कलकत्ता स्थिति चीनी कौंसुलर चांग ली चून ने हाल ही में आई लेड संस्थान के निमंत्रण पर आई लेड महाविद्यालय के नए छात्रों के नामांकन एवं चीनी फ़िल्म सप्ताह के उद्घाटन समारोह में भाग लिया। उन्होंने कहा कि ज्यादा से ज्यादा भारतीय विद्याथियों को चीनी भाषा पढ़नी चाहिए और चीन को समझना चाहिए। इसी तरह चीन और भारत की जनता में आदान-प्रदान के लिए योगदान देना चाहिए।
चीनी कौंसुलर चांग ली चून ने कहा कि इन सालों में चीन एवं भारत के संबंध में बड़ा विकास हुआ है। विशेषकर व्यापार के क्षेत्र में चीन एवं भारत एक दूसरे के पूरक हैं और दोनों देशों ने आर्थिक व व्यापारिक सहयोग आगे बढ़ाया है। व्यापार की मात्रा दस सालों से पहले की तुलना में 20 गुना बढ़ी है। यदि भारतीय विद्याथी चीनी भाषा पढ़ें, तो भविष्य के कार्य में ज़्यादा मौके प्राप्त करेंगे। इस के अलावा, चीन और भारत में यात्रा, शिक्षा आदि क्षेत्रों में भी बड़े सहयोग की संभावना है। पूर्व भारतीय इलाकों में बहुत ही ऐतिहासिक अवशेष और दृश्य हैं, कलकत्ता आदि स्थान चीन में बहुत लोकप्रिय हैं, लेकिन इन स्थानों में चीनी यात्री कम आते है। चीनी यात्रियों की विशेष पर्यटन आदतें और भोजन खाने की आदत है, इस लिए चीनी यात्रियों के लिए लक्षित व विशेष सुविधा प्रदान करना उन्हें यहां आकर्षित करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। चीनी भाषा और संस्कृति जानने वाले ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस कार्य में शामिल होना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि चीन और भारत की संस्कृति का इतिहास बहुत लम्बा है। भाषा की पढ़ाई दोनों देशों की जनता में मित्रता और एक दूसरे को समझने के लिए महत्वपूर्ण है। भारतीय लोगों को चीनी भाषा बहुत पसंद है, हालांकि चीनी भाषा शिक्षक एवं किताबें कम हैं। चीन का वाणिज्य दूतावास और चीन सरकार भारत के लिए चीनी किताबें प्रदान करने और चीनी भाषा शिक्षकों को प्रशिक्षित करने में मदद करेगी।