अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) की परिषद ने 13 सितंबर को बैठक में आईएईए के परमाणु सुरक्षा के लिए कार्य योजना पारित की और इसे सदस्य देशों के सम्मेलन में चर्चा के लिए पेश किया गया।
आईएईए द्वारा बनायी गयी इस कार्य योजना का लक्ष्य जापान के फुकुशिमा परमाणु हादसे की पृष्ठभूमि में वैश्विक परमाणु सुरक्षा ढांचे को मजबूत करने के लिए एक कार्य व्यवस्था निश्चित करना है, ताकि विश्व में परमाणु सुरक्षा व आपातकालीन स्तर में सुधार किया जा सके। साथ ही मानव व पर्यावरण की रक्षा के लिए परमाणु विकिरण संरक्षण को मजबूत किया जाए। इस कार्य योजना के फोकस में परमाणु ऊर्जा संयंत्र की कमजोरियों का आकलन, विभिन्न परमाणु ऊर्जा एजेंसियों के आपसी समीक्षा को मजबूत करना और आपातकालीन तैयारियों व प्रतिक्रिया में सुधार करना शामिल हैं।
आईएईए में चीन के स्थाई प्रतिनिधि छेंग च्यींग ये ने कहा कि फुकुशिमा घटना के बाद चीन सरकार ने परमाणु सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए परमाणु ऊर्जा संयंत्रों का आकलन करने जैसे कदम उठाए हैं। सदस्य देश आईएईए सचिवालय द्वारा बनाई गई कार्य योजना के मसौदों पर कई दौर की चर्चा कर चुके हैं। चीन ने सक्रिय रूप से इस में भाग लिया और अपना रुख स्पष्ट किया। अंतरराष्ट्रीय सहयोग व विश्व में परमाणु सुरक्षा स्तर को बढ़ावा देने के लिए चीन हमेशा से सकारात्मक रवैया अपनाता रहा है।
(नीलम)