैं ।
आज का जो उन का पत्र सामने है, उस में उन्हों ने कहा कि चीन का भ्रमण कार्यक्रम में थ्येनचिन के संस्कृति मंदिर , घंटा भवन और क्वांगतुंग सोसायटी भवन की खूबसूरत एवं ज्ञान वर्धक जानकारी सुनने को मिली है , जिस के लिए आप का हार्दिक धन्यावाद ।
इसी दिन आप से मिले कार्यक्रम में समाज सेवी एवं शिक्षा विशेषज्ञ श्री धर्मेन्द्र शर्मा जी से आप का इंटरव्यू सुना , इंटरव्यू काफी प्रभावशाली एवं उत्तम था , इंटरव्यू के विषय में मेरा एक सुझाव है यानी चीन में रह रहे या भ्रमण करने वाले भारतीय व्यापारियों और पर्यटकों से चीनी भाषा के संबंध में भी एक प्रश्न अवश्य पूछ लिया करें , जैसे चीनी भाषा समझते है या नहीं , चीनी भाषा आप ने कहां से सीखी . चीन में भाषा की समस्या कैसे दूर हुई . आदि आदि ।
इसी दिन ,भारतीय व्यापारी श्री सुमित चोपड़ा जी से श्याओ थांग दीदी का इंटरव्यू सुना , जो काफी रोचक लगा । इंटरव्यू से लगा कि चोपड़ा जी चीनी भाषा अच्छी तरह समझते हैं , पता नहीं , उन्हों ने चीनी भाषा कहां से सीखी ।
चुन्नीलाल कैवर्त जी ने अपने पत्र में केवल सी .आर .आई के हिन्दी कार्यक्रमों पर अपनी समीक्षा लिख कर बतायी है , साथ ही कार्यक्रम में सुधार लाने के लिए सुझाव भी पेश किए हैं , हम जरूर इस पर ध्यान देंगे । इस के लिए हम चुन्नीलाल कैवर्त जी के बहुत बहुत आभारी है।
मऊ उत्तर प्रदेश के सलमान अहमद अंसारी का पत्र आप के सामने है , उन्हों ने पत्र में सी .आर .आई के हिन्दी प्रसारण पर यों लिखा है कि हम लोग सी .आर .आई के प्रसारित तमाम कार्यक्रमों को बड़ी चाव व लगन से सुनते हैं , तमाम कार्यक्रम ठीक होते हैं , वैसे आज का कार्यक्रम सवाल जवाब सुना , खेद है कि इस कार्यक्रम में केवल दो श्रोताओं के पत्र के उत्तर दिए गए ,इस में ज्यादा से ज्यादा पत्रों के उत्तर दिया जाए , इस के अलावा चीन का भ्रमण , चीन का संक्षिप्त इतिहास , आप से मिले , खेल जगत , आप का पत्र मिला , तथा आप की पसंद व सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का सिलसिला ठीक है , आगे भी जारी रखा जाए ।
नारनौल हरियाणा के उमेश कुमार शर्मा ने जो पत्र भेजा है , वह सामने है । उमेश कुमार शर्मा जी ने पत्र में कहा कि आज के जीवन और समाज कार्यक्रम में आप ने चीनी समाज में लिंग समानता पर लेख सुनवाया , वास्तव में सामंजस्य पूर्ण समाज के लिए लिंग समानता का होना अपरिहार्य है , क्योंकि समाज में पुरूष और नारी की समान भागीदारी आवश्यक होता है , दोनें में से एक भी यदि उपेक्षित होता है , तो संतुलन गड़बड़ जाता है , जो समाज की उन्नति के लिए किसी भी रूप में उचित नहीं कहा जाएगा । इसलिए वर्षों से नारी की उपेक्षा को दूर किया जाए तथा उसे समानता का दर्जा देकर समाज में उचित स्थान दिया जाएगा , वैसे पूर्व की अपेक्षा महिलाओं की स्थिति में सुधार आया भी है । वर्तमान में लिंग समानता के प्रति सजगता आवश्यक भी है । आज प्रसारित जानकारी सचमुच बहुत अच्छी लगी ।
उमेश कुमार शर्मा ने सी .आर .आई के विभिन्न कार्यक्रमों की समीक्षा करते समय अकसर कार्यक्रमों के विषयों पर अच्छी अच्छी और सटीक चर्चा भी की है , इस के लिए किसी कार्यक्रम के लिए श्रोताओं का अतिरिक्त विचार भी जानने को मिलता है , जो हम और अन्य श्रोताओं के लिए भी लाभदायी साबित होता है । इस के लिए हम आप को कोटि कोटि धन्यावाद देते हैं ।
