लीबिया की राष्ट्रीय अंतरिम परिषद ने गद्दाफी के समर्थकों के लिए आत्मसमर्पण के अंतिम दिन को दस सितम्बर तय किया, लेकिन अब इस समय-सीमा के लिए बस दो दिन रह गए, फिर भी अंतरिम परिषद ने अपनी कोशिश नहीं छोड़ी और उसे वार्ता के जरिए शांति के साथ गद्दाफी के समर्थकों द्वारा नियंत्रित शहरों में प्रवेश करने की उम्मीद बंधी हुई है। उधर गद्दाफी का अभी कोई अता पता नहीं है कि अखिरकार वे कहां छुपे हैं।
लीबिया की राष्ट्रीय अंतरिम परिषद के सशस्त्र बल ने अब देश के अधिकांश क्षेत्रों पर अपना नियंत्रण कर रखा है, गद्दाफी के समर्थकों के हाथ में मात्र गद्दाफी का जन्मस्थान सोरथ, त्रिपोली के दक्षिण पूर्व में 170 किलोमीटर दूर बैनीवालिद कस्बा और दक्षिण लीबिया में स्थित सबहा जैसे कुछ शहर रह गए हैं। राष्ट्रीय अंतरिम परिषद के वार्ताकार अब्दुलाह केन्शील ने 7 सितम्बर को कहा था कि हालांकि अंतरिम परिषद के वार्ता प्रतिनिधियों को गद्दाफी के सशस्त्र समर्थकों के विरोध के कारण वापस लौटना पड़ा, फिर भी राष्ट्रीय अंतरिम परिषद वार्ता के लिए अपनी कोशिश नहीं छोड़ती। परिषद की कोशिश है कि वे शांतिपूर्वक बेनीवालिद कस्बे में प्रवेश करेंगे, ताकि खून-खराबी से बच जाए। वार्ताकार केन्शील ने कहा कि वार्ता अभी जारी है। वहां के कबाइली मुखिया गद्दाफी विरोधी दल में शामिल हो गए हैं। लेकिन वार्ता के बाद बेनीवालिद लौटने के दौरान गद्दाफी के समर्थकों ने उन्हें रोका, इसलिए कुछ कबाइली मुखिया बेनीवालिद में लौटे और अन्य कुछ त्रिपोली चले गए। बेनीवालिद के रण मोर्चे पर तैनात लीबियाई राष्ट्रीय अंतरिम परिषद के कमांडर अब्दुलाह अबू आसरा ने 7 तारीख को कहा कि उन की सेना हमला बोलने के लिए पूरी तरह तैयार हो गयी है, जब आदेश मिला, तो वे तुरंत धावा बोलेंगे।
गद्दाफी के जन्मस्थान सोरथ के पास राष्ट्रीय अंतरिम परिषद की सेना आगे बढ़ कर उस के पूर्व में 60 किलोमीटर दूर स्थित रेड वाली तक पहुंची है। वहां गद्दाफी की समर्थक टुकड़ी जमकर मुकाबला कर रही है। उसी दिन, नाटो के ताजा युद्ध विज्ञप्ति में कहा गया था कि नाटो के लड़ाकू विमानों ने इस से पहले दिन हवाई हमले किए, जिस से गद्दाफी सेना के छह टैंक, छह बख्तरबंद गाड़ियां, चार सशस्त्र गाड़ियां और एक गोली बारूद गोदाम एवं एक तोप नष्ट किए गए।
अन्य रिपोर्ट के अनुसार गद्दाफी सेना का एक बड़ा काफिला स्थानीय समय के अनुसार 5 सितम्बर की गहरी रात लीबिया नाइजर सीमा को पारकर नाइजर के आगाडेज में प्रवेश कर गया। यह खबर भी सुनने में आयी है कि गद्दाफी और उन के बेटा सेइफ अल इस्लाम काफिले में छिपे हैं। लेकिन नाइजर के विदेश मंत्री मोहमेद बाजोम ने 6 तारीख को इस खबर को झूठला कर दिया। अमेरिका भी मानता है कि गद्दाफी अभी भी लीबिया के अन्दर हैं। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता न्यूलैंड ने छह सितम्बर को कहा कि अमेरिका की सूचनाओं के अनुसार आगाडेज से नाइजर की राजधानी नियामी जाने वाली गाड़ियों के काफिले में गद्दाफी सत्ता के वरिष्ठ अफसर जरूर हैं, पर गद्दाफी नहीं हैं। राष्ट्रीय अंतरिम परिषद के राजनीतिक व अन्तरराष्ट्रीय मामला कमेटी के अध्यक्ष फाथी बाजा ने 7 सितम्बर को कहा कि राष्ट्रीय अंतरिम परिषद ने नाइजर को अपना प्रतिनिधि मंडल भेजने का निर्णय लिया है, वह नाइजर के साथ सीमा बन्द करने के सवाल पर विचार विमर्श करेगा। बाजा ने यह भी कहा कि राष्ट्रीय अंतरिम परिषद लीबिया के सभी पड़ोसी देशों से गद्दाफी व उन के अधिकारियों को अपनी भूमि में प्रवेश करने नहीं देने की मांग करेगी।
वर्तमान में गद्दाफी की ओर से समाचार देने वाली एकमात्र मीडिया संस्था अर्राए ओरूबा टीवी चैनल जिस का मुख्यालय सीलिया में स्थित है, के अधिकारी मिशान अल जुबुरी ने 7 सितम्बर को पत्राकारों से कहा कि गद्दाफी और उन के बेटा सेईफ अभी लीबिया में हैं। जुबुरी ने कहा कि अभी अभी उन्हों ने गद्दाफी के साथ टेलीफोन पर बातचीत की थी, उन्हें लगा है कि गद्दाफी की मनोदशा बहुत अच्छी है। गद्दाफी वर्तमान की स्थिति पर चिंतित भी नहीं हैं, वे कहते हैं कि वे अंतिम सांस तक आक्रमण का सामना करते रहेंगे। जुबुरी ने कहा कि गद्दाफी के बेटा सेइई भी अच्छी मनोवस्था में हैं।
लीबिया की राष्ट्रीय अंतरिम परिषद के अधिकारी ने कहा कि अंतरिम परिषद का अपने कार्यालय को त्रिपोली में ले जाने का काम सुव्यवस्थित रूप से चल रहा है। परिषद के कार्यवाहक गुप्तचर मंत्री खालेद नाज्म ने 7 सितम्बर को पत्रकारों को बताया कि राष्ट्रीय अंतरिम परिषद के नम्बर दो नेता, कारकारी ब्यूरो के अध्यक्ष महमुद जिबरी उसी दिन त्रिपोली पहुंच चुके हैं। अंतरिम परिषद के सैनिक सूत्रों के मुताबिक जिबरी उसी दिन दोपहरबाद विमान द्वारा त्रिपोली के मेटिका सैनिक हवाई अड्डे पर पहुंचे थे, लेकिन उन्हों ने इस के बारे में अधिक जानकारी नहीं दी। त्रिपोली में पूर्व गद्दाफी सत्ता के प्रधान मंत्री भवन के पास सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गयी है।