एशियाई विकास बैंक ने 14 सितंबर को ताज़ा रिपॉर्ट जारी की,जिसमें चालू वर्ष में चीन के सकल घरेलू उत्पादन मूल्य यानी जी.डी.पी. में वृद्धि पर लगाये गये अनुमान को 9.6 प्रतिशत से घटाकर 9.3 प्रतिशत किया गया।एशियाई विकास बैंक के मुताबिक चीन की आर्थिक वृद्धि के सामने चुनौती मुख्य तौर पर बाहरी मांग के कारण दिखाई पड़ रही है, खास कर यूरोपीय संघ की मांग की अनिश्चितता।वर्तमान में यूरोपीय संघ चीन का सबसे बड़ा व्यापार साझेदार है।
वर्ष 2011 में एशिया के विकास पर अवलोकन नामक रिपॉर्ट में कहा गया है कि भविष्य में चीन की अर्थव्यवस्था के समक्ष स्वदेशी बैंकों में क्रेडिट की गुणवत्ता खराब होने का जोखिम भी आएगा।लेकिन चीन की अर्थव्यवस्था को फिर भी स्थायी पूंजी निवेश से सबसे अहम बढ़ावा मिलेगा।खास तौर पर आवास क्षेत्र में निवेश फिर भी मज़बूत होता रहेगा।
(लिली)