आजमगढ़ उत्तर प्रदेश के फातेमा सोगार का पत्र , उन्हों ने विशेष कर अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस पर क्लब की गतिविधि की चर्चा कर बतायी । फातेमा सोगरा ने पत्र में कहा कि महिला दिवस पर हमारे क्लब द्वारा एक विशेष श्रोता गोष्ठी का आयोजन किया गया , जिस में एक दर्जन श्रोता संघों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया । हमारी गोष्ठी की अध्यक्षता श्री मुहम्मद शाहिद आजमी ने की तथा गोष्ठी का संचालन पैगाम रेडियो लिस्नर्स क्लब मुबारकपुर के अध्यक्ष दिलशाद हुसैन ने किया । गोष्ठी का शुभारंभ देश भक्ति के गीत से हुआ और क्लब के सक्रिय सदस्य वकार हैदर जी ने अपनी मधुर आवाज में गीत प्रस्तुत किया ।
तत्पश्चात क्लब अध्यक्ष फातेमा सोगरा ने क्लब रिपोर्ट प्रस्तुत की । अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस पर फातेमा सोगरा ने कहा कि हमारे भारत का इतिहास रहा है कि हमेशा से नारियां कर्म क्षेत्र में अग्रणी रही है और वर्तमान समय में भी आज की नारी पुरूष के समान कार्य करने में उस की सहभागिता करती रही है । कहीं कहीं वह नारियां पुरूषों से अधिक साहसपूर्ण कार्य करके अपलब्धियों को प्राप्त की है , स्त्रियां जननी भी है , मानव संस्कृति में भी इन का विशेष योगदान रहा है । मानव जीवन में स्थिरता प्रदान करने का श्रेय नारी को ही दिया जाता है , रामडन के अनुसार नारियों ने ही पहले सभ्यता की नींव डाली तथा मानव को इधर उधर भटकने से बचाया . साहित्यिक इतिहास में भी नारी के मानक विकास हेतु दृष्टान्त उपलब्ध है , जैसे हिन्दी साहित्य में तुलसीदास और उन की पत्नी रत्नावली का उद्धरण प्राप्त है । संस्कृत में विद्योत्मा और महाकवि कालीदास का उदाहरण दृष्त्य है कि दोनों महान कवि स्त्रियों के द्वारा ही प्रेरणा प्राप्त करके श्रेष्ठ पद को प्राप्त किया । खेल के क्षेत्र में सानिया मिर्जा , पो .टी . उषा और विज्ञान के क्षेत्र में कल्पना चावला का नाम प्रसिद्ध है . हमारे देश की भूतपूर्व प्रधान मंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी भी महान व्यक्तित्व की धनी रही है , जिन्हों ने अपना प्रोवोत्सर्ग करके देश में शासन चलाया , नारियों को आदरणीय स्थान प्राप्त हुआ ।
महिला दिवस पर महिलाओं की समाज में अहम भूमिका के बारे में फातेमा सौगरा ने जो सारांश किया है , वह पढ़ कर अत्यन्त प्रभावित हुए है । समाज के विभिन्न क्षेत्रों में नारियों का स्थान ऊंचा करने के लिए हम सभी लोगों को समान कोशिश करना चाहिए, फातेमा सौगरा के क्लब ने जो यह गतिविधि की है , वह सराहनीय है । आशा है कि हमारे श्रोता मित्र हमेशा समाज के विकास के लिए हितौषी काम करते रहेंगे ।
आजमगढ़ उत्तर प्रदेश के अर्जुन गोविन्दा का पत्र पहले सामने आया , उन्हों ने कहा कि मैं आप के प्रोग्रामों को
बहुत ही दिल लगा कर सुनता हूं , मुझे सी .आर .आई के प्रोग्राम बहुत ही अच्छे लगते हैं । और मैं जहां भी जाता हूं , सिर्फ हमारे मुह पर सी .आर .आई ही रहता है । और मैं लोगों को आप के प्रोग्राम के बारे में बताता रहता हूं , बहुत से लोग आप के प्रोग्राम सुनने लगे । मैं आप के प्रोग्राम को बहुत उचित अंदाज में सुनता हूं । जब आप के प्रोग्राम का समय आता है , तो मैं अपना सारा काम छोड़ कर सिर्फ आप के प्रोग्राम में लग जाता हूं । और मुझे आप का प्रोग्राम बहुत ही दिलचस्प लगता है । मैं आप का एक नया श्रोता बनना चाहता हूं ।
