रोहतास बिहार के मोहम्मद आसिम का सवाब कि क्या भारत की महिलाओं की तरह चीनी महिला भी विवाहित होने के बाद माथे पर सिन्दूर भरती है?
आसिम जी, इस दुनिया में आम तौर पर एक देश की परम्पराएं और प्रथाएं दूसरे देश से अलग होती है। चीन और भारत दोनों पड़ोसी देश जरूर हैं और दोनों के बीच सदियों पुराना आवाजाही संबंध कायम रही है। फिर भी दो अलग देश होने के कारण दोनों देशों में बहुत सी परम्पराएं और प्रथाएं भिन्न भिन्न होती हैं। भारत और दक्षिण एशिया के अन्य देशों में महिला शादी के बाद प्रतीकात्मक चिंह के रूप में अपने माथे पर सिन्दूर भरती हैं । लेकिन चीनी महिला विवाहित होने के बाद न माथे पर, न ही मांग में सिन्दूर भरती है। प्राचीन काल में चीनी महिला शादी के बाद अपने सिर के बालों को पीछे की ओर चोटी बांधकर रखती थी। जबकि आधुनिक काल में चीनी महिला विवाहित होने के बाद कोई खास का प्रातीकात्मक चिन्ह नहीं रखती हैं , हां बहुत सी विवाहित महिलाएं अपने दाईं हाथ की अंगूठी पर रिंग पहनती है।
कोआथ बिहार के सैयद अली सईद ने पूछा है कि चीन में कितने सवायत्त प्रदेश हैं और किस स्वायत्त प्रदेश की जन संख्या सब से अधिक है?
सैयद अली सईद भाई, चीन में कुल पांच अल्पसंख्यक जातीय स्वायत्त प्रदेश हैं, जो हैं भीतरी मंगोलिया स्वायत्त प्रदेश, निनशा ह्वी जातीय स्वायत्त प्रदेश, शिन्चांग वेवूर स्वायत्त प्रदेश, तिब्बत स्वायत्त प्रदेश और क्वांगसी ज्वांग जातीय स्वायत्त प्रदेश । इन पांच स्वायत्त प्रदेशों में से क्वांगसी ज्वांग जातीय स्वायत्त प्रदेश की जनसंख्या सब से अधिक है, वहां की आबादी इस समय चार करोड़ 82 लाख और 20 हजार है। इस प्रदेश में ज्वांग जाति प्रमुख है । इस के बाद भीतरी मंगोलिया स्वायत्त प्रदेश की जनसंख्या दूसरे नम्बर पर है, जो दो करोड़ 37 लाख 90 हजार है, तीसरे नम्बर पर शिन्चांग वेवूर स्वायत्त प्रदेश आया ,जिस की जनसंख्या एक करोड़ 90 लाख 50 हजार है, चौथे नम्बर पर आए निनशा ह्वी जातीय स्वायत्त प्रदेश की जन संख्या 57 लाख 20 हजार है। और पांचवें नम्बर पर तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की जनसंख्या 26 लाख 70 हजार है।
कोआथ बिहार के सुनील केशरी पूछते हैं कि चीन में अब तक सब से प्रमुख विश्वविद्यालय कौन कौन सा है।
सुनील केशरी जी, वर्तमान में चीन में कुल 1867 उच्च शिक्षालय स्थापिक हुए हैं, जिन में विश्वविद्यालय 720 हैं और कालेज 1147 हैं। चीन के अनेक विश्वविद्यालय दुनिया में मशहूर है, जैसा कि विश्वविख्यात पेइचिंग युनिवर्सिटी और छिंगह्वा युनिवर्सिटी , हांगकांग विश्वविद्यालय और थाईवान राजकीय विश्वविद्यालय और चीनी विज्ञान तकनीक विश्वविद्यालय आदि बहुत ही प्रसिद्ध है।
2008 में ब्रिटिश टाइम्स के अनुसार 2008 में विश्व के पहले 200 प्रमुख उच्च शिक्षालयों में चीन के 11 विश्वविद्यालय शामिल है, वे हैं पेइचिंग विश्वविद्यालय, छिंगह्वा विश्वविद्यालय, हांगकांग विश्वविद्यालय, हांगकांग चीनी विश्वविद्यालय, हांगकांग साइंस विश्वविद्यालय, थाईवान राजकीय विश्वविद्यालय, चीनी साइंस व तकनौलॉजी विश्वविद्यालय, शांगहाई कम्युनिकेशन विश्वविद्यालय, फुतान विश्वविद्यालय और नानचिंग विश्वविद्यालय ।
टाइम्स के मुताबिक पेइचिंग विश्वविद्यालय कुल 200 विश्वविद्यालयों की नामसूची में नम्बर 14 पर है, छिंगह्वा विश्वविद्यालय नम्बर 28 पर और हांगकांग विश्वविद्यालय नम्बर 33 पर है।
चीन की मुख्यभूमि में सब से ज्यादा मशहूर विश्वविद्यालय पेइचिंग और छिंगहवा विश्वविद्यालय है। पेइचिंग विश्वविद्यालय बहुविषयक उच्चशिक्षा से मशहूर है और छिंगह्वा विश्वविद्यालय साइंस व तकनोलॉजी विषय पर मशहूर है ।