भारत स्थित चीनी राजदूत चांग यान ने 6 सितंबर को नयी दिल्ली में चीन के ह नान प्रांत के पर्यटन प्रचार सम्मेलन में भाग लिया। उन्होंने कहा कि इधर के सालों में चीन-भारत संबंधों का व्यापक विकास हुआ है और पर्यटन क्षेत्र में सहयोग का अच्छा रूझान नजर आया है। चीन और भारत एक दूसरे के लिए तेजी से विकसित पर्यटन स्रोत बन चुके हैं।
चांग यान ने कहा कि वर्ष 2010 में चीन जाने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या 5 लाख 73 हजार को पार कर गयी है, जो दोनों देशों के बीच पर्यटन के आदान-प्रदान में एक बड़ी उपलब्धि है। इस साल की शुरुआत में चीन की यात्रा करने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या 3 लाख 52 हजार तक पहुंच चुकी है जो गत वर्ष की समान अवधि से 11.8 प्रतिशत अधिक है। और साथ ही भारत पहुंचने वाले चीनी पर्यटकों की संख्या 64 हजार है, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 17.8 फीसदी बढ़ी है। वर्तमान में चीन और भारत के विभिन्न बड़े शहरों के बीच हर सप्ताह लगभग 40 सीधी उड़ानें हैं।
उन्होंने कहा कि इस साल चीन-भारत आदान-प्रदान वर्ष है और चीनी सांस्कृतिक पर्यटन वर्ष भी है। इस मौके पर दोनों देशों की जनता के बीच आदान-प्रदान, आपसी समझ व सहयोग जरूर बढ़ेगा। दिल्ली में होने वाले वर्ष 2011 एशिया व प्रशांत क्षेत्र के पर्यटन मेले में भाग लेने के लिए चीनी राष्ट्रीय पर्यटन ब्यूरो 70 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल भेजेगा। आशा है कि दोनों पक्षों की समान कोशिश से पर्यटन सहयोग चीन-भारत संबंधों के विकास में मुख्य अंग बन सकेगा। (मीनू)