यह है भागतपुर बिहार के इसराइल अंसारी का पत्र , उन्हों ने पत्र में कहा कि चाइना रेडियो इंटरनेशनल की 65 वीं जयंती के उपलक्ष में आयोजित प्रतियोगिता से भी ज्यादा खुशी की बात यह है कि इस प्रतियोगिता में इस का आलेख प्रसारित कर इस के इतिहास एवं विभिन्न प्रकार की जानकारी मिली , जो आज तक नहीं जानते थे ।
वर्ष 1050 में जो रेडियो की आरंभिक धुन बजायी जाती थी , वो आज की धुन से कहीं बेहतर एवं मनोरम थी , आप से अनुरोध है कि वर्ष 1950 में बजाये जाने वाली धुन को फिर से आरंभ की जाए ।
हमें बड़ी खुशी हुई है कि इजराइल अंसारी को सी .आर .आई के पचास वाले दशक की आरंभिक धुन बहुत पसंद आयी . पर खेद की बात है कि समय जो गुजरा था , वह तो गुजरा ही , उस समय की धुन आज से अधिक मधुर सुनाई देने पर भी नयी आरंभ धुन नहीं बन सकती है । हमारी केवल यह उम्मीद है कि आप को पहले की धुन के साथ आज की आरंभ धुन भी पसंद आएगी ।
हमारे सामने भागलपुर बिहार के इजराइल कस्तूरी का पत्र भी है , जिस में उन्हों ने कहा कि चीन का संक्षिप्त इतिहास एक ऐसा कार्यक्रम है , जो घर बैठे चीन के इतिहास का भ्रमण करा देता है । थांग वंश के इतिहास के बारे में जान कर बहुत अच्छा लगा । इस कार्यक्रम के लिए आप लोगों को धन्यावाद ।
चीन का भ्रमण कार्यक्रम के इस अंक में चीन की सब से लम्बी दीवार जो इन दिनों विश्व धरोहर में शामिल हो गया है , के बारे में जानकारी बहुत ज्ञानवर्धक है । हमारा कल्ब का आप से अनुरोध है कि चीन के अन्य चीजों के बारे में भी , जो विश्व धरोहर में शामिल है , विस्तारपूर्वक बताने का कृपया करें ।
बांका बिहार के रहमत अली ने पत्र में कहा कि मैं और क्लब के सदस्य आप के सभी कार्यक्रम नियमित रूप से सुन कर प्रेरित और लाभदायक महसूस करता हूं । सभी कार्यक्रम रोचक और ज्ञानवर्धक साबित हो रहा है , विशेष कर आप का पत्र मिला , आप की पसंद , सवाल जवाब , चीन का संक्षिप्त इतिहास , आप से मिले , खेल जगत , चीन में निर्माण और सुधार , स्वास्थ्य व विज्ञान , चीन का भ्रमण इत्यादि । इसी तरह अच्छे अच्छे कार्यक्रम अपने श्रोताओं को सुनाते रहेंगे ।
आजमगढ़ उत्तर प्रदेश के फ्याज अंसारी ने अपने पत्र में सी .आर .आई हिन्दी कार्यक्रमों पर समीक्षा करते हुए कहा कि हमारा क्लब हर माह कोई न कोई बैठक करता रहता है , इस माह की पांच छै तारीख को एक विशेष बैठक हुई । चार घंटों की बैठक में सी .आर .आई हिन्दी सर्विस के समाचार , समाचार समीक्षा और चीन के समाचार पत्र के विषय पर चर्चा हुई । सी आर आई अपने समाचारों को सुदृढ़ बना रहा है और धीरे धीरे समाचारों की क्वालिटी या स्तर को भी ऊंचा कर रहा है । समाचार समीक्षा भी अपने आप में अनोखी खूबी लिए होता है , अलबत्ता एक कमी है कि चीन के समाचार पत्रों के बारे में हमें कुछ नहीं पता होता है । अलबत्ता कभी कभी समाचारों में यदा कदा चीन के किसी समाचार पत्र का नाम ले लिया जाएगा । वरना साल भर समाचार पत्रों का नाम नहीं लिया जाता , आप सप्ताह में एक कार्यक्रम प्रसारित कीजिए , जिस का नाम रखिए , चीन के समाचार पत्रों की राय , इस प्रकार हमें चीन के समाचार पत्रों के बारे में अत्याधिक जानकारी प्राप्त हो जाएगी , आशा है कि आप हमारी बातों पर गौर करेंगे ।
फयाज अंसारी ने सी .आर .आई के कार्यक्रमों पर अच्छी समीक्षा की है और अपनी दिलचस्पी वाले विषय यानी चीनी समाचार पत्रों के बारे में जानकारी पाने का सुझाव पेश किया है . इस के लिए उन्हें धन्यावाद , हम आप के सुझाव पर ध्यान देंगे ।