चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मा छाओश्यू ने 10 सितंबर को मेक्सिको के राष्ट्रपित फेलिप काल्डेरोन के दलाई लामा से मुलाकात करने के मामले को लेकर चीन का जबरदस्त असंतोष व दृढ़ विरोध व्यक्त किए। चीनी विदेश मंत्रालय व मेक्सिको में स्थित चीनी दूतावास ने अलग-अलग तौर पर पेइचिंग व मेक्सिको सिटी में मेक्सिको के सामने यह मामला उठाया।
मा छाओश्यू ने कहा कि मेक्सिको चीन के बार-बार मामला उठाने व दृढ़ विरोध की अनदेखी करके काल्डेरोन के दलाई लामा से 9 सितंबर को मुलाकात करने का बंदोबस्त किया। यह चीन के अंदरूनी मामलों में धृष्ठतापूर्वक हस्तक्षेप है, जिससे चीनी जनता को ही नहीं, चीन-मेक्सिको संबंध को भी नुकसान पहँचाया गया है।
मा छाओश्यू ने कहा कि तिब्बत का मामला चीन का अंदरूनी मामला ही है। तिब्बत से संबंधित सवाल चीन के मूल हितों व चीनी लोगों की भावनाओं से जुड़ा हुआ है। लंबे समय तक दलाई लामा धार्ममिक आड़ में चीन विरोधी अलगाववादी गतिविधियां चला रहा है। चीन किसी भी देशों के नेताओं व सरकारी अधिकारियों के किसी भी तरीके से दलाई लामा से मुलाकात करने का दृढ़ विरोध करता है। मेक्सिको के नेता के दलाई लामा से मुलाकात से मेक्सिको द्वारा दिए गए वादों का गंभीर रूप से उल्लंघन किया गया है। चीन ने मेक्सिको से नकारात्मक प्रभाव को दूर कर द्विपक्षीय संबंधों के स्वस्थ व स्थिर विकास को बनाए रखने के लिए व्यावहारिक कदम उठाने की मांग की।
(नीलम)